Delhi News : दिल्ली के सरकारी स्कूलों में क्लासरूम निर्माण को लेकर सामने आए करीब 2,000 करोड़ रुपये के कथित घोटाले में जांच की रफ्तार तेज हो गई है। भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को पूछताछ के लिए दूसरी बार समन भेजा है, जिसमें उन्हें 20 जून को पेश होने का निर्देश दिया गया है। इससे पहले, 9 जून को भी उन्हें समन भेजा गया था, मगर उन्होंने पूर्व निर्धारित कार्यक्रमों का हवाला देते हुए पेशी से किनारा कर लिया था। उनके वकील ने इस बाबत एसीबी को औपचारिक सूचना दी थी।
क्लासरूम निर्माण में भारी अनियमितताओं के आरोप
एसीबी की जांच का केंद्र वर्ष 2025 में आम आदमी पार्टी सरकार के कार्यकाल के दौरान 12,748 क्लासरूम निर्माण परियोजना है, जिसमें घोटाले का आरोप है। यह आरोप लगाया गया है कि निर्माण की लागत और डिजाइन में जानबूझकर हेरफेर कर सरकारी खजाने को नुकसान पहुंचाया गया। जांच रिपोर्ट के अनुसार, एक कक्षा निर्माण पर औसतन 24.86 लाख रुपये खर्च किए गए, जबकि अन्य सरकारी योजनाओं में यही कार्य 5 लाख रुपये में संपन्न होता है। आरोप है कि निर्माण के दौरान नियमों की अनदेखी की गई और मनीष सिसोदिया तथा तत्कालीन मंत्री सत्येंद्र जैन की भूमिका संदिग्ध है। इस सिलसिले में एसीबी, सत्येंद्र जैन से पहले ही पूछताछ कर चुकी है।
क्या इस बार पेश होंगे सिसोदिया?
अब जब एसीबी ने दूसरा समन जारी कर 20 जून की तारीख तय कर दी है, सवाल यह उठ रहा है कि क्या मनीष सिसोदिया इस बार पूछताछ के लिए हाजिर होंगे? अभी तक इस पर उनकी ओर से कोई सार्वजनिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। मार्च 2025 में उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना की मंजूरी के बाद एसीबी ने 30 अप्रैल को इस मामले में औपचारिक एफआईआर दर्ज की थी। इसके बाद से लगातार जांच आगे बढ़ रही है और अब मनीष सिसोदिया पर पूछताछ की तलवार लटक रही है। Delhi News