मालेगांव केस : धमाका तो साबित हुआ, लेकिन इन 4 वजहों से सभी आरोपी बरी

Pragya thakur
Malegaon Case : 
locationभारत
userचेतना मंच
calendar31 JUL 2025 07:49 PM
bookmark
2008 के मालेगांव बम धमाके मामले में मुंबई की एनआईए कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाते हुए सभी सात आरोपियों को बरी कर दिया। इनमें भाजपा सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर, लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीकांत पुरोहित, स्वामी असीमानंद और अन्य प्रमुख नाम शामिल हैं। फैसले में अदालत ने स्पष्ट किया कि धमाके की घटना तो सच थी, लेकिन उससे जुड़े आरोपियों के खिलाफ पर्याप्त और ठोस सबूत नहीं मिले। न्यायाधीश एके लाहोटी ने फैसले में वो चार मुख्य बिंदु रखे, जिनके आधार पर अदालत ने यह निष्कर्ष निकाला कि आरोपी आतंक की साजिश में शामिल नहीं थे। Malegaon Case :

अदालत ने किन 4 कारणों से सभी आरोपियों को बरी किया?

1. प्रज्ञा ठाकुर और बाइक का संबंध साबित नहीं हुआ अदालत ने माना कि मालेगांव में धमाका हुआ, लेकिन जिस मोटरसाइकिल में बम लगाया गया, उसे लेकर प्रज्ञा सिंह ठाकुर के साथ कोई स्पष्ट संबंध साबित नहीं किया जा सका। फॉरेंसिक रिपोर्ट में बाइक का सीरियल नंबर तक स्पष्ट नहीं किया गया। नतीजतन, धमाके और प्रज्ञा ठाकुर के बीच कोई प्रत्यक्ष लिंक अदालत में स्थापित नहीं हो सका। 2.प्रज्ञा एक संन्यासी थीं, साजिश का हिस्सा नहीं अदालत ने माना कि प्रज्ञा सिंह ठाकुर सन्यास ले चुकी थीं और बम धमाके से करीब दो साल पहले ही दुनियावी जीवन और संपत्ति त्याग चुकी थीं। सबसे अहम बात ये रही कि उनके किसी भी सह-आरोपी के साथ साजिश रचने के कोई साक्ष्य नहीं मिले। 3. लेफ्टिनेंट कर्नल पुरोहित पर भी सबूत नहीं कर्नल पुरोहित पर आरोप था कि उन्होंने आरडीएक्स मुहैया कराया और साजिश रची, लेकिन कोर्ट ने कहा कि आरडीएक्स की आपूर्ति या बम बनाने में उनकी भूमिका साबित नहीं की जा सकी। उनके खिलाफ भी ऐसा कोई प्रत्यक्ष या परिस्थितिजन्य सबूत नहीं मिला जिससे उन्हें आतंकी गतिविधियों से जोड़ा जा सके। 4. फंडिंग का कोई ठोस सबूत नहीं मिला कोर्ट ने कहा कि धमाके की फंडिंग कहां से हुई, यह पूरी तरह अस्पष्ट रहा। केवल एक लेनदेन का जिÞक्र आया, जो कर्नल पुरोहित और आरोपी अजय राहीकर के बीच हुआ, लेकिन अदालत ने पाया कि वह रकम कर्नल का निजी मकान बनाने के लिए थी, न कि किसी आतंकी साजिश के लिए।

मालेगांव धमाकों का संक्षिप्त इतिहास

2006 में पहला बम धमाका, शब-ए-बरात की रात को हुआ। यह धमाका कब्रिस्तान और मस्जिद के पास हुआ था, जिसमें 37 से अधिक लोग मारे गए और 100+ घायल हुए। इस मामले में 9 मुस्लिम युवकों को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन 2019 में सभी को सबूतों के अभाव में बरी कर दिया गया। 2008 में दूसरा धमाका 29 सितंबर को एक बाइक में रखे बम से हुआ था। इसमें 6 लोग मारे गए और 100 से ज्यादा घायल हुए। यही केस साध्वी प्रज्ञा, कर्नल पुरोहित और अन्य पर चला, जिसकी जांच बाद में एनआईए को सौंप दी गई। 2008 के मालेगांव धमाके को लेकर आज आया यह फैसला न्यायिक प्रक्रिया, सबूतों की अहमियत और आतंकवाद के आरोपों के प्रति अदालत के संतुलित रवैये को दर्शाता है। अदालत ने यह भी साफ किया कि भावनाओं के आधार पर नहीं, बल्कि साक्ष्यों के आधार पर फैसला किया जाता है।
अगली खबर पढ़ें

ओला की छुट्टी करने आ रही ये दमदार इलेक्ट्रिक बाइक! 5 दिन बाद होगी लॉन्च, मिलेगी नई टेक्नोलॉजी

