स्वर्ण मंदिर में बादल पर हुआ हमला पंजाब को बदनाम करने की साजिश

Badal attack
Golden Temple Attack
locationभारत
userचेतना मंच
calendar15 MAR 2025 04:17 PM
bookmark
Golden Temple Attack : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में शिरोमणि अकाली दल के नेता सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले की कड़ी निंदा की है। उन्होंने इसे पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की साजिश करार दिया, जो कि पंजाब पुलिस की सतर्कता के कारण नाकाम हो गई। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पुलिस की मुस्तैदी से हमलावर को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया, जिससे एक बड़ी घटना टल गई। उन्होंने पुलिस की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि इस घटना की गहन जांच की जाएगी और दोषियों को कड़ी सजा दी जाएगी।

राज्य को बदनाम करने की ऐसी साजिशों को कामयाब नहीं होने देंगे

उन्होंने यह भी कहा कि राज्य को बदनाम करने की ऐसी साजिशों को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। मुख्यमंत्री मान ने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया है कि घटना की पूरी जांच करके जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपी जाए। मुख्यमंत्री ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि गुरु की नगरी में ऐसी घटना का होना निंदनीय है। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस की सतर्कता के कारण हमलावर अपने मंसूबों में सफल नहीं हो पाया।

बादल पर हुए हमले की कड़ी निंदा

मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सुखबीर सिंह बादल पर हुए हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस के जवानों की सतर्कता के कारण बड़ी घटना टल गई और आरोपी को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि पंजाब पुलिस की मुस्तैदी के कारण पंजाब और पंजाबियों को बदनाम करने की साजिश नाकाम हो गई है। उन्होंने कहा कि पुलिस की सतर्कता से एक बड़ी घटना टल गई और हमलावर को गिरफ्तार कर लिया गया।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की गोहत्या पर कड़ी चेतावनी, कानून की मांग

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद की गोहत्या पर कड़ी चेतावनी, कानून की मांग

Untitled design 50
Swami Avimukteshwarananda:
locationभारत
userचेतना मंच
calendar15 MAR 2025 04:05 PM
bookmark
Swami Avimukteshwarananda: ज्योतिरमठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद (Swami Avimukteshwarananda)ने देश में गोहत्या की बढ़ती घटनाओं पर गंभीर चिंता जताई है। उनका कहना है कि सरकार इस मुद्दे पर कोई ठोस आंकड़े सार्वजनिक नहीं करती, जबकि गोहत्या के मामले दिन-ब-दिन बढ़ते जा रहे हैं। स्वामी जी ने बताया कि महाकुंभ के दौरान उन्होंने गायों के संरक्षण के लिए एक कानून बनाने की मांग की थी, जिसे सरकार ने अनसुना कर दिया। उनके अनुसार, गायों की रक्षा के लिए अब तक किसी भी राजनीतिक दल ने गंभीर कदम नहीं उठाए हैं, और यह चिंता का विषय है।

गायों के संरक्षण के लिए स्वामी (Swami Avimukteshwarananda) ने की कानून की मांग

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद(Swami Avimukteshwarananda)ने कहा कि महाकुंभ के दौरान उन्होंने केंद्र और राज्य सरकारों से गायों की रक्षा के लिए एक विशेष कानून बनाने की मांग की थी। उनका मानना था कि गाय को ‘माता’ का दर्जा देना चाहिए, ताकि उसे संरक्षित किया जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि सभी राजनीतिक दल गायों के पक्ष में बातें करते हैं, लेकिन असल में कोई भी गोहत्या के बढ़ते आंकड़ों पर चर्चा नहीं करता। स्वामी जी ने आरोप लगाया कि सरकार ने इस मुद्दे पर अनदेखी की है और गायों के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया। महाकुंभ के आखिरी दिन स्वामी जी ने सरकार को 33 दिनों का समय दिया था, जिसे 33 करोड़ देवताओं का प्रतीक माना गया। उनका यह संदेश था कि यदि सरकार गायों के संरक्षण के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तो वे इसे जनता के सामने लाएंगे।

रामलीला मैदान में प्रदर्शन की अनुमति पर सवाल

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद(Swami Avimukteshwarananda) ने 17 मार्च को दिल्ली के रामलीला मैदान में गो-रक्षा के लिए एक बड़ा विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया था। इस प्रदर्शन के लिए दिल्ली पुलिस ने स्वीकृति भी दी थी, लेकिन बाद में केंद्र सरकार ने उनके अनुरोध को रद्द कर दिया। स्वामी जी ने कहा कि उनका उद्देश्य केवल जनता के हित में आवाज उठाना था और वे चाहते थे कि राजनीतिक दल इस मुद्दे पर अपनी स्पष्ट राय दें। उन्होंने आरोप लगाया कि राजनीतिक दल या तो गोहत्या के खिलाफ खड़े हों या फिर चुप रहकर इसे बढ़ने दें। उनका कहना था कि यह देश की आस्था और संस्कृति से जुड़ा मुद्दा है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। स्वामी जी ने कहा कि जब तक सरकार इस मुद्दे पर गंभीर कदम नहीं उठाएगी, तब तक वे इस पर आवाज उठाते रहेंगे।

