Human Trafficking : मध्य प्रदेश के मुरैना जिले में मानव तस्करी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक 14 साल की नाबालिग लड़की को उसके ही मौसा ने 5 लाख रुपये में बेच दिया। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब बच्ची की मां को अपनी बेटी की दयनीय स्थिति के बारे में पता चला। इसके बाद मां ने पुलिस से मदद की गुहार लगाई और मामला दर्ज होते ही पुलिस एक्शन में आ गई।
कैसे हुआ खुलासा?
पीड़िता की मां ने बताया कि गरीबी के चलते उसने अपनी बेटी को 2024 में अपने मौसी-मौसा के साथ मजदूरी के लिए भेजा था। उसे भरोसा था कि वहां उसकी बेटी को रोजगार मिलेगा और भविष्य सुरक्षित होगा। लेकिन कुछ महीनों बाद, मौसी और मौसा अशोकनगर लौट आए लेकिन बेटी को साथ नहीं लाए। जब महिला ने बेटी के बारे में पूछा, तो उसे बताया गया कि उसकी बेटी अब उनके घर में घरेलू कामकाज में लगी हुई है। इस दौरान, आरोपी राजवीर गुर्जर ने हर महीने मजदूरी देने का वादा किया। शुरुआती दिनों में सबकुछ ठीक लगा, लेकिन धीरे-धीरे मां को बेटी से बात करने नहीं दी गई। जब संदेह गहराया तो महिला ने दबाव डालकर सच्चाई जाननी चाही। तब जाकर पता चला कि बेटी मुरैना में नहीं, बल्कि राजस्थान के भरतपुर जिले में है।
बेटी को ढूंढने राजस्थान पहुंची मां, किया खौफनाक खुलासा
बेटी का ठिकाना पता लगने के बाद पीड़िता की मां भरतपुर पहुंची। लेकिन वहां का मंजर देखकर वह सन्न रह गई। बेटी बेहद दयनीय हालात में रह रही थी। उसके चेहरे और शरीर पर अत्याचार के निशान थे। जब मां ने बेटी को वापस ले जाने की बात कही, तो वहां मौजूद लोगों ने साफ इनकार कर दिया। महिला ने जब ज्यादा जोर दिया, तो उसे बताया गया कि राजवीर गुर्जर ने उसकी बेटी को 5 लाख रुपये में बेच दिया है। अगर उसे बेटी वापस चाहिए, तो उतनी ही रकम चुकानी होगी।
मां ने पुलिस से लगाई गुहार, एक्शन में आई पुलिस
मजबूर मां मुरैना कोतवाली पुलिस स्टेशन पहुंची और पूरी घटना बताई। इसके बाद पुलिस ने तुरंत एक टीम को भरतपुर भेजा। बच्ची की लोकेशन ट्रेस कर ली गई है। जल्द ही उसे सुरक्षित बरामद कर लिया जाएगा। मुख्य आरोपी राजवीर गुर्जर फरार है, लेकिन उसकी तलाश जारी है। तस्करी में शामिल अन्य लोगों की भी पहचान की जा रही है।
मानव तस्करी का गढ़ बन रहा चंबल?
यह घटना मध्य प्रदेश में बढ़ते मानव तस्करी नेटवर्क का इशारा करती है। चंबल और इसके आसपास के इलाकों में गरीबी और बेरोजगारी के कारण महिलाओं और नाबालिग लड़कियों की तस्करी बढ़ रही है। मजदूरी के नाम पर कई मासूम बच्चियों को झूठे वादों के साथ दूसरे राज्यों में भेज दिया जाता है। वहां उनके साथ अत्याचार, शोषण और दुर्व्यवहार किया जाता है। इस घटना के बाद सरकार और प्रशासन की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। यह मामला एक सख्त कानून व्यवस्था और सतर्कता की जरूरत को दशार्ता है। पुलिस ने बच्ची को बचाने का भरोसा दिलाया है, लेकिन अब यह देखना बाकी है कि क्या आरोपी जल्दी पकड़ा जाएगा और पीड़िता को न्याय मिलेगा।
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