भारत के वैभव तनेजा की ऐतिहासिक उड़ान, टेस्ला ने दी इतिहास रचने वाली सेलरी

Tesla
Top Salary
locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 MAY 2025 05:37 PM
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Top Salary : वैभव तनेजा का जन्म और प्रारंभिक शिक्षा भारत में हुई। उन्होंने 1999 में दिल्ली यूनिवर्सिटी से कॉमर्स में स्नातक किया, इसके बाद चार्टर्ड अकाउंटेंसी की कठिन परीक्षा पास की। उस समय उन्होंने शायद ही सोचा होगा कि एक दिन वो दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित कंपनियों में से एक के सीएफओ बनेंगे। 2006 में वह अमेरिका उच्च शिक्षा और करियर के बेहतर अवसरों के लिए गए। वहाँ उन्होंने अपनी प्रोफेशनल योग्यता और रणनीतिक सोच से खुद को धीरे-धीरे स्थापित किया।

साधारण शुरूआत, असाधारण सफलता

2017 में उन्होंने टेस्ला जॉइन किया। उन्होंने विभिन्न पदों पर काम करते हुए कंपनी की वित्तीय प्रणाली को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई। टेस्ला जैसे तेजी से बढ़ते संगठन में फाइनेंस का संचालन करना किसी भी पेशेवर के लिए चुनौतीपूर्ण होता है, लेकिन वैभव ने यह काम कुशलता और दूरदृष्टि से किया।

इतिहास रचने वाली सैलरी

वित्तीय वर्ष 2024 में उन्हें मिला बेस सैलरी: $400,000 (3.3 करोड़) और कुल पैकेज: $139.5 मिलियन (1157 करोड़ रुपये)। इस पैकेज में मुख्य रूप से स्टॉक आॅप्शन और इक्विटी अवॉर्ड्स शामिल हैं। ये आंकड़े उन्हें सुंदर पिचाई, सत्य नडेला और अन्य दिग्गजों से कमाई के मामले में आगे ले जाते हैं। वैभव तनेजा सिर्फ वैश्विक सीएफओ ही नहीं, बल्कि टेस्ला इंडिया मोटर्स एण्ड इंजीनियरी प्राइवेट लिमिटेड के डायरेक्टर भी हैं। भारत में टेस्ला के कारखानों की स्थापना, नीति-निर्माताओं से संपर्क, निवेश रणनीति और बाजार में विस्तार की योजनाओं में उनकी सीधी भूमिका है। उनकी मौजूदगी भारत में टेस्ला की स्थापना और विस्तार की प्रक्रिया को तेज कर सकती है।

शिक्षा और विशेषज्ञता की ताकत

एक साधारण भारतीय कॉलेज से पढ़कर निकला छात्र, आज दुनिया की सबसे चर्चित कंपनियों में अहम जिम्मेदारी निभा रहा है। वैभव तनेजा की प्रोफेशनल यात्रा बताती है कि अगर आपके पास लक्ष्य है, तो रास्ता खुद-ब-खुद बनता है। सुंदर पिचाई, सत्य नडेला और अब वैभव तनेजा जैसे उदाहरण यह प्रमाणित करते हैं कि भारतीय टैलेंट को ग्लोबल कॉर्पोरेट लीडरशिप में अहम स्थान मिल रहा है। भारत में टेस्ला का निर्माण और निवेश तेजी से आगे बढ़ सकता है। वैभव की लीडरशिप भारतीय अर्थव्यवस्था और टेक इंडस्ट्री में नए अवसरों का द्वार खोल सकती है। वह आने वाले वर्षों में कॉर्पोरेट गवर्नेंस और रणनीतिक नेतृत्व के वैश्विक चेहरे बन सकते हैं। वैभव तनेजा की यह कहानी सिर्फ उच्च सैलरी की नहीं, बल्कि एक भारतीय युवा के प्रतिभा, शिक्षा और वैश्विक नेतृत्व तक की यात्रा का प्रतीक है। यह साबित करता है कि दिल्ली की गलियों से लेकर सिलिकॉन वैली की ऊँचाइयों तक, मेहनत की कोई सीमा नहीं होती।

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छत्तीसगढ़ में मारा गया खूंखार नक्सली कमांडर बसव राजू, इतनी थी इनामी राशि

National News 48
National News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 MAY 2025 03:54 PM
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National News : छत्तीसगढ़ के अबूझमाड़ के घने जंगलों में सुरक्षा बलों को नक्सल विरोधी अभियान के दौरान बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। माओवादी संगठन के महासचिव और पोलित ब्यूरो सदस्य बसव राजू को सुरक्षाबलों ने एक भीषण मुठभेड़ में मार गिराया। उस पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित था और वह लंबे समय से सुरक्षाबलों के लिए सिरदर्द बना हुआ था।

50 घंटे चला ऑपरेशन, 26 से अधिक नक्सली ढेर

नारायणपुर, बीजापुर और सुकमा जिलों की सीमावर्ती क्षेत्र में चल रहे लगभग 50 घंटे लंबे ऑपरेशन में डीआरजी (जिला रिजर्व गार्ड) के जवानों ने बड़ी रणनीतिक जीत दर्ज की। मिली जानकारी के अनुसार, अबूझमाड़ और इंद्रावती नदी के बीच स्थित घने जंगलों में हुई मुठभेड़ में 26 से अधिक नक्सली मारे गए, जिनमें टॉप कमांडर बसव राजू भी शामिल था।

