Chhattisgarh : सुकमा में सुरक्षाबलों का बड़ा ऑपरेशन, 16 नक्सली ढेर

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locationभारत
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calendar29 MAR 2025 10:24 AM
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Chhattisgarh :  छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सुरक्षाबलों ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए 16 नक्सलियों को मार गिराया है। इस दौरान दो जवान भी मामूली रूप से घायल हुए हैं। यह मुठभेड़ सुकमा जिले के केरलापाल थाना क्षेत्र में हुई, जहां सुरक्षाबलों ने नक्सलियों के खिलाफ अभियान चलाया।

मुठभेड़ का पूरा घटनाक्रम

सुरक्षा एजेंसियों को सूचना मिली थी कि केरलापाल थाना क्षेत्र में नक्सली गतिविधियां बढ़ रही हैं। इस पर कार्रवाई करते हुए जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों की संयुक्त टीम को अभियान के लिए भेजा गया। शुक्रवार को शुरू हुआ यह अभियान शनिवार सुबह तक चला। सुकमा जिले के एसपी किरण चव्हाण के अनुसार, यह मुठभेड़ सुकमा-दंतेवाड़ा सीमा के उपमपल्ली-केरलापाल जंगलों में हुई। बस्तर रेंज के आईजी सुंदरराज पी ने पुष्टि की कि अब तक 16 नक्सलियों के शव बरामद किए जा चुके हैं। इलाके में अभी भी तलाशी अभियान जारी है ताकि किसी भी फरार नक्सली को पकड़ा जा सके।

छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद की स्थिति

छत्तीसगढ़ देश के उन राज्यों में से एक है, जहां नक्सलवाद लंबे समय से चुनौती बना हुआ है। वर्तमान में राज्य के 15 जिले नक्सलवाद से प्रभावित हैं। इनमें बीजापुर, बस्तर, दंतेवाड़ा, धमतरी, गरियाबंद, कांकेर, कोंडागांव, महासमुंद, नारायणपुर, राजनांदगांव, मोहला मानपुर अंबागढ़, खैरागढ़ छुईखदान गंडई, सुकमा, कबीरधाम और मुंगेली शामिल हैं।

नक्सलवाद के खिलाफ सरकार की रणनीति

भारत सरकार ने नक्सलवाद को समाप्त करने के लिए कई योजनाएं बनाई हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने 31 मार्च 2026 तक देश को नक्सलवाद से मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। इसी रणनीति के तहत सुरक्षा बल लगातार अभियान चला रहे हैं। केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय के अनुसार, 2013 में देश के 10 राज्यों के 126 जिले नक्सल प्रभावित थे, जबकि 2024 में यह संख्या घटकर 9 राज्यों के 38 जिलों तक सीमित रह गई है।  Chhattisgarh :   

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Stock Market:शेयर बाजार में गिरावट सेंसेक्स 192 अंक निफ्टी 73 अंक नीचे

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar28 MAR 2025 04:31 PM
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Stock Market: भारतीय शेयर बाजार में आज फिर से उतार-चढ़ाव देखने को मिला। सप्ताह के अंतिम कारोबारी दिन, शुक्रवार को शेयर बाजार लाल निशान में बंद हुआ। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 191.51 अंक (0.25%) की गिरावट के साथ 77,414.92 के स्तर पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 72.60 अंक (0.31%) गिरकर 23,519.35 के स्तर पर बंद हुआ।

कारोबार की शुरुआत और दिनभर के उतार-चढ़ाव

शुक्रवार को बाजार की शुरुआत सपाट रही, लेकिन जल्द ही इसमें भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। दिन के दौरान सेंसेक्स 77,766.70 के उच्चतम स्तर और 77,185.62 के निचले स्तर तक पहुंचा। वहीं, निफ्टी ने 23,649.20 के उच्चतम स्तर और 23,451.30 के न्यूनतम स्तर को छुआ।

बड़ी गिरावट वाले शेयर

शेयर बाजार में 30 प्रमुख कंपनियों में से केवल 10 कंपनियों के शेयर हरे निशान में बंद हुए, जबकि 20 कंपनियों के शेयर गिरावट के साथ बंद हुए। निफ्टी 50 की 50 कंपनियों में से 19 ने तेजी दर्ज की, जबकि 31 कंपनियों के शेयर नुकसान में रहे। सबसे अधिक नुकसान इंडसइंड बैंक को हुआ, जिसके शेयर 3.50% की गिरावट के साथ बंद हुए। इसके अलावा, महिंद्रा एंड महिंद्रा 2.58%, जोमैटो 2.21%, एचसीएल टेक 2.20%, इंफोसिस 2.12%, और मारुति सुजुकी 2.10% गिरावट के साथ बंद हुए। टाटा स्टील, टीसीएस और अडाणी पोर्ट्स के शेयरों में भी गिरावट देखी गई।

