History : नई दिल्ली। इतिहास में 30 दिसंबर यानी आज का दिन कई घटनाओं के साथ दर्ज है। इनमें एक मजेदार घटना भी शामिल है। दरअसल 30 दिसंबर 1986 को ब्रिटिश सरकार ने अपने देश की कोयला खदानों में जहरीली गैस पहचानने के लिए तैनात की गई कनारी चिड़िया को इस काम से हटाने का ऐलान किया और इनकी जगह बिजली से चलने वाले डिटेक्टर लगाए गए।
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कोयला खदानों में किसी तरह की दुर्घटना होने पर उनमें बिना रंग और महक की जहरीली गैसें भर जाती हैं, जो इंसानों के लिए खतरनाक होती हैं। ब्रिटेन में इन गैसों का पता लगाने के लिए पीले पंखों वाली कनारी चिड़िया को कोयला खदानों में तैनात किया जाता था और उनके हावभाव से खदान में गैस की मौजूदगी के खतरे का अंदाजा लगाया जाता था।
देश दुनिया के इतिहास में 30 दिसंबर की तारीख में दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्योरा इस प्रकार है:-
1803 : भारत में दूसरे मराठा युद्ध के पहले चरण में मराठा प्रमुख दौलत राव सिंधिया और ब्रिटिश सरकार के बीच सुरजी अर्जुनगांव की संधि पर हस्ताक्षर किए गए।
1865 : ब्रिटिश लेखक रूडयार्ड किपलिंग का भारत के बम्बई (अब मुंबई) शहर में जन्म हुआ। उन्हें भारत में ब्रिटिश सेनाओं के बारे में लिखी उनकी कहानियों और कविताओं के लिए याद किया जाता है। लघु कथा लेखक, कवि और उपन्यासकार किपलिंग को 1907 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 1906 : ढाका में मुस्लिम नेताओं की तीन दिन की बैठक के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम लीग पार्टी के गठन की घोषणा की गई। सर ख़्वाजा सलीमुल्लाह, अमीर अली और सर मियां मुहम्मद शफ़ी को पार्टी के संस्थापकों का दर्जा दिया जाता है।
1922 : सोवियत समाजवादी गणराज्यों के संघ के रूप में सोवियत संघ का गठन किया गया। इसकी राजधानी मास्को थी और 15 गणराज्यों को मिलाकर बनाया गया यह दुनिया का सबसे बड़ा देश था, जिसका 1991 में विघटन हुआ।
1975: हिन्दी कवि, कथाकार और ग़ज़लकार दुष्यंत कुमार का निधन।
1975 : गोल्फ के महानतम खिलाड़ियों में शुमार टाइगर वुड्स का अमेरिका के कैलिफोर्निया में जन्म। उन्होंने पेशेवर और गैर पेशेवर दोनों ही तरह की प्रतियोगिताओं में खुद को इस खेल का निर्विवाद महानायक साबित किया। 1986 : ब्रिटिश सरकार ने अपने यहां कोयला खदानों में जहरीली गैसों की मौजूदगी पहचानने के लिए तैनात 200 से अधिक कनारी चिड़िया को इस काम से हटाने की घोषणा की।
2006 : इराक के पूर्व राष्ट्रपति सद्दाम हुसैन को मानवता के खिलाफ अपराधों का दोषी ठहराते हुए मौत की सजा दी गई।