Site icon चेतना मंच

World Asthma Day: 2 मई को इस थीम के साथ मनाया जा रहा है ‘वर्ल्ड अस्थमा डे’, जाने इस दिन का इतिहास और महत्व

World Asthma Day

World Asthma Day: अस्थमा, एक ऐसी बीमारी जिसमें सांस लेने की तकलीफ बढ़ जाती है। जिस बीमारी में सांस लेने की ही दिक्कत बढ़ जाए, उस बीमारी की गंभीरता को आंकने के लिए कुछ और कहने की आवश्यकता नहीं है। इसी गंभीर बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए, इसके बचाव और रोकथाम के प्रति लोगों में जागरूकता लाने के लिए प्रतिवर्ष मई महीने के पहले मंगलवार को ‘विश्व अस्थमा दिवस’ मनाया जाता है।

क्या है विश्व अस्थमा दिवस का इतिहास :

विश्व स्वास्थ्य संगठन के सहयोग से ग्लोबल इनीशिएटिव फॉर अस्थमा ने साल 1993 में विश्व अस्थमा दिवस (World Asthma Day) मनाने की शुरुआत की। डब्ल्यूएचओ के आंकड़ों के मुताबिक वैश्विक स्तर पर 339 मिलियन से भी अधिक लोग अस्थमा से पीड़ित है, वहीं वैश्विक स्तर पर इस बीमारी की वजह से करोड़ों लोगों की जान जाती है। बीमारी की गंभीरता को देखते हुए ही ग्लोबल इनीशिएटिव फॉर अस्थमा ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ मिलकर ‘वर्ल्ड अस्थमा डे’ मनाने का ऐलान किया। इस तरह से साल 1993 के बाद से प्रतिवर्ष मई महीने का पहला मंगलवार विश्व अस्थमा दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।

Advertising
Ads by Digiday

अस्थमा जैसी गंभीर बीमारी के प्रति लोगों को जागरूक करने और अस्थमा रोगियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से ही ‘विश्व अस्थमा दिवस (World Asthma Day)’ मनाया जाता है।

World Asthma Day Theme 2023: विश्व अस्थमा दिवस थीम –

प्रतिवर्ष ‘वर्ल्ड अस्थमा दिवस’ मनाने के लिए एक थीम निर्धारित की जाती है। साल 2023 के लिए जो थीम निर्धारित की गई है वह है ‘Asthma Care for All’ यानी ‘अस्थमा की देखभाल सभी के लिए’। साल 2022 में वर्ल्ड अस्थमा डे के लिए ‘ Closing Gaps In Asthma Care’ यानी ‘अस्थमा देखभाल में अंतराल बंद करना’ थीम रखी गई थी।

क्या है अस्थमा रोग –

अस्थमा बीमारी सांस से जुड़ी गंभीर बीमारियों में से एक है। यह रोग फेफड़ों से जुड़ा होता है जिसमें वायरस फेफड़ों पर अटैक करते हैं और सांस लेने में समस्या होने लगती है।

क्या है अस्थमा के लक्षण :-

इस बीमारी में खांसी, सांस लेने में तकलीफ जैसे लक्षण दिखाई देते हैं जिसके कारण ब्रोंकियल नालियों में सूजन आ जाती है। इस बीमारी में सांस की तकलीफ, सीने में जकड़न अथवा दर्द तथा घबराहट के साथ खांसी जैसे लक्षण देखने को मिलते हैं। सर्दी जुकाम की समस्या के साथ इस तरह के लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टरों की सलाह लेनी चाहिए और सही उपचार के साथ खानपान पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए।

World Malaria Day 2023 : वाइवैक्स मलेरिया अब एक सीजनल बीमारी नहीं, बच्चों को दे रहा है गंभीर रोग

Exit mobile version