World Water Day 2025: खास थीम के साथ मनाया जा रहा 'विश्व जल दिवस', जानें इस दिन का इतिहास

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विश्व जल दिवस
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calendar22 MAR 2025 07:30 AM
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World Water Day 2025- 22 मार्च को प्रति वर्ष पूरे विश्व में विश्व जल दिवस (World Water Day) के रुप में मनाया जाता है। जल यानी पानी पृथ्वी पर विराजमान सभी तत्वों में से सबसे आवश्यक तत्व है। जल के बिना जीवन असंभव है। सभी जीवित प्राणी, पेड़-पौधों को जीवित रहने के लिए जल की आवश्यकता होती है। परंतु लगातार बढ़ते औद्योगिकीकरण और अत्यधिक दुर्पयोग तथा प्राकृतिक संपदाओं के दोहन के कारण आने वाले समय में मानव जीवन को पानी की कमी से जुड़ी विकराल परिस्थितियों का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में मनुष्य को पानी के महत्व को समझाने के लिए प्रतिवर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है।

क्या है विश्व जल दिवस का इतिहास- (History of World Water Day)

पूरे विश्व को पानी के महत्व को समझाने के लिए साल 1999 में संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व जल दिवस मनाने की शुरुआत हुई। सबसे पहले ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में आयोजित यूनाइटेड नेशंस कॉन्फ्रेंस ऑन एनवायरमेंट एंड डेवलपमेंट (UNCED) में विश्व जल दिवस को मनाया गया। बाद में जल संरक्षण के महत्व को समझते हुए साल 1993 में पूरे विश्व में जल संरक्षण की जागरूकता बढ़ाने के लिए विश्व जल दिवस एक वार्षिक कार्यक्रम के रूप में मनाया जाने लगा। सर्वप्रथम साल 1993 में 22 मार्च को विश्व जल दिवस का आयोजन हुआ। इसके बाद से लगातार प्रतिवर्ष 22 मार्च को विश्व जल दिवस के रूप में मनाया जाता है।

विश्व जल दिवस मनाने का उद्देश्य -(Objective of celebrating world water day)-

दुनिया में कई ऐसे देश हैं जहां पर लोगों को पानी की किल्लत का सामना करना पड़ता है। यहां तक कि लोगों को पीने के लिए स्वच्छ जल भी मुश्किल से मिल पाता है। ऐसे में विश्व जल दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य है लोगों को पानी बचाने के जागरूक करना है। लोगों को यह बताना है कि पानी हमारा मूलभूत संसाधन है, और इसे बचाना बेहद आवश्यक है। पानी की कमी से जनजीवन अस्त व्यस्त हो सकता है और ज्यादातर क्रियाकलाप रुक सकते हैं। पानी के बिना जन जीवन के अस्तित्व पर गहरा संकट आ सकता है। इसके साथ ही लोगो को जागरूक करके साल 2030 तक सभी के लिए पानी और स्वच्छता की उपलब्धि का समर्थन करना है।

विश्व जल दिवस 2025 की थीम (World Water Day 2025 Theme)-

प्रतिवर्ष विश्व जल दिवस मनाने के लिए एक थीम निर्धारित की जाती है। इस वर्ष जल दिवस की थीम है- "ग्लेशियर संरक्षण (Glacier Preservation)"। पृथ्वी पर जीवन को बनाए रखने के लिए ग्लेशियर बहुत ही जरूरी है। ग्रहों को ठंडा रखने के साथ-साथ ये मीठे पानी के महत्वपूर्ण हिस्सों को संग्रहित करने का काम करता है। यह झीलों और नदियों को पानी देता है और पारिस्थितिकी तंत्र को बनाए रखने में मदद करता है। पृथ्वी पर अगर जीवन को संरक्षित रखना है, तो ग्लेशियर को सुरक्षित रखना बहुत जरूरी है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष जल दिवस के लिए 'ग्लेशियर संरक्षण' थीम निर्धारित की गई है। ‘शांति और एकता के लिए कविता’ इस खास थीम के साथ मनाया जा रहा ‘World Poetry Day’, जाने इस दिन का इतिहास
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UAE में 25 भारतीयों को मौत की सजा, भारत सरकार सक्रिय !

