Drone Pilot Jobs : देश में युवाओं को रोजगार का एक बड़ा मौका मिलने जा रहा है। भारत में जल्द ही 1 लाख ड्रोन पायलट की आवश्यकता पड़ेगी, क्योंकि कई मंत्रालयों ने इस दिशा में कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि ड्रोन पालयट की जॉब के लिए बहुत ज्यादा शैक्षणिक योग्यता की भी आवश्यकता नहीं होगी। कुछ महीनों की ट्रेनिंग के बाद युवा अपने करियर की उड़ान भर सकते हैं। ड्रोन सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए नीति आयोग और नागरिक उड्डयन मंत्रालय आपस में सहयोग भी कर रहा है।
Drone Pilot Jobs
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को ड्रोन सेक्टर में युवाओं के रोजगार के बहुत बड़े अवसर की बात की है। उन्होंने कहा है कि 12 केंद्रीय मंत्रालय ड्रोन सेवाओं के स्वदेशी मांग को बढ़ावा देने की कोशिशों में लगे हुए हैं। उनके मुताबिक आने वाले वर्षों में भारत में लगभग 1 लाख ड्रोन पायलटों की आवश्यकता पड़ेगी। उन्होंने नीति आयोग के एक कार्यक्रम में कहा है, ‘हम ड्रोन सेक्टर को तीन पहियों पर आगे लेकर बढ़ रहे हैं। पहला पहिया है नीति। आपने देखा होगा कि हम कितनी तेजी से नीतियों को लागू कर रहे हैं। उनका कहना है कि दूसरा पहिया इस सेक्टर को प्रोत्साहन देना है। उनके मुताबिक इस दिशा में प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (पीएलआई) स्कीम की व्यवस्था है, जिससे ड्रोन सेक्टर में निर्माण और सेवा को और ज्यादा बढ़ावा मिलेगा। तीसरा पहिया स्वदेशी डिमांड पैदा करना है और 12 मंत्रालय इसी दिशा में कोशिश कर रहे हैं।
ड्रोन पर दिल्ली में नीति आयोग के अनुभव स्टूडियो को लॉन्च करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘हमारे पास 2030 तक भारत को ग्लोबल ड्रोन हब बनाने की क्षमता है। इस प्रौद्योगिकी का लाभ उठाने के लिए विभिन्न औद्योगिक और रक्षा से जुड़े क्षेत्रों में ड्रोन के उपयोग को बढ़ावा देना हमारे लिए अति आवश्यक है, जैसा कि माननीय प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दिशा में प्रकाश डाला है।’ उन्होंने कहा है, ‘हम ड्रोन सेवाओं को आसानी से उपलब्ध करवाने की दिशा में सक्रिय होकर कार्य कर रहे हैं। भारत जल्द ही ड्रोन इनोवेशन को अपनाने वाले उद्योगों की बहुत बड़ी संख्या देखेगा। आखिरकार यह एक ऐसी क्रांति की ओर ले जाएगा, जिससे हर नागरिक का जीवन प्रभावित होगा, जिससे प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य साकार होगा।’
केंद्रीय मंत्री के मुताबिक जिनके पास 12वीं पास होने का सर्टिफिकेट है, उन्हें ड्रोन पायलट के रूप में ट्रेनिंग दी जा सकती है। इसके लिए किसी कॉलेज की डिग्री की आवश्यकता नहीं है। उनका कहना है कि आने वाले वर्षों में हमें लगभग 1 लाख ड्रोन पायलटों की आवश्यकता पड़ेगी। यानी युवाओं के पास रोजगार का बहुत बड़ा अवसर है। सिंधिया ने दो ड्रोन प्रतियोगिताओं के लॉन्च की भी घोषणा की है, जो कि नीति आयोग और सिविल एविएशन मिनिस्ट्री के सहयोग से होंगी।
ड्रोन पायलट का वेतन कितना होगा ?
जब बात 1 लाख युवाओं को रोजगार मिलने की हो रही है, तो योग्यता के बाद सबसे बड़ा सवाल यही उठता है कि ड्रोन पायलटों को सैलरी कितनी मिलेगी? पीएम मोदी के मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसके बारे में कहा है, ‘दो-तीन महीनों की ट्रेनिंग लेने के बाद वह व्यक्ति (युवक या युवती) ड्रोन पायलट की जॉब करेगा, जिसमें करीब 30,000 रुपये मासिक वेतन मिलेगा।’ मंत्री ने जिन दो प्रतियोगिताओं की बात की है, वे हैं- ‘ड्रोन फॉर सोशल इंपैक्ट कॉम्पिटिशन’ और ‘रोबोटिक्स वर्कशॉप एंड कॉम्पिटिशन’। पहली प्रतियोगिता स्टार्ट-अप समुदायों को अपनी क्षमता प्रदर्शित करने के लिए होगी और दूसरी अटल टिंकरिंग लैब के स्टूडेंट को नवाचार और समस्याओं के हल में अपनी प्रतिभा दिखाने के लिए होगी।