Maharashtra News: महाराष्ट्र के दिग्गज नेता और एनसीपी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) के एक कदम से विपक्षी दलों में हलचल मची हुई है। शरद पवार के इस निर्णय से विपक्षी नेताओं की धड़कनें भी तेज हो गई हैं। विपक्षी गठबंधन (I.N.D.I.A.) पर सवाल उठाए जाने लगे हैं। I.N.D.I.A. से जुड़े नेता पवार को मनाने में जुटे हैं। आखिर ऐसा क्या करने वाले हैं शरद पवार जिससे इतनी हलचल मच गई है?
शरद पवार करेंगे मोदी को सम्मानित
Maharashtra News: शरद पवार आगामी 1 अगस्त को पीएम मोदी (PM Modi) के साथ मंच साझा करने वाले हैं। वो न सिर्फ मंच पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दिखेंगे, बल्कि उन्हें लोकमान्य तिलक अवार्ड देकर सम्मानित भी करेंगे। जिससे विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. में असमंजस की स्थिति उत्पन्न हो गई है। उसमें दरार आने की खबरें उड़नी शुरू हो गई हैं। इसकी प्रासंगिकता को लेकर सवाल उठने शुरू हो गए हैं। इसीलिए शरद पवार को ऐसा करने से रोकने के प्रयास किए जा रहे हैं।
विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. ने शुरू किए शरद पवार को मनाने के प्रयास शुरू
Maharashtra News: विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. से जुड़े नेताओं ने शरद पवार को मनाने के प्रयास शुरू कर दिए हैं। कुछ रिपोर्ट्स आ रही हैं कि शरद पवार को पीएम मोदी के साथ मंच साझा करने से रोकने के लिए, उन्हें ऐसा न करने से मनाने के इरादे से विपक्षी दलों का एक प्रतिनिधिमंडल भी उनसे मिलने वाला है।
जिसमें कांग्रेस, शिव सेना, समाजवादी पार्टी और आम आदमी पार्टी के सदस्य शामिल होंगे। केवल विपक्षी दल ही नहीं बल्कि खुद उनकी अपनी पार्टी एनसीपी के अंदर भी उनके इस कदम से बेचैनी है। पार्टी में भी शरद पवार के पीएम नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा करने का विरोध किया जा रहा है। एनसीपी की राज्यसभा सांसद वंदना चव्हाण ने भी इस पर आपत्ति जताई है।
मुश्किल है शरद पवार को मनाना
Maharashtra News: इस कार्यक्रम में शामिल होने से रोकना विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. के लिए आसान नहीं होगा। शरद पवार के मानने की संभावना कम ही नजर आ रही है। इसकी वजह ये है कि उन्होंने स्वयं ही पीएम नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रित किया था। इसलिए उनके लिए कार्यक्रम से हाथ खींचना आसान नहीं होगा।
हालांकि एक सच्चाई ये भी है कि जब उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम का निमंत्रण भेजा था, तब परिस्थितियां अलग थीं। दरअसल शरद पवार ने पीएम नरेंद्र मोदी को इस कार्यक्रम के लिए काफी समय पहले आमंत्रित किया था, तब न तो एनसीपी दो फाड़ हुई थी और न ही विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A. का निर्माण हुआ था।