म्यांमार सीमा पर ड्रोन हमले का आरोप : उल्फा (I) ने भारत पर साधा निशाना, सेना ने दी सफाई

म्यांमार सीमा पर ड्रोन हमले का आरोप : उल्फा (I) ने भारत पर साधा निशाना, सेना ने दी सफाई
locationभारत
userचेतना मंच
calendar13 JUL 2025 03:23 AM
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Tension On The Border : म्यांमार के सागिंग क्षेत्र से लगी भारत-म्यांमार अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक बार फिर तनाव भड़क उठा है। उग्रवादी संगठन उल्फा (इंडिपेंडेंट) ने दावा किया है कि भारतीय सेना ने उसके शिविरों पर ड्रोन हमले किए हैं, जिसमें संगठन का एक वरिष्ठ कमांडर मारा गया और करीब 19 सदस्य घायल हुए हैं। हालांकि, भारतीय सेना ने इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया है।

ड्रोन अटैक का आरोप, उल्फा का बयान

उल्फा (I) की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि सागिंग क्षेत्र में उनके कई मोबाइल शिविरों पर तड़के ड्रोन के जरिए निशाना साधा गया। संगठन के मुताबिक, इन हमलों में उनका एक वरिष्ठ नेता मारा गया और कई कार्यकर्ता गंभीर रूप से घायल हैं। संगठन ने आरोप लगाया कि यह हमला भारतीय सेना की ओर से किया गया है। जो म्यांमार सीमा के पास सक्रिय उग्रवादी नेटवर्क पर दबाव बनाने की रणनीति के तहत किया गया है।

भारतीय सेना का इनकार

इस दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत ने स्पष्ट किया कि, "भारतीय सेना के पास इस प्रकार के किसी आॅपरेशन की कोई जानकारी नहीं है। सेना ने ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की है।" उन्होंने कहा कि भारत की सेना सीमा पार संप्रभुता का सम्मान करती है और कोई भी कार्रवाई नीतिगत और सामरिक प्राथमिकताओं के आधार पर की जाती है।

पड़ोसी क्षेत्र में अशांति और सुरक्षा पर असर

म्यांमार के सागिंग क्षेत्र में पहले से ही सेना और विद्रोही संगठनों के बीच संघर्ष चल रहा है। भारत की पूर्वोत्तर सीमा, विशेष रूप से नागालैंड और मणिपुर से सटी सीमा, इन घटनाओं से अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित होती रही है। हाल के वर्षों में भारत ने म्यांमार के साथ सीमावर्ती आतंकवाद और उग्रवाद पर संयुक्त सहयोग को प्राथमिकता दी है, लेकिन सीमा पार कार्रवाई को लेकर हमेशा संवेदनशीलता बरती गई है। उल्फा (आई) के इस दावे ने भारत-म्यांमार सीमा पर एक बार फिर सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, फिलहाल तक कोई स्वतंत्र पुष्टि नहीं हुई है कि हमला वास्तव में भारतीय पक्ष से हुआ या नहीं। ऐसे में यह देखना अहम होगा कि आने वाले दिनों में इस दावे पर म्यांमार अथवा अन्य पक्षों की प्रतिक्रिया क्या रहती है।
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स्कैमर को उसी की चाल में फंसाया, लड़की ने ठग के साथ कर दिया स्कैम, फिर वीडियो बनाकर इंटरनेट पर मचाया धमाल

Skaime
Fraud Business :
locationभारत
userचेतना मंच
calendar12 JUL 2025 01:58 PM
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Fraud Business : डिजिटल पेमेंट ने जहां एक ओर आम लोगों के लेन-देन को आसान बना दिया है, वहीं स्कैमर्स के लिए भी नए रास्ते खोल दिए हैं। लेकिन हर बार ठगी का शिकार आम लोग ही बनें, यह जरूरी नहीं। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो ने यह साबित कर दिया है कि ठगों को भी जवाब देना अब युवा पीढ़ी बखूबी जानती है। एक वायरल वीडियो में एक लड़की ने न सिर्फ एक स्कैमर की चालाकी को पकड़ा, बल्कि उसी की तरकीब को उसी पर आजमा कर ऐसा सबक सिखाया कि इंटरनेट पर लोग उसकी तारीफों के पुल बांध रहे हैं।

स्कैमर का स्क्रिप्टेड स्कैम, लेकिन लड़की निकली प्रो!

