Noida’s Lal Praveen : नोएडा के लाल प्रवीण कुमार ने 2024 पेरिस पैरालिंपिक में पुरुषों की ऊंची कूद टी64 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। उन्होंने पैरालंपिक में 2.08 मीटर की ऊंचाई पार करके, नोएडा के इस 21 वर्षीय एथलीट ने न केवल पोडियम के शीर्ष पर अपना स्थान सुरक्षित किया, बल्कि टोक्यो 2021 खेलों में रजत पदक जीतने के बाद अपने दूसरे लगातार पैरालिंपिक पदक का जश्न भी मनाया था। अब युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने गुरुवार को नोएडा के इस लाल को खेल रत्न से सम्मानित किया गया।
एशियाई रिकॉर्ड तोड़ दिया और पोडियम के शीर्ष पर रहे
नोएडा के 21 वर्षीय खिलाड़ी, जो छोटे पैर के साथ पैदा हुए थे, ने छह जंपर क्षेत्र में 2.08 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग के साथ एशियाई रिकॉर्ड तोड़ दिया और पोडियम के शीर्ष पर रहे। लगातार दो पैरालंपिक खेलों में पहले रजत और फिर 2024 में स्वर्ण जीतकर इस होनहार ने दिखा दिया कि अपंग होना बुलंद इरादों को कभी मात नहीं दे सकती। अपने खेल की जीजीविशा और लगन मेहनत के बल पर इसने अपने अभियान को ही नहीं देश की पदक तालिका को भी स्वर्णिम बना दिया। इसीलिए खेल मंत्रालय ने प्रवीण कुमार को खेल रत्न से नवाजा है।
प्रवीण को मनु भाकर, गुकेश व हरमनप्रीत के साथ खेल रत्न
युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के एक बयान के अनुसार, दो बार की ओलंपिक पदक विजेता मनु भाकर, विश्व शतरंज चैंपियन गुकेश डोमराजू, भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह और पैरा एथलीट प्रवीण कुमार को प्रतिष्ठित खेल रत्न से सम्मानित किया गया है। युवा मामले एवं खेल मंत्रालय ने गुरुवार को राष्ट्रीय खेल पुरस्कार 2024 की घोषणा की। मनु भाकर ने महिलाओं की व्यक्तिगत 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में तीसरा स्थान हासिल करके ओलंपिक में भारत के लिए पदक तालिका में पहला स्थान हासिल किया, जिससे वह भारत के लिए ओलंपिक पदक जीतने वाली पहली महिला निशानेबाज बन गईं। इसके बाद, सरबजोत सिंह और भाकर ने 10 मीटर एयर पिस्टल (मिश्रित टीम) स्पर्धा में कांस्य पदक जीता, जो भारत का पहला शूटिंग टीम पदक था। इस बीच, गुकेश की सफलता की कहानी 2024 में भारतीय खेलों की प्रमुख उपलब्धियों में से एक थी। उन्होंने दिसंबर में सिंगापुर में विश्व चैंपियनशिप मैच के निर्णायक 14वें गेम में चीन के डिंग लिरेन को हराकर इतिहास रच दिया। चैंपियनशिप में 6.5-6.5 से बराबरी के बाद फाइनल गेम में गुकेश ने शानदार प्रदर्शन किया, जिन्होंने 7.5-6.5 से जीत हासिल की और 18 साल की उम्र में सबसे कम उम्र के विश्व चैंपियन बन गए। वह विश्वनाथन आनंद के बाद भारत के दूसरे विश्व शतरंज चैंपियन भी बने।
प्रवीण ने जीता था स्वर्ण पदक
पैरा एथलीट प्रवीण कुमार ने पैरालिंपिक 2024 में पुरुषों की ऊंची कूद टी 64 में स्वर्ण पदक जीता, जबकि हरमनप्रीत सिंह ने कांस्य पदक जीतने वाली पेरिस ओलंपिक टीम की कप्तानी की। हरमनप्रीत टोक्यो ओलंपिक का भी हिस्सा थे, जहां भारत ने हॉकी में कांस्य पदक जीता था। उन्हें एफआईएच प्लेयर आॅफ द ईयर के लिए भी नामित किया गया है। भारतीय पुरुष हॉकी खिलाड़ी हरमनप्रीत सिंह, संजय, अभिषेक, सुखजीत सिंह और महिला हॉकी टीम की कप्तान सलीमा टेटे को खेल और खेल 2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। भारतीय शतरंज ग्रैंडमास्टर वंतिका अग्रवाल और एथलीट ज्योति याराजी को भी अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पैरा एथलीट प्रीति पाल, जीवनजी दीप्ति, अजीत सिंह, सचिन सरजेराव खिलारी, धरमबीर, प्रणव सूरमा, होकाटो सेमा, सिमरन और नवदीप को भी अर्जुन पुरस्कार मिलेगा।
इन्हें भी दिया गया सम्मानित पुरस्कार
ओलंपिक पदक विजेता स्वप्निल सुरेश कुसाले और सरबजोत सिंह और पैरा-ओलंपिक निशानेबाज मोना अग्रवाल और रूबीना फ्रांसिस को भी अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। पूर्व डेम्पो एफसी और ईस्ट बंगाल के मुख्य कोच अरमांडो एग्नेलो कोलाको को भी आजीवन श्रेणी में द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित किया गया। पुरस्कार विजेता 17 जनवरी, 2025 को राष्ट्रपति भवन में एक विशेष रूप से आयोजित समारोह में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से पुरस्कार प्राप्त करेंगे।
यूपी के बिजली बकायेदारों को नए साल में बंपर छूट, योगी ने दिया तोहफा
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।