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Russia-Ukraine War: यूक्रेन-रूस के युद्ध के बीच भारत में लोग घरों में जमा करने लगे राशनी-पानी

Russia-Ukraine-War-Why-Panic-Buying-Happened-in-India-Know-what-is-the-reason-featured-images-chetnamanch

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रशिया और यूक्रेन (Russia-Ukraine War) के बीच चल रही जंग अब दुनिया भर में अपना असर दिखाने लग रही है। भले ही बारूद और बम भारत से हजारों कि.मी दूर बरस रहे हों, लेकिन इस जंग के बुरेइम्पैक्ट भारत में भी पड़ने लगे है।

खबरों के मुताबिक, यूक्रेन पर रशिया के हमले के बाद भारत में लोगो ने पैनिक बाइंग (Panic Buying) करना शुरू कर दिया हैं। ये पैनिक बाइंग खासकर खाने के तेल के मामले में भारत के लोग जरूरत से ज्यादा खरीद कर खाने के तेल को स्टॉक कर घरों में रख रहे हैं।

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वायरल फेक मैसेजेज से लोगो में फैल रहा डर

रिपोर्ट की माने तो, लोगो को इस बात का डर सता रहा है कि, कहीं रशिया और यूक्रेन के इस जंग के चलते खाने के तेलो की शॉर्टेज न हो जाए। WhatsApp जैसे सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे झूठे संदेश (fake message) पैनिक बाइंग (Panic Buying) को और बढ़ावा दे रहा हैं।

इस रिपोर्ट में मुंबई की एक महिला के हवाले से बताया है की, ‘WhatsApp पर मुझे मैसेज मिले कि जंग के चलते बाजार में खाने के तेलो की कमी हो सकती है। इसी कारण मैं तुरंत खरीदने गई।’ उस महिला ने WhatsApp पर मैसेज मिलने के बाद 10 लीटर खाने के तेल (edible oil) की खरीदारी कर ली, जबकि सामान्यत हर महीने वह 5 लीटर तेल ही खरीदती है।

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Russia-Ukraine War से महीने में इतने बढ़े खाने के तेलों के दाम

रिपोर्ट के अनुसार, पिछले 1 महीने में भारत में खाने के तेल की कीमतो में 20 % से ज्यादा का उछाल देखा गया है। कीमतो में इस तरह की तेजी के बीच सोशल मीडिया पर वायरल फेक मैसेज पैनिक बाइंग को और बढ़ावा दे रहे हैं।

भारत में खाने के तेल के मामले में बहुत हद तक आयत पर निर्भर करता है। खाने के तेल के मामले में भारत की 2 -तिहाई जरूरतें दूसरे देशों से आयत पर पूरी होती है।

सनफ्लावर ऑयल (Sunflower Oil) की बात करें तो, इसके मामले में भारत लग भग पूरी तरह से रशिया और यूक्रेन पर निर्भर है। भारत के कुल सनफ्लावर तेल आयत का 90 %  से ज्यादा रशिया और यूक्रेन देशों से आता है।

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बाकी सभी खाने के तेलों की आपूर्ति ठीक

हालांकि विशेषज्ञों की माने तो, कि डरने की कोई जरूरत नहीं है, क्योंकि अगर होगी भी तो सिर्फ सनफ्लावर तेल की किल्लत होगी। सॉल्वेंट एक्सट्रैक्टर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (Solvent Extractors Association of India) के एक्सीक्यूटिव डाइरेक्टर बी. वी. मेहता में बताया हैं की, ‘अन्य सभी खाने के तेल जैसे सोया तेल, पाम तेल, सरसों का तेल, मूंगफली का तेल आदि की आपूर्ति में ज्यादा कोई दिक्कत नहीं होनी है। इसी कारण से पैनिक बाइंग करने की जरूरत नहीं है।’

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