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locationभारत
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calendar21 MAR 2025 00:23 PM
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Indians: बृहस्पतिवार को संसद में विदेश राज्य मंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने बताया कि संयुक्त अरब अमीरात (UAE) में 25 भारतीय नागरिकों(Indians) को मौत की सजा सुनाई गई है, लेकिन अब तक इस फैसले पर अमल नहीं हुआ है। सिंह ने राज्यसभा में लिखित उत्तर में यह जानकारी दी। विदेश मंत्रालय से यह पूछा गया था कि क्या कई भारतीय नागरिक (Indians)विदेशों में लंबे समय से जेलों में बंद हैं, साथ ही उन भारतीयों का विवरण भी मांगा गया जो विदेशों में मौत की सजा का सामना कर रहे हैं और उनकी जान बचाने के लिए सरकार क्या कदम उठा रही है।

विदेश मंत्रालय द्वारा दी गई जानकारी

विदेश राज्य मंत्री ने बताया कि मंत्रालय के पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार, विदेशों में कुल 10,152 भारतीय नागरिकों की जेलों में बंद होने की पुष्टि की गई है। इनमें विचाराधीन कैदी भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि सरकार विदेशों में बंद भारतीय नागरिकों की सुरक्षा और कल्याण को उच्च प्राथमिकता देती है और उनकी सहायता के लिए निरंतर प्रयास करती है।

विदेशों में मौत की सजा का सामना कर रहे भारतीय(Indians)

विदेश राज्य मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि भारतीय नागरिकों(Indians) को विभिन्न देशों में मौत की सजा सुनाई गई है। संयुक्त अरब अमीरात में 25 भारतीय नागरिकों को मौत की सजा दी गई है, वहीं सऊदी अरब में 11, मलेशिया में 6, कुवैत में 3, और इंडोनेशिया, कतर, अमेरिका, और यमन में एक-एक भारतीय(Indians) को मौत की सजा सुनाई गई है। सिंह ने बताया कि भारतीय मिशन और पोस्ट इन नागरिकों को हर संभव सहायता प्रदान करते हैं। इसके अंतर्गत जेलों का दौरा, काउंसलिंग और कानूनी उपायों की सहायता शामिल है।

मौत की सजा के मामलों में भारत सरकार का प्रयास

विदेश मंत्रालय ने यह भी बताया कि पिछले पांच वर्षों में विभिन्न देशों में कई भारतीयों को मौत की सजा सुनाई गई है। इनमें मलेशिया, कुवैत, कतर और सऊदी अरब शामिल हैं। 2024 में कुवैत और सऊदी अरब में तीन-तीन भारतीय नागरिकों (Indians)को मृत्युदंड दिया गया। 2023 में भी कुवैत और सऊदी अरब में पांच-पांच भारतीयों को मृत्युदंड दिया गया था, जबकि मलेशिया में एक भारतीय को मौत की सजा दी गई। हालांकि, संयुक्त अरब अमीरात से इस मामले की कोई आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है, लेकिन भारतीय मिशन के अनुसार, 2020 से 2024 तक किसी भारतीय को वहां मौत की सजा नहीं दी गई है। भारत सरकार इन मामलों में लगातार प्रयास कर रही है, ताकि इन नागरिकों की जान बचाई जा सके और उनके खिलाफ उचित कानूनी कदम उठाए जा सकें।Indians:

हैप्पीनेस इंडेक्स 2025: पाकिस्तान भारत से खुशहाल, चौंकाने वाली वजहें!

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हैप्पीनेस इंडेक्स 2025: पाकिस्तान भारत से खुशहाल, चौंकाने वाली वजहें!

