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Jamshedpur News : सेंट्रल जेल में बंदी की हत्या मामले में 15 दोषियों को फांसी की सजा

Noida News: Married woman committed suicide by hanging

Noida News: Married woman committed suicide by hanging

Jamshedpur : जमशेदपुर। झारखंड की एक जिला अदालत ने जेल में बंदी की हत्या के मामले में 15 दोषियों को मौत की सजा सुनाई है। जबकि वारदात में शामिल 07 अन्य दोषियों को 10 साल कैद की सजा मुकर्रर की है। हाल के वर्षों में एक साथ इतने अधिक अपराधियों को एक साथ फांसी की सजा का यह पहला मामला है।

पूर्वी सिंहभूम जिले के घाघीडीह सेंट्रल जेल में 25 जून 2019 को सजयाफ्ता बंदी मनोज सिंह की हत्या हो गई थी। उस मामले में अपर जिला सत्र न्यायाधीश राजेंद्र प्रसाद सिन्हा की अदालत ने 15 दोषियों को फांसी और बाकी 07 को 10 साल की सजा सुनाई। सभी दोषी कैदी घाघीडीह जेल में बंद हैं।

जिन अपराधियों को फांसी की सजा सुनाई गई है, उसमें वासुदेव महतो, अरूप कुमार बोस, अजय मल्लाह, गोपाल तिरिया, श्यामू जोजो, शिव शंकर पासवान, गंगा खंडैत, जानी अंसारी, पंचानंद पात्रो, पिंकू पूर्ति, संजय दिग्घी, शरद गोप, राम राय सुरीन आदि शामिल हैं। मृतक मनोज सिंह टेल्को मनीफिट का रहने वाला था। वह गैंगस्टर अखिलेश सिंह गिरोह के हरीश सिंह का सहयोगी था। जेल में ही उसकी पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई थी।

घाघीडीह जेल में 25 जून 2019 को टेलीफोन बूथ पर बात करने को लेकर अखिलेश सिंह गिरोह के हरीश सिंह और सजायाफ्ता कैदी पंकज दुबे के बीच विवाद हो गया था। इसमें हरीश सिंह गिरोह के सदस्य सुमित सिंह, मनोज कुमार सिंह, अविनाश श्रीवास्तव सहित अन्य लोग थे। उन्होंने पंकज दुबे की पिटाई कर दी थी। इस हमले के विरोध में सजायाफ्ता कैदियों ने हंगामा करते हुए हरीश सिंह गुट पर हमला कर दिया था। हमले के दौरान मनोज सिंह भागकर जेल के आरुणि कक्ष के ऊपरी तल्ले में छिप गया था। इसके बाद 15 सजायाफ्ता कैदियों ने अंदर घुसकर मनोज सिंह की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। मनोज सिंह को जेल से साकची के एमजीएम अस्पताल लाया गया था, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया था। जेल प्रशासन की शिकायत पर परसुडीह में हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गई थी।

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