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International News: मैक्सिको सुप्रीम कोर्ट ने गर्भपात को अपराधिक दायरे से किया बाहर

मैक्सिको:  मैक्सिको के सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला दिया है जिससे वहाँ की सभी महिलांए काफी खुश हैं। कोर्ट ने गर्भपात को अपराध के दायरे से बाहर रखा है जिससे लोगों में उममीद की नई किरण जागी है। मिली जानकारी के मुताबिक कोर्ट के 11 जजों में से 8 ने एकमत से इस बारे में फैसला दिया गया। जजों ने राय दिया कि कि इस तरह के कानून को संवैधानिक की श्रेणी में शामिल नहीं किया जा सकता। चीफ जस्टिस अरटुरो जलदिवार सुनवाई करते हुए बताया कि, ‘यह ये सभी मैक्सिकन महिलाओं के लिए एक ऐतिहासिक दिन है जिस पर सभी काफी खुश हैं। ये सभी महिलाओं के अधिकारों के सम्मान वाला इतेहास में का कभी न भूला जाने वाला लम्हा है।’ फैसले के बाद इस लैटिन अमेरिकी देश में जश्न मनाया जा रहा है।

देश में कुछ दिनों पहले महिलाओं को सजा को सुनाने की खबर सामने आई थी। सजा देने की यह वजह बताई गई थी कि उ‍होंने गर्भपात करवाया था। सजा में शामिल होने वाली कुछ महिलाएं दुष्कर्म की पीड़ित बताया जा रहा है जिससे ये फैसला सुनाने पर काफी प्रभाव पड़ा था। इस फैसले का अब मैक्सिको की सभी अदालतों को पालन करने की आवश्यकता है। देश में पिछले साल के दौरान अर्जेंटीना में जब महिलाओं को गर्भपात का अधिकार दिया गया था, तभी मैक्सिको में इसके समर्थन में हजारों महिलाओं द्वारा प्रदर्शन किया गया था।

टेक्सास में 6 हफ्तों में गर्भपात का दिया गया अधिकार

अमेरिका के टेक्सास राज्य में इस मामले पर महिलाओं को राहत दी गई थी। पिछले हफ्ते गर्भवती महिलाओं को पहले छह हफ्तों के भीतर गर्भपात कराने का अधिकार मिला है । नया कानून 1 सितंबर से लागू होना है। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट में इस कानून पर रोक लगाए जाने के लिए अपील की गई थी, लेकिन बहुमत के अनुसार फैसला सुनाते हुए कोर्ट द्वारा इस पर रोक लगाने से साफ इनकार कर दिया गया था। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने सुप्रीम कोर्ट इस फैसले को महिलाओं के मौजूदा अधिकारों पर ‘अभूतपूर्व हमला’ कहा है।

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