नक्सली संगठन का रणनीतिकार था बसव राजू

बसव राजू नक्सली संगठन CPI (माओवादी) की रणनीति निर्माण से लेकर हथियारों की आपूर्ति तक की जिम्मेदारी निभा रहा था। गणपति के बाद उसे संगठन की कमान सौंपी गई थी और वह माओवादी आंदोलन का प्रमुख चेहरा बन चुका था। उसके मारे जाने को सुरक्षाबलों की बड़ी सफलता और संगठन के लिए गहरा झटका माना जा रहा है।

16 राज्यों की पुलिस कर रही थी तलाश

बसव राजू की खतरनाक गतिविधियों और रणनीतिक महत्व को देखते हुए केंद्र और राज्य सरकारों ने उस पर एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया था। देश के करीब 16 राज्यों की पुलिस उसे वर्षों से तलाश रही थी, लेकिन वह हर बार चकमा देकर भाग निकलता था। उसकी गतिविधियों पर निगरानी रखने के लिए खुफिया एजेंसियां भी सतर्क थीं।

अभियान में एक जवान शहीद, एक घायल

हालांकि इस बड़ी सफलता की कीमत भी चुकानी पड़ी। अभियान के दौरान सुरक्षा बलों के एक सहयोगी की मृत्यु हो गई जबकि एक जवान घायल हुआ है। घायल जवान को उपचार के लिए निकटवर्ती अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

कैसे चला ऑपरेशन?

पुलिस सूत्रों के अनुसार, अबूझमाड़ क्षेत्र में माओवादी माड़ डिवीजन के सक्रिय होने की खुफिया सूचना पर नारायणपुर, बीजापुर, दंतेवाड़ा और कोंडागांव जिलों की डीआरजी की संयुक्त टीम को इलाके में भेजा गया था। जंगलों में घेराबंदी कर नक्सलियों के ठिकानों पर सटीक हमला किया गया। मुठभेड़ के बाद इलाके में सर्च ऑपरेशन अभी भी जारी है।    National News 

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छत्तीसगढ़ में नक्सलियों पर बड़ी कार्रवाई, मुठभेड़ में 26 को मार गिराया, 1 जवान शहीद

Naxal
Naxalite Encounter
locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 MAY 2025 00:53 PM
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Naxalite Encounter : नक्सली उन्मूलन अभियान के तहत छत्तीसगढ़ के नायारणपुर में डीआरजी जवानों की नक्सलियों के खिलाफ बड़ी कार्यवाही की है। अबुझमाड़ में डीआरजी जवानों ने नक्सलियों के बड़े कमांडरों को घेर लिया गया है। नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर व कोंडागांव की डीआरजी के जवान मौके पर मौजूद हैं और यहां जिले स्तर के फोर्स की टीम ने नक्सलियों के बड़े कमांडरों को घेर लिया है। साथ ही इस मुठभेड़ में 26 के करीब नक्सलियों के मारे जाने की खबर है। ये संख्या और भी बढ़ सकती है। डीआरजी जवानों की नक्सलियों के साथ मुठभेड़ जारी है।

एक करोड़ का इनामी नक्सली मारा गया

गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि 50 घंटों से ज्यादा से यह आॅपरेशन चल रहा है। अब तक 26 से अधिक नक्सलियों के मारे जाने की सूचना है। जवानों की भुजाओं की ताकत से नक्सलियों के खिलाफ एक और बड़ी कामयाबी मिली है। उन्होंने कहा कि अभी सर्च आॅपरेशन जारी है, कुछ डेडबॉडी रिकवर हुई है। एक जवान घायल हुआ है जो खतरे से बाहर है एक सहयोगी शाहिद हुए हैं। इस मुठभेड़ में 1 करोड़ के इनामी नक्सली लीडर राजू के मेरे जाने की भी खबर है।

मुख्य बिंदु

-स्थान: अबुझमाड़, नारायणपुर (छत्तीसगढ़) -कार्रवाई करने वाली फोर्स : डीआरजी (नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंडागांव से जवान तैनात) -मुठभेड़ में हताहत: 26 नक्सली मारे गए (संख्या बढ़ सकती है) -1 डीआरजी जवान शहीद -1 जवान घायल (स्थिति स्थिर)

जवानों को मिली बड़ी सफलता

गृह मंत्री विजय शर्मा ने आॅपरेशन को 50 घंटे से भी ज्यादा चलने वाला बताया और इसे जवानों की बड़ी सफलता करार दिया। सर्च आॅपरेशन अभी भी जारी है, मृतकों की संख्या बढ़ सकती है और अहम जानकारी सामने आ सकती है। राज्य सरकार ने इन नक्सल-प्रभावित इलाकों को "नक्सल मुक्त" बनाने का संकल्प लिया है। इस मुठभेड़ को नक्सल आंदोलन के लिए बड़ी क्षति और सुरक्षा बलों की रणनीतिक सफलता माना जा रहा है। इन इलाकों को नक्सल मुक्त बनाने का संकल्प लिया गया है। ऐसे में यहां पर लगातार सर्च आॅपरेशन चलाया जा रहा था। सेना की तरफ से बड़ी कार्रवाई जारी है। इस कार्रवाई के दौरान सेना का एक जवान भी शहीद हो गया। Naxalite Encounter

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