Dhananjay Munde : महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता धनंजय मुंडे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस बात की जानकारी देते हुए बताया कि, धनंजय मुंडे का इस्तीफा उनके व्यक्तिगत सहायक प्रशांत जोशी द्वारा मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर सौंपा गया था। फडणवीस ने इस इस्तीफे को स्वीकार किया और इसे राज्यपाल को भेज दिया।
आपराधिक साजिश से घिरे थे धनंजय मुंडे!
धनंजय मुंडे का इस्तीफा एक गंभीर विवाद के कारण हुआ है जिसमें वे हत्याकांड से जुड़े हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, मुंडे बीड जिले के सरपंच संतोष देशमुख की हत्या से जुड़ी एक आपराधिक साजिश में घिरे हुए थे। महाराष्ट्र पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला कि उनके करीबी सहयोगी, वाल्मीक कराड, बीड में जबरन वसूली की कोशिश कर रहा था। जब सरपंच संतोष देशमुख ने कराड और उसके गुर्गों को इस अवैध गतिविधि को रोकने का प्रयास किया, तो कराड ने देशमुख की हत्या की साजिश रच डाली।
दो करोड़ रुपए की फिरौती की हुई थी मांग
एसआईटी (विशेष जांच टीम) ने अपनी चार्जशीट में वाल्मीक कराड को इस हत्या का मास्टरमाइंड बताया है। जांच में यह भी सामने आया कि कराड ने बीड स्थित एक रिन्यूएबल एनर्जी कंपनी से दो करोड़ रुपये की फिरौती की मांग की थी। जब संतोष देशमुख ने इस अवैध वसूली का विरोध किया, तो कराड और उसके सहयोगियों ने उसकी हत्या की योजना बनाई। एसआईटी ने इस मामले में कई ठोस सबूत जुटाए, जिनमें आरोपियों के फोन कॉल रिकॉर्ड और सीसीटीवी फुटेज शामिल थे, जिन्हें फॉरेंसिक लैब ने प्रमाणित किया।
पहले से ही चल रहे थे 11 आपराधिक मामले
इस मामले में पुलिस ने जनवरी में वाल्मीक कराड और उसके छह सहयोगियों को गिरफ्तार किया था और उन्हें महाराष्ट्र कंट्रोल ऑफ ऑर्गेनाइज्ड क्राइम एक्ट (मकोका) के तहत आरोपित किया। कराड के बाद, आरोप पत्र में सुदर्शन घुले का नाम लिया गया है, जिसे ‘गैंग लीडर’ के रूप में पहचाना गया है। सुदर्शन घुले बीड और आसपास के इलाकों में पिछले दस वर्षों से संगठित अपराध में सक्रिय था और उसके खिलाफ 11 आपराधिक मामले पहले से ही चल रहे थे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इससे पहले अजित पवार और प्रफुल्ल पटेल को पत्र लिखकर इस मामले में मुंडे के इस्तीफे की मांग की थी।
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