स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद(Swami Avimukteshwarananda) के बयान से साफ है कि वे गो-रक्षा के मुद्दे को एक राष्ट्रीय समस्या मानते हैं, जिसे हल करने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे।Swami Avimukteshwarananda:

मनसुख मंडाविया का विजन: 2047 तक भारत बने स्पोर्ट्स महाशक्ति

  ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

मनसुख मंडाविया का विजन: 2047 तक भारत बने स्पोर्ट्स महाशक्ति

Untitled design 49
Mansukh Mandaviya:
locationभारत
userचेतना मंच
calendar15 MAR 2025 03:14 PM
bookmark
Mansukh Mandaviya: केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया(Mansukh Mandaviya) ने व्हाट गुजरात थिंक्स टुडे’ कार्यक्रम में शिक्षा और खेलों के महत्व पर अपनी बात साझा की। उन्होंने यह बताया कि आजकल बच्चों के समग्र विकास के लिए खेलों का महत्व शिक्षा से कम नहीं है। मंडाविया(Mansukh Mandaviya) ने कहा कि भारत में खेलों के प्रति दृष्टिकोण में भारी बदलाव आया है, और अब माता-पिता अपने बच्चों को पढ़ाई के साथ-साथ खेलों में भी भाग लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। खेलों में बेहतर भविष्य की संभावनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत में खेलों की संस्कृति को नया दिशा मिल रहा है और 2047 तक भारत को दुनिया के टॉप 5 स्पोर्ट्स देशों में शामिल करने का लक्ष्य है।

भारत में खेलों का महत्व बढ़ा:Mansukh Mandaviya

केंद्रीय खेल मंत्री ने खेलों को अब सिर्फ मनोरंजन का माध्यम नहीं, बल्कि एक पेशेवर करियर के रूप में देखा जाने की बात की। उन्होंने कहा कि अब खेलों में भी रोजगार के अवसर मिल रहे हैं, जिससे युवा खिलाड़ी अपना करियर बनाने के साथ-साथ समाज में अपनी पहचान भी बना सकते हैं। मंडाविया (Mansukh Mandaviya) ने बताया कि पहले जहां लोग अपने बच्चों को सिर्फ पढ़ाई के लिए प्रेरित करते थे, वहीं अब बच्चों को खेलों में भी अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उनका(Mansukh Mandaviya) मानना है कि खेलों में कामयाबी मिलने पर खिलाड़ियों को नौकरी, आय और पहचान तीनों मिल सकते हैं। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी के खेलों के प्रति दृष्टिकोण को लेकर उन्होंने कहा कि 2047 तक भारत को खेल महाशक्ति बनाने का रोडमैप तैयार किया जा रहा है।

खेलों में सुधार और विकास के लिए नए कदम

मंडाविया(Mansukh Mandaviya) ने आगे कहा कि जून और जुलाई 2025 में ‘टैलेंट हंट’ अभियान शुरू होगा, जिसमें 30,000 से अधिक खेल अधिकारी देशभर के स्कूलों में बच्चों की खेल प्रतिभा का चयन करेंगे। हर जिले में एक स्पोर्ट्स स्कूल स्थापित किया जाएगा, जहां बच्चों को खेल, कोचिंग, न्यूट्रिशन और शिक्षा की सुविधा मिलेगी। उन्होंने यह भी बताया कि खिलाड़ियों का चयन पूरी तरह से पारदर्शी होगा और ओपन कॉम्पिटिशन में उनकी क्षमताओं का मूल्यांकन किया जाएगा। इसके अलावा, हर खेल के लिए एक कॉर्पोरेट पार्टनर और एक्सीलेंस सेंटर भी स्थापित किया जाएगा, जहां चुने हुए खिलाड़ी विशेष ट्रेनिंग प्राप्त करेंगे और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने के लिए तैयार होंगे। इस प्रक्रिया से भारत में खेलों का स्तर और भी ऊंचा होगा, और खिलाड़ी दुनिया भर में अपनी पहचान बना सकेंगे।Mansukh Mandaviya:

होली पर दिल्ली ट्रैफिक पुलिस की सख्त कार्रवाई, 7,230 चालान काटे

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।