यह एथलीट डोपिंग उल्लंघन के चलते चार साल के लिए प्रतिबंधित

Manu
Doping Violation
locationभारत
userचेतना मंच
calendar12 APR 2025 07:15 PM
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Doping Violation : भारतीय भाला फेंक एथलीट डीपी मनु को डोपिंग उल्लंघन के चलते चार साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) द्वारा अप्रैल 2024 में इंडियन ग्रां प्री-1 के दौरान लिए गए सैंपल में प्रतिबंधित पदार्थ मेंथाइलटेस्टोस्टेरोन पाए जाने के बाद यह निर्णय लिया गया।

डीपी मनु का करियर और उपलब्धियां

- उम्र : 25 वर्ष - व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ थ्रो : 84.35 मीटर (जून 2022, चेन्नई) - 2023 एशियन चैंपियनशिप : रजत पदक विजेता - 2023 वर्ल्ड चैंपियनशिप : छठा स्थान (84.14 मीटर थ्रो) - 2024 इंडियन ग्रां प्री-1 : 81.91 मीटर थ्रो के साथ विजेता मनु की वर्ल्ड रैंकिंग 15वीं थी, जिससे उन्हें पेरिस ओलंपिक 2024 में वर्ल्ड रैंकिंग कोटा के माध्यम से क्वालिफाई करने की संभावना थी। हालांकि, डोपिंग उल्लंघन के चलते उनका ओलंपिक में हिस्सा लेने का सपना टूट गया।

डोपिंग प्रतिबंध और प्रभाव

- प्रतिबंध की अवधि 4 साल (24 जून 2024 से प्रभाव) - प्रभाव पेरिस ओलंपिक 2024 में भागीदारी की संभावना समाप्त - अन्य प्रतिबंधित एथलीट्स : सिमरजीत कौर (400 मीटर रिले) 4 साल का प्रतिबंध नीतेश पूनिया (हथौड़ा फेंक) 2 साल का प्रतिबंध नरिंदर चीमा (ग्रीको-रोमन कुश्ती) 22 मई 2024 से प्रतिबंधत

भारतीय एथलेटिक्स के लिए एक बड़ा झटका

डीपी मनु का डोपिंग में फंसना भारतीय एथलेटिक्स के लिए एक बड़ा झटका है। उनकी प्रतिभा और पिछले प्रदर्शन उन्हें ओलंपिक में पदक की दौड़ में एक मजबूत दावेदार बनाते हैं। यह घटना भारतीय खेलों में डोपिंग के प्रति सतर्कता और जागरूकता की आवश्यकता को रेखांकित करती है।

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सबको जानना चाहिए India गठबंधन का भविष्य ,पूरा विश्लेषण

National News 8
National News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar12 APR 2025 02:43 PM
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National News : लोकसभा चुनाव 2024 के बाद जिस INDIA गठबंधन (Indian National Developmental Inclusive Alliance) को लेकर बड़े-बड़े दावे किए गए थे, उसकी अब कोई चर्चा नहीं हो रही। इस चुप्पी के बीच कांग्रेस की भूमिका पर सवाल खड़े होने लगे हैं, खासकर शिवसेना (UBT) की ओर से।

1. INDIA गठबंधन की चुप्पी पर सवाल

  • चुनाव नतीजों के बाद विपक्षी गठबंधन INDIA ब्लॉक की कोई बैठक नहीं हुई।

  • कांग्रेस ने हाल ही में अहमदाबाद में दो दिवसीय अधिवेशन आयोजित किया, लेकिन वहां भी गठबंधन पर कोई चर्चा नहीं की गई।

  • इससे सवाल उठने लगे हैं—क्या यह गठबंधन जमीन में दब गया है या हवा में उड़ गया?