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calendar21 MAR 2025 00:07 PM
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Happiness ranking:'इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस' के अवसर पर, संयुक्त राष्ट्र ने हैप्पीनेस इंडेक्स(Happiness ranking) 2025 जारी किया है, जिसमें दुनिया के 147 देशों की खुशहाली रैंकिंग को प्रस्तुत किया गया है। इस बार की सूची में सबसे खुशहाल देशों में फिनलैंड सबसे ऊपर है, जो पिछले आठ वर्षों से लगातार अपनी टॉप पोजीशन बनाए हुए है। दिलचस्प बात यह है कि भारत इस सूची में 118वें स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान ने भारत से 9 पायदान ऊपर, 109वें स्थान पर अपनी जगह बनाई है। यह स्थिति चौंकाने वाली है, क्योंकि पाकिस्तान ने हाल ही में गंभीर आर्थिक संकट और राजनीतिक उठापटक का सामना किया है, इसके बावजूद वह भारत से अधिक खुशहाल नजर आता है।

क्या है पाकिस्तान की खुशहाली(Happiness ranking) का राज

पाकिस्तान की रैंकिंग को लेकर सबसे बड़ा सवाल यह है कि इस देश में आर्थिक संकट, आतंकवादी घटनाएं, राजनीतिक अस्थिरता, और महंगाई के बावजूद कैसे पाकिस्तान के लोग भारत से ज्यादा खुश हैं? पाकिस्तान में इन समस्याओं के बावजूद, लोग अपने जीवन में संतुष्ट कैसे महसूस कर रहे हैं? इस बारे में कुछ खास बातें सामने आती हैं। पाकिस्तान में लोग आमतौर पर एक दूसरे के साथ मजबूत सामाजिक और पारिवारिक संबंधों में रहते हैं, जो उनकी मानसिकता और खुशहाली में अहम भूमिका निभाता है। इसके अलावा, पाकिस्तान की संस्कृति में बहुत सारे सामूहिक उत्सव, त्योहार, और पारंपरिक गतिविधियां शामिल हैं, जो लोगों को मानसिक संतुलन और खुशी प्रदान करती हैं।

खुशहाली के पैमाने: क्या भारत में कमी है?

बता दें कि हैप्पीनेस इंडेक्स(Happiness ranking) की रैंकिंग सिर्फ आर्थिक विकास पर आधारित नहीं होती, बल्कि इसमें जीवन की गुणवत्ता, सामाजिक जुड़ाव, व्यक्तिगत स्वतंत्रता, और स्वास्थ्य जैसे पहलुओं का भी महत्व है। यही वजह है कि पाकिस्तान और भारत जैसे देशों की खुशहाली की रैंकिंग(Happiness ranking) में अंतर हो सकता है, क्योंकि इस सर्वे में इन सभी मापदंडों को ध्यान में रखा जाता है। जहां तक भारत का सवाल है, यहां जनसंख्या का आकार एक अहम भूमिका निभाता है। भारत की जनसंख्या दुनिया में सबसे ज्यादा है, और इसका सर्वे सैंपल साइज पाकिस्तान की तुलना में बहुत बड़ा है, जिससे रैंकिंग में फर्क पड़ सकता है। इसके अलावा, भारत में राजनीतिक अस्थिरता, बेरोजगारी, और बढ़ती सामाजिक समस्याएं भी लोगों की खुशहाली पर असर डालती हैं।

दुनिया के सबसे दुखी देश(Happiness ranking)

हैप्पीनेस इंडेक्स(Happiness ranking) 2025 में उन देशों को भी जगह दी गई है जो खुशहाली के मामले में सबसे निचले पायदान पर हैं। इस सूची में अफगानिस्तान सबसे नीचे है, यानी यह दुनिया का सबसे दुखी देश माना गया है। इसके बाद सिएरा लिओन, लेबनान, मालावी और जिम्बाब्वे जैसे देश हैं जो जीवन की गुणवत्ता और खुशहाली के लिहाज से सबसे खराब स्थिति में हैं। ये देश विभिन्न प्रकार के संघर्षों, आर्थिक संकटों, और सुरक्षा समस्याओं से जूझ रहे हैं, जो वहां के लोगों की मानसिक स्थिति और खुशहाली को प्रभावित करते हैं।Happiness ranking:

ट्रंप और यूक्रेन का खनिज समझौता : शांति और विकास के लिए अहम कदम

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