Friday, 29 March 2024

Delhi University- यूनिवर्सिटी तो खुल गई लेकिन खत्म नहीं हुआ छात्रों का इंतजार

  Delhi University- एक लंबे इंतजार के बाद आखिरकार स्कूल और कॉलेज की रौनक वापस आ गई है। Covid-19 के…

Delhi University- यूनिवर्सिटी तो खुल गई लेकिन खत्म नहीं हुआ छात्रों का इंतजार

 

Delhi University- एक लंबे इंतजार के बाद आखिरकार स्कूल और कॉलेज की रौनक वापस आ गई है। Covid-19 के प्रकोप की वजह से बंद पड़े स्कूल और कॉलेज एक बार फिर खुल गये हैं। कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करते हुए स्कूल और कॉलेजों को शत प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने का फैसला लिया जा चुका है। हर राज्य सरकार अपने राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए, नियमों के तहत स्कूल और कॉलेज खोल रहे हैं। इसी बीच दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) को 17 फरवरी गुरुवार यानी आज से पूरी क्षमता के साथ खोल दिया गया है। लेकिन अभी भी छात्रों की परेशानियां कम नहीं हुई है और इसकी खास वजह यह है कि हॉस्टल में रहने वाले छात्रों को अभी हॉस्टल के लिए और इंतजार करना पड़ेगा।

जानकारी के लिए आपको बता दें कोविड-19 की वजह से पिछले 2 साल से स्कूल कॉलेज में ऑनलाइन मोड से कक्षाएं चल रही थी। यही वजह थी कि पिछले वर्ष भी हॉस्टल में कोई एडमिशन नही हुआ। ऐसे में जब स्कूल और कॉलेज फिर से खुल गए हैं तो छात्रों को हॉस्टल की भी आवश्यकता पड़ेगी ही। लेकिन यूनिवर्सिटी प्रशासन और कॉलेज के प्रधानाध्यापकों का कहना है कि अभी छात्रों को हॉस्टल उपलब्ध कराने में थोड़ा समय लग सकता है। उम्मीद जताई जा रही है कि फरवरी के आखिरी सप्ताह अथवा मार्च माह के पहले सप्ताह तक छात्रों को हॉस्टल उपलब्ध कराए जा सकेंगे।

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दिल्ली विश्वविद्यालय के डीन पंकज अरोड़ा (Pankaj Arora) का कहना है कि हॉस्टल खोलने का फैसला सभी हॉस्टल्स के मैनेजिंग कमेटी द्वारा लिया जाएगा। हॉस्टल खोलने के लिए कौन से कोविड प्रोटोकॉल का बनाए जाएंगे इसका फैसला भी मैनेजिंग कमेटी ही लेगी। हॉस्टल के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया ऑनलाइन मोड से पूरी की जाएगी।

मार्च 2020 से बंद था दिल्ली विश्वविद्यालय-

कोविड संक्रमण आने के बाद मार्च 2020 से दिल्ली विश्वविद्यालय बंद था। हालांकि प्रैक्टिकल के लिए बीच-बीच में विश्वविद्यालय खोला गया। इसके साथ ही सितंबर 2021 में एक बार फिर फाइनल ईयर के छात्रों के लिए विश्वविद्यालय खोला गया लेकिन तीसरी लहर के संकेत आते ही फिर से यूनिवर्सिटी बंद कर दी गई। पूरे दो साल के बाद शत प्रतिशत क्षमता के साथ यूनिवर्सिटी खोली गई है।

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