Saturday, 20 April 2024

UK News: 700 साल पुरानी Saint Edward की कुर्सी पर बैठा कर होगा King Charles का राज्याभिषेक…

ब्रिटेन (UK News)में इन दिनों पूरे जोरों-शोरों के साथ शाही राज्याभिषेक और उत्सव की तैयारियां चल रही हैं लेकिन इस…

UK News: 700 साल पुरानी Saint Edward की कुर्सी पर बैठा कर होगा King Charles का राज्याभिषेक…

ब्रिटेन (UK News)में इन दिनों पूरे जोरों-शोरों के साथ शाही राज्याभिषेक और उत्सव की तैयारियां चल रही हैं लेकिन इस राजसी उत्सव में कुछ ऐसी भी बारीक जानकारियां हैं जो इसे और भी ज्यादा ख़ास और ऐतिहासिक बनाती हैं। सबसे पहली और महत्वपूर्ण बात यह है कि ब्रिटेन में यह शाही उत्सव पूरे 70 साल की एक लम्बी समयावधि के बाद मनाया जा रहा है। इससे पहले यह coronation ceremony साल 1953 में महारानी एलिजाबेथ के लिए आयोजित हुई थी और उस समय King Charles मात्र 4 वर्ष के ही थे।

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इस शनिवार को वेस्टमिनस्टर एबे चर्च में शाही समारोह का हिस्सा बनने जा रहे King Charles अब 74 वर्ष के हैं और अब इस राज्याभिषेक समारोह के बाद वे ब्रिटेन के राजा कहलाएंगे। ऐसी ही कुछ अन्य रोचक बातें हैं जो ब्रिटेन के इस Coronation Ceremony को लोगों के लिए काफी आकर्षक बनाती हैं। आइये जानते हैं उनके बारे में भी…

  • आपको बता दें कि जिस कुर्सी पर बैठा कर king Charles का अभिषेक किया जाएगा वह कोई आम कुर्सी नहीं बल्कि 700 वर्ष पुरानी एक पत्थर की बनी हुई कुर्सी है। जिसे ब्रिटेन में एक जीवित तत्व के रूप में देखा जाता है। कहा जाता है कि यह कुर्सी बोल सकती है और भावी राजा को एक संदेश भी देती है।
  • वहीं जिस पात्र के द्वारा King Charles का अभिषेक किया जाएगा वह भी कोई साधारण वस्तु नहीं है। यह 12वीँ सदी का एक अमूल्य धातु से बना चम्मच है जिससे राजा के सिर और हाथ पर तेल डाल कर अभिषेक किया जाएगा। इस दौरान एक कपड़ा उन्हें बाकी लोगों की नजरों से बचाने का काम करेगा।
  • इसके बाद King Charles को Edward का ही ताज पहनाया जाता है और पूरे ब्रिटेन में बंदूक से राजा को सलामी दी जाती है। वहीं बाहर मौजूद जनता “गॉड सेव द किंग” कहकर सम्बोधन करती है।

जश्न के साथ -साथ विरोध का भी सामना कर रहे हैं King

इसके अलावा अन्य भी कई रीतियाँ निभाई जाएंगी जिनके लिए ब्रिटेन में पूरे एक हजार करोड़ का खर्च आँका गया है। आपको जानकर हैरानी भी होगी कि इस शाही समारोह में जो पैसा प्रयोग में लाया जा रहा है उसका स्रोत कोई शाही खजाना नहीं बल्कि आम जनता का टैक्स ही है। यही कारण है कि उत्सव की तैयारी के साथ -साथ आम जनता जो ब्रिटेन (UK News) की टैक्सपेयर है, वह इसका विरोध कर रही है। इसके अलावा एक अन्य बात भी सामने निकल कर आ रही है कि, जिस नये दौर में लोग democracy को चुन रहे हैं, वहीं खुद को सबसे विकसित देशों में से एक बताने वाला ब्रिटेन आज भी इस राजशाही नीतियों में उलझा हुआ है। यह भी आश्चर्य पैदा करने वाली बात है कि अब ब्रिटेन की मात्र 68% जनता ही राजशाही को अपने देश में देखना चाहती है।

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