Delhi News: प्रधान न्यायाधीश ने दीपांकर दत्ता को SC के न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar12 DEC 2022 11:52 AM
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Delhi News: नयी दिल्ली। प्रधान न्यायाधीश (सीजेआई) डी. वाई. चंद्रचूड़ ने बंबई उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश के रूप में सोमवार को शपथ दिलाई।

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कलकत्ता उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश दिवंगत सलिल कुमार दत्ता के बेटे और उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश अमिताव रॉय के रिश्तेदार न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता ने पूर्वाह्न 10 बजकर 36 मिनट पर न्यायालय के अदालत कक्ष-1 में शपथ ग्रहण की।

प्रधान न्यायाधीश समेत उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों के कुल स्वीकृत पदों की संख्या 34 है। न्यायमूर्ति दीपांकर दत्ता के शपथ ग्रहण करने के साथ ही शीर्ष अदालत में न्यायाधीशों की कुल संख्या बढ़कर 28 हो गई है।

केंद्रीय कानून मंत्रालय के न्याय विभाग ने रविवार को उनकी नियुक्ति की घोषणा करते हुए एक अधिसूचना जारी की थी।

न्यायमूर्ति दत्ता का जन्म नौ फरवरी 1965 को हुआ था। वह अभी 57 साल के हैं और उच्चतम न्यायालय में उनका कार्यकाल आठ फरवरी 2030 तक होगा। उच्चतम न्यायालय में सेवानिवृत्ति आयु 65 वर्ष है।

उनके नाम की सिफारिश पिछले साल सितंबर में तत्कालीन प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति यू. यू .ललित (अब सेवानिवृत्त) की अध्यक्षता वाले उच्चतम न्यायालय कॉलेजियम ने की थी।

न्यायमूर्ति दत्ता को स्थायी न्यायाधीश के तौर पर कलकत्ता उच्च न्यायालय में 22 जून 2006 को पदोन्नत किया गया था। इसके बाद 28 अप्रैल 2020 को उन्हें बंबई उच्च न्यायालय का मुख्य न्यायाधीश बनाया गया।

कलकत्ता उच्च न्यायालय की वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार कलकत्ता विश्वविद्यालय से उन्होंने 1989 में विधि की डिग्री ली। इसके बाद 16 नवंबर 1989 को वह अधिवक्ता के तौर पर पंजीकृत हुए।

वह 16 मई 2002 से 16 जनवरी 2004 तक पश्चिम बंगाल राज्य के लिए कनिष्ठ स्थायी वकील रहे और 1998 से भारत सरकार के वकील बने। उन्होंने 1996-97 से 1999-2000 तक यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लॉ, कलकत्ता विश्वविद्यालय में भारत के संवैधानिक कानून के अतिथि व्याख्याता के रूप में भी अपनी सेवाएं दी।

Loksabha News: नवनिर्वाचित सांसद डिंपल यादव ने लोकसभा पहुंच ली शपथ ली

 
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Loksabha News: नवनिर्वाचित सांसद डिंपल यादव ने लोकसभा पहुंच ली शपथ ली

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calendar12 DEC 2022 11:41 AM
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Loksabha News: मैनपुरी लोकसभा का उपचुनाव जीतने के बाद समाजवादी पार्टी की सांसद डिम्पल यादव ने संसद सदस्य के तौर पर शपथ ली। वे अपने पति और समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव के साथ दिल्ली में स्थित संसद भवन पहुंचीं थीं। सदन की शपथ लेने के बाद डिंपल ने कांग्रेस नेता सोनिया गांधी के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया।

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[caption id="attachment_48850" align="alignnone" width="750"]Loksabha News Loksabha News[/caption] आपको बता दें कि मैनपुरी उपचुनाव में​ डिंपल यादव ने भाजपा के रघुराज शाक्य को 2,88,461 वोटों से हराया था। मैनपुरी सीट के लिए लगाया गया बीजेपी का सारा सियासी गणित फेल हो गया था। अपनी जीत के बाद डिम्पल ने कहा था कि मैनपुरी की जनता और उन तमाम लोगों का शुक्रिया, जिन्होंने हमें समर्थन दिया है। मैनपुरी की जनता ने इतिहास रचा है। यह जीत नेताजी की जीत है और हमारी यह जीत नेताजी को श्रद्धांजलि के तौर पर उन्हें समर्पित है।

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Unique wedding: अनोखी शादी: दूल्हे के साथ निकली दुल्हन की भी बारात

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Unique wedding
locationभारत
userचेतना मंच
calendar12 DEC 2022 11:23 AM
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Unique wedding: राजस्थान में एक अनोखी शादी का मामला सामने आया है। शादी ब्याह में अक्सर दूल्हे की ही बारात निकाली जाती है, लेकिन राजस्थान के बारां जनपद के छबड़ा कस्बे में दूल्हे के साथ साथ दुल्हन की भी बारात निकाली गई। यही नहीं जब वरमाला का वक्त आया तो दुल्हन पैदल चलकर स्टेज तक नहीं पहुंची, दुल्हन का वरमाला पहनाने के लिए स्टेज तक पहुंचने का अंदाज ही निराला था।

Unique wedding

राजस्थान के बारां जिले जनपद के छबड़ा कस्बा निवासी कामेक्षा की शादी थी। इस शादी में दुल्हन कामेक्षा ने शादी की जो परंपराएं निभाई, उनको निभाने का अंदाज ही निराला था। यह शादी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है।

सबसे पहले दूल्हा अपने घर से घोड़ी पर सवार होकर दुल्हन के घर पर पहुंचा। इसके बाद दुल्हन भी घोड़ी पर बैठी और दोनों गांव की सैर करने के लिए निकल गए। आगे डीजे बजता रहा जिसकी धुन पर दोनों के परिजन नाचते गाते रहे। वहीं जब वरमाला की बारी आई तो दुल्हन कामेक्षा बुलेट बाइक पर सवार होकर स्टेज तक पहुंची।

कामेक्षा को बचपन से ही बाइक चलाने का शौक था। ऐसे में उसके पिता ने शादी के दिन उसे यह सरप्राइज दिया था क्योंकि कामेंक्षा को बाइक चलाना आता था। बुलेट रानी बन कर आई इस दुल्हन को देखने के लिए शादी में लोग काफी उत्साहित हो गए।

बड़े ही खूबसूरत अंदाज में दुल्हन की एंट्री हुई। यह शादी अब पूरे कस्बे में चर्चा का ही विषय बनी हुई है। दुल्हन के पिता सरकारी स्कूल में प्रिंसिपल है। जिनका कहना है कि बेटे की तरह बेटी का भी हर एक ख्वाब पूरा करना चाहिए। दोनों के बीच किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं होना चाहिए। वही दूल्हे सुनील का कहना है कि उनकी शादी उनके लिए हमेशा यादगार रहेगी।

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