Eid UL Fitr 2024: मुसलमानों के रमजान पाक का आज यानी बुधवार को 30 दिन पूरे हो गए है। 12 मार्च से पहला रोजा रखा गया था और 10 अप्रैल को आखिरी रोजा है। वहीं 11 अप्रैल को देशभर में ईद का जश्न मनाया जाएगा। लेकिन देश के कुछ राज्यों में आज यानी बुधवार को ही ईद मनाई जा रही है। शव्वाल का चांद दिखने के बाद पाकिस्तान भी बाकी देशों के साथ आज ईद मना रहा है। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में चांद दिखने के बाद ही 10 अप्रैल को ही ईद का त्योहार मना रहा है। इतना ही नहीं दुनियाभर के मुस्लिम देश भी आज ही के दिन ईद को सेलिब्रेट कर रहे है। आइए जानते है ईद से जुड़ी कुछ बातों के बारें में…
क्या कहता है इस्लामिक कैलेंडर?
मिली जानकारी के अनुसार इस्लामिक कैलेंडर में रमजान का महीना 29 या 30 दिन का होता है। भारत में रमजान के 29वें दिन चांद नहीं नजर आया। इसलिए अब 30वें दिन चांद दिखने के बाद 11 अप्रैल को ईद-उल-फितर का त्योहार मनाया जाएगा। दरअसल भारत के साथ बांग्लादेश भी गुरुवार को ईद मनाएगा।
ईद के दिन क्या करें
आपको बता दें कि ईद-ऊल-फितर का त्योहार मुसलमानों के लिए एक तोहफे की तरह होता है। पूरे महीने रमजान रखने के बाद मीठी ईद मनाई जाती है। इस सबसे जरूरी होती है ईद की नमाज, इसके बिना ईद अधूरी होती है। इसके बाद हर मुसलमानों को अपनी हैसियात के हिसाब से जकात अल-फित्र निकालना पड़ता है। फिर ईद के मौके पर नए कपड़े पहनें जाते है और आपस में एक दूसरे को मुबारकबाद दी जाती है। ईद पर मीठी सेवईंयां और स्वादिष्ट भोजन के साथ जश्न मनाया जाता है। इसके बाद दोस्तों और रिश्तेदारों से मिलकर एक दूसरों को ईद की बधाई दी जाती है।
Eid UL Fitr 2024
ईद के दिन क्या न करें
ईद के दिन इस्लाम धर्म में नशे को हराम बताया गया है लेकिन फिर भी कुछ लोग इसका सेवन करते हैं। खासकर ईद के दिन लोगों को नशे की चीजों से दूर ही रहना चाहिए। इसकी के साथ ईद के दिन किसी भी व्यक्ति को अपमान नहीं करना चाहिए और न ही किसी का मजाक उड़ाएं। ईद के मौके पर किसी से लड़ाई-झगड़ा न करें और ईद के दिन अनुचित कपड़े न पहनें। सबसे जरूरी बात ईद के दिन जकात-उल-फितर देना न भूलें। ईद की नमाज से पहले जकात-उल-फितर दिया जाता है।
चांद देखना क्यों है जरूरी?
आपको बता दें कि इस्लामिक धर्म के मुताबिक , ईद मनाने से पहले मुसलमानों के लिए चांद देखना अफजल मना गया है। क्योंकि शरीयत में अपनी आंखों से देखने और गवाही से ही सुबूत का एतबार है। इसलिए शब-ए-बारात, शब-ए-कद्र, ईद और ईद-उल-अजहा जैसे पर्व से पहले लोग चांद देखा करते हैं। चांद रात में चांद देखने के बाद लोग अल्लाह से दुआ भी मांगते हैं। रमजान के आखिरी दिन नया चांद देखने के बाद ही ईद-उल-फितर का त्योहार शुरू होता है। इस्लाम में यह परंपरा कई सालों से चली आ रही है। Eid UL Fitr 2024
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