Oben
Electric Vehicle Market
locationभारत
userचेतना मंच
calendar31 JUL 2025 04:06 PM
bookmark
Electric Vehicle Market : भारतीय इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में धूम मचाने आ रही है OBEN की नई इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल। 5 अगस्त को लॉन्च होने जा रही इस अगली पीढ़ी की बाइक में कंपनी ने कई बड़े अपडेट और एडवांस टेक्नोलॉजी शामिल की है, जो इसे मौजूदा विकल्पों से एक कदम आगे खड़ा करती है। कंपनी का दावा है कि यह बाइक उसकी इन-हाउस विकसित *LFP बैटरी टेक्नोलॉजी* पर आधारित है, जो पिछले वर्जन से दोगुनी बैटरी लाइफ और 50% ज्यादा हीट रेजिस्टेंस देती है। यानी गर्मियों में भी यह बाइक शानदार परफॉर्मेंस देने में सक्षम होगी। टीजर इमेज से साफ है कि बाइक की डिजाइन पुराने मॉडल से काफी मिलती-जुलती है, लेकिन परफॉर्मेंस में यह नए मानक स्थापित करने वाली है।

5 अगस्त से बुकिंग, 15 अगस्त से डिलीवरी

OBEN कंपनी अपनी नई *OBEN EZ* इलेक्ट्रिक मोटरसाइकिल की बुकिंग लॉन्च के दिन से ही शुरू कर देगी। डिलीवरी 15 अगस्त 2025 से शुरू होने की संभावना है। गौरतलब है कि इस बाइक का पहला वर्जन नवंबर 2024 में लॉन्च किया गया था। नई OBEN EZ बाइक *ARX प्लेटफॉर्म* पर आधारित है और *O100 प्लेटफॉर्म* पर तैयार की गई है। O100 एक मॉड्यूलर तकनीक है जिसे कंपनी के बेंगलुरु में विकसित किया गया है। यह प्लेटफॉर्म 1 लाख से कम कीमत वाले मॉडलों के लिए बेस बनेगा और इसमें कई बैटरी विकल्पों और वेरिएंट्स को सपोर्ट करने की क्षमता होगी।

दमदार स्पेसिफिकेशन रफ्तार और रेंज में जबरदस्त

बाइक दो वेरिएंट्स में आएगी: 3.4 बैटरी वेरिएंट- कीमत 1,19,999 4.4 बैटरी वेरिएंट- कीमत 1,29,999

स्मार्ट फीचर्स का वादा

हालांकि कंपनी ने अब तक नए मॉडल के सभी फीचर्स का खुलासा नहीं किया है, लेकिन उसने यह जरूर बताया है कि बाइक कंप्यूटर-फर्स्ट अपील को बरकरार रखेगी और स्मार्ट राइडर्स के लिए कई नए अपग्रेड लेकर आएगी। अगर आप इलेक्ट्रिक बाइक में शानदार रेंज, दमदार स्पीड, एडवांस बैटरी और नई टेक्नोलॉजी की तलाश में हैं, तो 5 अगस्त को आने वाली यह ओबेन बाइक आपकी उम्मीदों पर खरी उतर सकती है। यह ओला जैसे दिग्गजों को टक्कर देने के लिए पूरी तरह तैयार है।
अगली खबर पढ़ें

दिल्ली पुलिस को नया मुखिया मिला, एसबीके सिंह बने पुलिस कमिश्नर

Sbk singh
New Delhi News :
locationभारत
userचेतना मंच
calendar31 JUL 2025 03:07 PM
bookmark
राजधानी दिल्ली को नया पुलिस कमिश्नर मिल गया है। 1988 बैच के वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी एसबीके सिंह को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी गई है। वे संजय अरोड़ा की जगह लेंगे, जो 31 जुलाई को सेवानिवृत्त हो रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इस नियुक्ति को मंजूरी दे दी है। एसबीके सिंह भारतीय पुलिस सेवा के अनुभवी अफसर हैं। फिलहाल वह दिल्ली होमगार्ड्स के महानिदेशक के पद पर कार्यरत हैं। अब उन्हें 1 अगस्त से दिल्ली पुलिस कमिश्नर का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। उनकी छवि एक दक्ष प्रशासक और अनुशासनप्रिय अधिकारी की रही है। New Delhi News

संजय अरोड़ा को दी गई पारंपरिक विदाई

निवर्तमान पुलिस कमिश्नर संजय अरोड़ा के लिए नई पुलिस लाइन के परेड ग्राउंड में पारंपरिक विदाई समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर औपचारिक परेड और उनका संबोधन भी हुआ, जिसके बाद प्रतीकात्मक रूप से उन्होंने कार्यभार सौंपा। संजय अरोड़ा तमिलनाडु कैडर के 1988 बैच के आईपीएस अफसर हैं। New Delhi News 

समय से पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली

उन्होंने 1 अगस्त, 2022 को राकेश अस्थाना की जगह दिल्ली पुलिस कमिश्नर का पदभार संभाला था। इससे पहले वे तमिलनाडु पुलिस, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और अन्य केंद्रीय सशस्त्र बलों में कई महत्वपूर्ण पदों पर सेवाएं दे चुके हैं। दिल्ली सरकार की अधिसूचना के अनुसार, संजय अरोड़ा की सेवा 31 जुलाई, 2025 तक थी, लेकिन उन्होंने समय से पहले स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली है। New Delhi News  NISAR सैटेलाइट को धरती का स्कैनर क्यों कहा गया? जानिए इसकी 5 पावरफुल खूबियां जो इसे बनाती हैं खास