2. शिवसेना (UBT) का कांग्रेस को दो टूक संदेश

  • उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना (UBT) ने कांग्रेस को सार्वजनिक रूप से चेताया।

  • पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ के संपादकीय में कहा गया कि कांग्रेस केवल अपनी पार्टी की बात कर रही है, न कि गठबंधन के भविष्य की।

3. कांग्रेस अध्यक्ष पर उठी जिम्मेदारी की बात

  • सामना में स्पष्ट रूप से कहा गया कि INDIA गठबंधन के भविष्य की जिम्मेदारी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की है।

  • शिवसेना (UBT) ने पूछा—“क्या कांग्रेस फिर से हार को स्वीकार करने के लिए तैयार है?”

4. क्षेत्रीय चुनावों को लेकर चिंता

  • आगामी विधानसभा चुनावों—बिहार, गुजरात, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और आंध्र प्रदेश—को लेकर भी चिंता जताई गई।

  • सवाल है कि क्या कांग्रेस इन राज्यों में सक्रिय रूप से रणनीति बनाएगी या फिर सिर्फ अधिवेशन करके रह जाएगी?

5. गुजरात में कांग्रेस की स्थिति

  • अहमदाबाद अधिवेशन के बावजूद कांग्रेस को गुजरात में कोई बड़ी सफलता नहीं मिली।

  • 2014 के बाद से कांग्रेस ने वहां सिर्फ एक लोकसभा सीट जीती है।

  • ये आंकड़े कांग्रेस की रणनीति और जमीन पर पकड़ को लेकर चिंता बढ़ाते हैं।

6. अहमदाबाद अधिवेशन: क्या रहा फोकस?

  • 8 और 9 अप्रैल को आयोजित अधिवेशन में राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

  • लेकिन अधिवेशन पूरी तरह से पार्टी केंद्रित रहा, न कि विपक्षी गठबंधन केंद्रित।    National News :

 

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भाजपा का एआईएडीएमके साथ गठबंधन की घोषणा, राज्य में पलानीस्वामी को कमान

Allaince
Alliance :
locationभारत
userचेतना मंच
calendar12 APR 2025 01:58 PM
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Alliance : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में तमिलनाडु में भाजपा (BJP) और अन्नाद्रमुक (AIADMK) के बीच फिर से गठबंधन की घोषणा की है। यह गठबंधन 2026 के विधानसभा चुनावों के लिए किया गया है, जिसमें AIADMK प्रमुख एडप्पादी के. पलानीस्वामी (EPS) राज्य स्तर पर गठबंधन का नेतृत्व करेंगे, जबकि राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नेतृत्व करेंगे।

गठबंधन की प्रमुख बातें :

- नेतृत्व : राज्य में एआईएडीएमके के एडप्पादी के. पलानीस्वामी और राष्ट्रीय स्तर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गठबंधन का नेतृत्व करेंगे। - गठबंधन की प्रकृति : अमित शाह ने स्पष्ट किया कि AIADMK ने गठबंधन के लिए कोई शर्त नहीं रखी है, और भाजपा AIADMK के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करेगी। - भविष्य की योजना : यदि आवश्यक हुआ, तो दोनों दलों के बीच तालमेल बनाए रखने के लिए एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। - राजनीतिक रणनीति : अमित शाह ने डीएमके सरकार पर भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था की बदहाली और महिलाओं व दलितों के खिलाफ अत्याचार के आरोप लगाए, और कहा कि जनता अब असली मुद्दों पर जवाब मांग रही है।

भाजपा में नेतृत्व परिवर्तन

तमिलनाडु में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के रूप में नयनार नागेंद्रन की नियुक्ति की गई है, जो पहले AIADMK में रह चुके हैं। इससे गठबंधन को और मजबूती मिलने की संभावना है। 2023 में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के. अन्नामलाई की कुछ टिप्पणियों के कारण AIADMK ने एनडीए से अलग होने का निर्णय लिया था। हालांकि, अब दोनों पार्टियों ने फिर से हाथ मिलाया है, जिससे तमिलनाडु की राजनीति में नया मोड़ आने की संभावना है। इस नए गठबंधन के साथ, भाजपा और AIADMK तमिलनाडु में आगामी विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ DMK सरकार को चुनौती देने की योजना बना रही हैं।

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