Delhi News : भारत की सैन्य ताकत में एक और घातक अध्याय जुड़ गया है। अत्याधुनिक एआई तकनीक से लैस एआई आधारित ‘आॅटोनॉमस लीथल वेपन सिस्टम’ का सफल परीक्षण कर लिया गया है। यह हथियार दुश्मनों की पहचान खुद करेगा और मानव हस्तक्षेप के बिना उन्हें खत्म करने में सक्षम है। रक्षा विशेषज्ञ इसे भारत की सीमाओं पर आतंकवाद और घुसपैठ के खिलाफ गेमचेंजर मान रहे हैं।
14 हजार फीट की ऊंचाई पर हुआ सफल परीक्षण
इस आधुनिक हथियार प्रणाली का परीक्षण देहरादून की एक रक्षा तकनीकी कंपनी द्वारा किया गया। खास बात यह रही कि यह परीक्षण 14,000 फीट की ऊंचाई पर भारतीय सेना के साथ संयुक्त रूप से किया गया, और पूरी तरह सफल रहा। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है।
क्या है इसकी सबसे बड़ी ताकत?
यह हथियार आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) से संचालित होता है। यह अपने सेंसर्स और एल्गोरिदम के जरिए खुद से दुश्मन की पहचान करता है और स्वत: फायरिंग कर सकता है। इसका उपयोग उन दुर्गम क्षेत्रों में किया जा सकता है, जहां सैनिकों की तैनाती जोखिम भरी होती है। जैसे कि ऊंचाई वाले सीमाई इलाके, घना जंगल, या खराब मौसम वाला इलाका।
पाकिस्तान के लिए बन सकता है बड़ा सिरदर्द
विशेषज्ञ मानते हैं कि यह हथियार सीमा पार से होने वाली घुसपैठ और आतंकवादी गतिविधियों को रोकने में निर्णायक साबित हो सकता है। क्योंकि यह मानव रहित प्रणाली है, जो घुसपैठियों को पहचानकर स्वत: कार्रवाई करती है, ऐसे में इसे ‘पाकिस्तान के लिए यमराज’ करार दिया जा रहा है। यह न केवल निगरानी करेगा, बल्कि जरूरत पड़ने पर शत्रु का अंत भी कर देगा।
भारत की सीमाओं पर बढ़ाई जा रही है चौकसी
बीते कुछ महीनों से भारत ने सीमा सुरक्षा को और सख्त करने की दिशा में कई अहम कदम उठाए हैं। सीमाई इलाकों में स्मार्ट फेंसिंग, अत्याधुनिक निगरानी उपकरणों और अब एआई आधारित हथियारों का इस्तेमाल भारत की सुरक्षा नीति को नए स्तर पर ले जा रहा है। साथ ही सीमाई सुरक्षा बलों को भी नए तकनीकी प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं। यह हथियार न केवल रक्षा क्षेत्र में भारत की तकनीकी प्रगति का प्रतीक है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारत अब सिर्फ जवाब नहीं देता, बल्कि दुश्मन की चाल को पहले ही निष्क्रिय करने की क्षमता भी रखता है। Delhi News