कोविड-19 के नए मामलों में एक बार फिर तेजी देखी जा रही है। दिल्ली समेत कई शहरों में लोग खांसी, जुकाम और हल्के बुखार जैसे लक्षणों के साथ सामने आ रहे हैं, जिनमें से कुछ कोविड पॉजिटिव भी पाए जा रहे हैं। इस स्थिति ने फिर से लोगों को चिंता में डाल दिया है। लेकिन विशेषज्ञों की मानें तो डरने की नहीं, सतर्क और स्मार्ट रहने की ज़रूरत है।
कोरोना की वापसी: डर नहीं, समझदारी से करें सामना
एक्सपर्ट का मानना है कि कोविड अब किसी आम वायरल की तरह ही है, जो दोबारा हो सकता है। इसलिए यदि पहले कोविड हो चुका है, तब भी सावधानी जरूरी है। शरीर की इम्यूनिटी समय के साथ कमजोर हो सकती है, जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
क्या हैं कोविड से बचने के स्मार्ट टिप्स?
भीड़-भाड़ वाली जगहों से बचें
चाहे शादी हो या सार्वजनिक यात्रा (जैसे ट्रेन, बस, फ्लाइट), ज्यादा भीड़ वाली जगहों से बचना ही सबसे बेहतर उपाय है।
मास्क और सैनिटाइज़र का प्रयोग करें
यदि बाहर जाना जरूरी हो, तो मास्क पहनें और अपने साथ सैनिटाइज़र रखें। घर लौटने पर अच्छे से हाथ धोना न भूलें।
हाथों की साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
खासतौर पर बच्चों को हाथ धोने की आदत डालें। लिफ्ट के बटन जैसी सतहों को छूने में कोहनी या टिशू का प्रयोग करें।
लक्षण दिखें तो तुरंत सतर्क हो जाएं
अगर आपको खांसी, जुकाम, या बुखार जैसे लक्षण हैं, तो बच्चों से थोड़ी दूरी बनाए रखें और मास्क ज़रूर पहनें। छींकते समय रुमाल या कोहनी का इस्तेमाल करें।
बीमार बच्चों को घर पर रखें
अगर बच्चा बीमार है तो उसे स्कूल या पब्लिक प्ले एरिया में ले जाने से बचें। इससे वह दूसरे संक्रमणों से भी बचा रहेगा और दूसरों को भी संक्रमित नहीं करेगा।
ब्रेस्टफीडिंग मांओं के लिए जरूरी सलाह
अगर मां कोविड पॉजिटिव हैं, तो भी ब्रेस्टफीडिंग बंद करने की ज़रूरत नहीं है। मां के दूध में नेचुरल इम्यूनिटी होती है, जो बच्चे को बीमारी से बचा सकती है।
कोविड का डर फिर से बढ़ रहा है, लेकिन इससे घबराने की जगह हमें समझदारी से काम लेना होगा। यदि हम कुछ बेसिक सावधानियाँ अपनाएं, तो खुद को और अपनों को इस बीमारी से सुरक्षित रखा जा सकता है।
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