वीडियो में यह देखा जा सकता है कि एक स्कैमर लड़की को कॉल करता है और दावा करता है कि उसके पिता ने 12,500 रुपये भेजने को कहा है। स्कैमर एक फर्जी बैंक मैसेज भेजता है, जिसमें ट्रांजैक्शन की झूठी डिटेल्स होती हैं। हालांकि, लड़की तुरंत समझ जाती है कि मामला गड़बड़ है। इसके बाद लड़की मजाकिया अंदाज में स्कैमर से कहती है, "अंकल, आपके 10 हजार आ गए और बाकी 2000 भी दिख रहे हैं।" इसपर स्कैमर अपनी अगली चाल चलता है और कहता है, "बेटा, गलती से 25 हजार भेज दिए हैं, बाकी पैसे वापस भेज दो।" लड़की को स्कैमर की असली मंशा भांपने में देर नहीं लगती। स्कैमर द्वारा शेयर किए गए नंबर पर लड़की उसी तरह का फर्जी ट्रांजैक्शन मैसेज बना कर उसे भेज देती है, जैसा स्कैमर ने पहले किया था। कुछ ही पल में स्कैमर को एहसास हो जाता है कि वह किसी शिकार से नहीं, बल्कि डिजिटल फाइटर से टकरा गया है।

वायरल वीडियो ने जीत लिया इंटरनेट का दिल

यह पूरा वाकया वीडियो के रूप में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म (पूर्व में ट्विटर) पर शेयर किया गया, जहां लाखों लोगों ने इसे देखा और पसंद किया। एक यूजर ने लिखा, बहन ने आज स्कैमर को करारा जवाब दिया है, दिल खुश हो गया! वहीं एक अन्य ने कहा, कभी-कभी स्कैमर भी सही बंदे से टकरा जाए, तो मजा आ जाता है। इस घटना ने यह साफ कर दिया कि डिजिटल जागरूकता आज के समय की सबसे बड़ी जरूरत है। साथ ही यह भी कि तकनीक का इस्तेमाल सिर्फ स्कैम के लिए नहीं, स्कैम के खिलाफ भी किया जा सकता है, अगर आप सतर्क और समझदार हैं।
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"बिना पर्ची, बिना खर्ची": पीएम मोदी ने 51 हजार युवाओं को सौंपे सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र

Modi 2
Job Fair
locationभारत
userचेतना मंच
calendar12 JUL 2025 09:41 AM
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Job Fair : देश के युवाओं को सरकारी सेवा से जोड़ने की दिशा में एक और बड़ा कदम उठाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को 16वें रोजगार मेले के तहत 51,000 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र वितरित किए। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़ते हुए पीएम मोदी ने नियुक्त हुए युवाओं से संवाद किया और उन्हें राष्ट्र सेवा की भावना के साथ कार्य करने का संदेश दिया।

देशभर में 47 स्थानों पर रोजगार मेले का आयोजन

यह रोजगार मेला देश के 47 स्थानों पर एक साथ आयोजित किया गया, जिसमें केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों और विभागों जैसे रेल मंत्रालय, गृह मंत्रालय, डाक विभाग, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, वित्तीय सेवा विभाग, श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में नियुक्ति के लिए युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। इस आयोजन के जरिए अब तक 10 लाख से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरी मिल चुकी है।

"हमारी पहचान है बिना पर्ची, बिना खर्ची" : पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा, केंद्र सरकार में युवाओं को पक्की नौकरी देने का अभियान लगातार जारी है। हमारी पहचान है बिना पर्ची, बिना खर्ची। आज के मेले में 51 हजार से अधिक युवाओं को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। यह न सिर्फ उनके लिए, बल्कि राष्ट्र निर्माण के लिए भी महत्वपूर्ण क्षण है। उन्होंने कहा कि ये नियुक्त हुए युवा देश के अलग-अलग हिस्सों में सरकारी सेवा के माध्यम से भारत की प्रगति में भागीदार बनेंगे। "हम जहां भी रहें, हमारा लक्ष्य राष्ट्र सेवा होना चाहिए," पीएम मोदी ने यह बात दोहराई।

अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत के युवाओं की गूंज

प्रधानमंत्री ने हाल ही में संपन्न अपनी पांच देशों की यात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि वैश्विक मंचों पर भारत की युवा शक्ति की चर्चा हो रही है। उन्होंने कहा, आज दुनिया भारत के युवाओं को एक कुशल, प्रेरित और तकनीक-सक्षम कार्यबल के रूप में देख रही है। जितने भी समझौते भारत सरकार ने हाल के दिनों में किए हैं, उनमें युवाओं के लिए अवसर ही अवसर हैं।

रोजगार मेला : एक नजर में

रोजगार मेला, भारत सरकार की एक महत्त्वाकांक्षी पहल है जिसका उद्देश्य है नियोक्ता और नौकरी चाहने वालों के बीच सीधा संपर्क स्थापित करना। कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के अनुसार, यह पहल युवाओं को शीघ्र और उपयुक्त रोजगार उपलब्ध कराने के साथ-साथ उनके कौशल का बेहतर उपयोग सुनिश्चित करती है। प्रधानमंत्री मोदी की 'रोजगार मेला' योजना अब केवल सरकारी भर्ती का कार्यक्रम नहीं, बल्कि युवाओं के लिए उम्मीद और अवसर का प्रतीक बन चुकी है। "बिना पर्ची, बिना खर्ची" की नीति ने सरकारी नौकरियों की पारदर्शिता और विश्वसनीयता में इजाफा किया है। आने वाले समय में यह देखना रोचक होगा कि यह मॉडल राज्य सरकारों और निजी क्षेत्रों में भी किस तरह अपनाया जाता है।