Monday, 12 May 2025

आतंकी से अकेले भिड़ा टट्टूवाला सैयद आदिल शाह : बहादुरी की मिसाल बना कश्मीर का सपूत

Pahalgam Terror Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जहां 28 निर्दोष लोगों की जान चली गई,…

आतंकी से अकेले भिड़ा टट्टूवाला सैयद आदिल शाह : बहादुरी की मिसाल बना कश्मीर का सपूत

Pahalgam Terror Attack : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में जहां 28 निर्दोष लोगों की जान चली गई, वहीं एक नाम ऐसा भी सामने आया जिसने बहादुरी की परिभाषा को नए सिरे से गढ़ा सैयद आदिल हुसैन शाह ने, जो पेशे से एक टट्टूवाला था। लेकिन उस दिन, वो सिर्फ एक टट्टूवाला नहीं था। वह एक रक्षक था, एक योद्धा था, और आखिरकार, एक शहीद। Pahalgam Terror Attack

बचाने की कोशिश में गंवाई जान

घटना के वक्त शाह एक पर्यटक को बैसरन मैदान तक घोड़े पर लेकर जा रहे थे। यह इलाका केवल पैदल या घोड़े के रास्ते ही पहुंचा जा सकता है। जब हमला हुआ, तो सैयद आदिल ने बिना सोचे समझे उस पर्यटक को बचाने की कोशिश की। जैसे ही उसने एक आतंकी से बंदूक छीनने की कोशिश की, उसे गोलियां मार दी गईं। वह गिर पड़ा, लेकिन उसकी कोशिश ने कई जानें बचा लीं। Pahalgam Terror Attack

परिवार का इकलौता सहारा

सैयद आदिल अपने परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था। उसके ऊपर उसके बुजुर्ग माता-पिता, पत्नी और छोटे-छोटे बच्चे निर्भर थे। अब, जब वह नहीं रहा, तो पूरा परिवार एक अनिश्चित भविष्य की ओर देख रहा है। उसकी मां का वीडियो, जिसमें वह बेटे के खोने और परिवार की दुर्दशा को लेकर रो रही हैं, सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। हर आंख नम है, हर दिल दुखी। Pahalgam Terror Attack

पिता की करुण गवाही

सैयद हैदर शाह, आदिल के पिता ने एएनआई को बताया कि मेरा बेटा रोज की तरह काम पर गया था। हमें हमले की खबर दोपहर 3 बजे मिली, हम फोन कर रहे थे लेकिन वह बंद था। शाम को जब फोन चालू हुआ, तब किसी और ने उठाया और बाद में हमें बताया गया कि उसे गोली लगी है। उनकी आवाज में गम भी था, और बेटे पर गर्व भी। Pahalgam Terror Attack

एक आम इंसान, एक असाधारण बलिदान

सैयद आदिल हुसैन शाह ने कोई सेना की ट्रेनिंग नहीं ली थी, न ही उसके पास कोई हथियार था। लेकिन उसके पास वो जज्बा था, जो किसी हथियार से कहीं ज्यादा ताकतवर होता है। दूसरों की जान बचाने की इच्छा, और अपनी जान की बाजी लगाने का साहस। अब सवाल है क्या सरकार आदिल शाह जैसे शहीद को केवल श्रद्धांजलि देकर भूल जाएगी? या फिर उसे शहीद का दर्जा, परिवार को स्थायी सहायता, बच्चों की शिक्षा, और आर्थिक सुरक्षा देकर यह साबित करेगी कि जो देश के लिए जान देता है, उसका देश साथ कभी नहीं छोड़ता। सैयद आदिल शाह की बहादुरी सिर्फ एक इंसान की कहानी नहीं है यह संदेश है उन तमाम लोगों के लिए कि हीरो वर्दी में ही नहीं, दिल और हौसले में भी होते हैं। Pahalgam Terror Attack

पूरे देश में यूसीसी लागू करने के लिए अभी लंबा रास्ता होना है तय

ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।

देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें  फेसबुक  पर लाइक करें या  ट्विटर  पर फॉलो करें।

Related Post