Exit Poll : इंतजार की घड़ी समाप्त हो गई है। लोकसभा चुनाव-2024 को लेकर चेतना मंच का एग्जिट पोल अब आपके सामने है। देश भर की अलग-अलग लोकसभा सीटों पर किए गए चेतना मंच के एग्जिट पोल में एक बार फिर से केन्द्र में भाजपा के नेतृत्व वाली NDA की सरकार बनती हुई नजर आ रही है। यह अलग बात है कि एग्जिट पोल में भाजपा तथा पीएम मोदी का “इस बार 400 पार” वाला नारा फेल होता हुआ नजर आ रहा है।
आसान भाषा में एग्जिट पोल का नतीजा
चेतना मंच में देश भर में अपने सहयोगियों, शुभचिंतकों, संवाद सूत्रों तथा कंटेट राइटर्स के सहयोग से सबसे मुश्किल एग्जिट पोल कराया है। यह एग्जिट पोल तथाकथित बड़े-बड़े मीडिया हाउसों द्वारा लाखों रूपये खर्च करके कराये जाने वाले एग्जिट पोल से बिल्कुल अलग है। इस एग्जिट पोल में चेतना मंच ने मतदाताओं के सैम्पल तो बहुत ही कम एकत्र किए हैं, किन्तु अलग-अलग लोकसभा क्षेत्रों में सक्रिय पत्रकारों, राजनेताओं तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं की राय ठीक मतदान वाले दिनों में एकत्र की है। देश भर में राजनीति के जानकारों के हिसाब से चेतना मंच ने एग्जिट पोल के नतीजे तैयार किए हैं। हम यहां आपको आकंड़ों की बाजीगरी में नहीं उलझा रहे हैं। आंकड़ों का पूरा विश्लेषण करने के बाद हमारे सामने एग्जिट पोल में जो रिजल्ट आए हैं उन्हें हम आसान भाषा में आपके सामने रख रहे हैं।
आसानी से बन रही है भाजपा की सरकार
चेतना मंच के एग्जिट पोल ने भारतीय जनता पार्टी की सरकार आसानी से बनती हुई नजर आ रही है। Exit Poll के विश्लेषण से पता चलता है कि भारतीय जनता पार्टी को अकेले अपने दम पर 305 से लेकर 325 सीटें तक जीतने में कामयाब हो सकती है। इसी प्रकार भाजपा के नेतृत्व वाले NDA. को 330 से लेकर 365 सीट मिल सकती हैं।
उत्तर प्रदेश में भाजपा को होगा नुकसान
चेतना मंच के एग्जिट पोल में भाजपा को उत्तर प्रदेश में नुकसान होता हुआ नजर आ रहा है। राज्यवार सीटों की बात करें तो भाजपा को तमिलनाडु में कुल 1 या 2 सीट, उत्तर प्रदेश की 80 सीटों में से भाजपा को 55 से 64 सीट, मध्य प्रदेश में 25 से 28 सीट, राजस्थान में 19 से 14 सीट, गुजरात प्रदेश में 26 की 26 सीट भाजपा को मिलती हुई नजर आ रही हैं। बात देश की राजधानी दिल्ली की करें तो दिल्ली में भी भाजपा को 7 में से सभी 7, बिहार में 40 में से 18 से 28 सीट, पश्चिम बंगाल में 12 से 20 सीट तथा महाराष्ट्र में 17 से 22 सीट मिलती हुई नजर आ रही हैं।
हम आपको बता दें कि चेतना मंच ने लोकसभा चुनाव के दौरान आम जनता, राजनेताओं, पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, सरकारी कर्मचारियों तथा अपने सहयोगियों की विस्तृत राय के आधार पर यह एग्जिट पोल तैयार किया है। यह कोई भविष्यवाणी नहीं हैं।