Bribery Scandal : राजस्थान की सियासी और प्रशासनिक गलियों में सोमवार की सुबह एक अप्रत्याशित घटना से हलचल मच गई। राज्य के शिक्षा मंत्री मदन दिलावर को एक सरकारी शिक्षक द्वारा कथित तौर पर रिश्वत देने का प्रयास किया गया। यह घटना जयपुर स्थित सिविल लाइंस सरकारी आवास पर घटित हुई, जहाँ शिक्षक ने मंत्री को मिठाई के डिब्बे के साथ एक बंद लिफाफा सौंपा, जिसमें पांच हजार रुपये नकद थे।
पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शिक्षक को किया गिरफ्तार
शिक्षा मंत्री को लिफाफे की मंशा का संदेह होते ही उन्होंने तत्परता दिखाते हुए पुलिस को मौके पर बुलाया। आरोपी शिक्षक की पहचान चंद्रकांत वैष्णव के रूप में हुई है, जो बांसवाड़ा जिले के घाटोल क्षेत्र में पदस्थापित है। पुलिस ने तत्काल कार्रवाई करते हुए शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया और शिक्षा विभाग ने अनुशासनात्मक कदम उठाते हुए उन्हें निलंबित भी कर दिया।
36 वर्षों की सेवा में पहली बार रिश्वत की पेशकश : शिक्षा मंत्री
मीडिया से बातचीत में शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा, मेरे 36 साल के सार्वजनिक जीवन में यह पहला अवसर है जब किसी ने मुझे रिश्वत देने की कोशिश की। तीसरी बार मंत्री बना हूं, लेकिन ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने यह भी जोड़ा कि यह सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। हो सकता है कि कुछ परंपराएं रही हों, लेकिन यहां सबको एक जैसा समझना गलतफहमी है, उन्होंने यह स्पष्ट किया। घटना ने प्रदेश में शिक्षक समुदाय और नौकरशाही के बीच ईमानदारी एवं आचरण को लेकर नए सिरे से चर्चा छेड़ दी है। राज्य सरकार की सतर्कता और पारदर्शिता की नीति एक बार फिर परीक्षण में है।