इन शेयरों में रही बढ़त

कोटक महिंद्रा बैंक के शेयरों में 1.78% की बढ़त देखी गई, जिससे यह सेंसेक्स में सबसे ज्यादा लाभ कमाने वाला शेयर रहा। इसके अलावा, हिंदुस्तान यूनिलीवर 0.95%, भारती एयरटेल 0.79%, नेस्ले इंडिया 0.75%, और टाटा मोटर्स 0.66% की तेजी के साथ बंद हुए।

बाजार की गिरावट के संभावित कारण

शेयर बाजार में आई इस गिरावट के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
  • अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मंदी: वैश्विक बाजारों में कमजोरी का असर भारतीय बाजारों पर भी पड़ा।
  • ब्याज दरों में बढ़ोतरी की आशंका: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की संभावित नीतियों को लेकर निवेशकों में अनिश्चितता बनी हुई है।
  • विदेशी निवेशकों की बिकवाली: हाल के दिनों में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) द्वारा भारी बिकवाली देखने को मिली है।  Stock Market:
 

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टीवीके का वक्फ विधेयक और परिसीमन पर केंद्र के खिलाफ जोरदार विरोध!

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Waqf Bill :
locationभारत
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calendar28 MAR 2025 04:30 PM
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Waqf Bill : तमिलगा वेत्री कझगम (टीवीके), जो अभिनेता विजय द्वारा नेतृत्व की जाती है, ने केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए वक्फ विधेयक (Waqf Bill) और प्रस्तावित परिसीमन प्रक्रिया का जोरदार विरोध किया है। पार्टी का मानना है कि यह विधेयक (Waqf Bill) मुसलमानों के अधिकारों का उल्लंघन करेगा, जबकि परिसीमन प्रक्रिया दक्षिणी राज्यों के लिए नुकसानकारी साबित हो सकती है।

वक्फ विधेयक (Waqf Bill) का विरोध

टीवीके ने शुक्रवार को केंद्र से वक्फ विधेयक (Waqf Bill) को वापस लेने की मांग की। पार्टी ने आरोप लगाया कि इस विधेयक से मुसलमानों के मौजूदा अधिकारों में कटौती हो रही है, और यह नई शर्तें लागू करके उनके अधिकारों को हानि पहुंचाएगा। पार्टी ने अपनी पहली आम परिषद की बैठक में इस विधेयक के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया, जिसमें कहा गया कि इस विधेयक से मुसलमानों की शक्तियों को सीमित किया गया है। इस बैठक की अध्यक्षता पार्टी के संस्थापक विजय ने की।

परिसीमन प्रक्रिया पर आपत्ति

टीवीके ने प्रस्तावित परिसीमन प्रक्रिया पर भी गंभीर आपत्ति जताई। पार्टी का कहना है कि उत्तरी राज्यों के लिए सीटों की संख्या में भारी वृद्धि होगी, जबकि तमिलनाडु जैसे दक्षिणी राज्यों के लिए यह संख्या घट जाएगी। पार्टी ने इसे केंद्र सरकार की परिवार नियोजन योजना से जोड़ते हुए इसे तमिलनाडु के लोगों के लिए सजा माना है और केंद्र से इसे वापस लेने की मांग की है।

मुख्यमंत्री एमके स्टालिन का बयान

तमिलनाडु विधानसभा में इस विधेयक के खिलाफ प्रस्ताव पेश करते हुए राज्य के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि केंद्र सरकार वक्फ विधेयक में संशोधन करने की कोशिश कर रही है, जो वक्फ बोर्ड की शक्तियों को कमजोर करेगा। उनका आरोप है कि इससे मुस्लिम समुदाय की भावनाएं आहत हो रही हैं, और केंद्र सरकार को इसकी कोई चिंता नहीं है। स्टालिन ने विधानसभा में यह प्रस्ताव पेश करते हुए कहा कि संविधान ने सभी को अपने धर्म का पालन करने का अधिकार दिया है और यह अधिकार चुनी हुई सरकारों की जिम्मेदारी है। उन्होंने केंद्र से वक्फ विधेयक 2024 को वापस लेने की अपील की है, क्योंकि यह अल्पसंख्यक मुसलमानों के हितों को गंभीर नुकसान पहुंचाएगा।Waqf Bill :

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