Friday, 19 April 2024

Humble Tribute : नहीं रहे हिन्दी के अद्भुत हस्ताक्षर डॉ. वेद प्रताप वैदिक

– वरिष्ठ पत्रकार कमल सेखरी के संस्मरण गाजियाबाद। वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेद प्रताप वैदिक अब हमारे बीच नहीं रहे। आज…

Humble Tribute : नहीं रहे हिन्दी के अद्भुत हस्ताक्षर डॉ. वेद प्रताप वैदिक

– वरिष्ठ पत्रकार कमल सेखरी के संस्मरण

गाजियाबाद। वरिष्ठ पत्रकार डॉ. वेद प्रताप वैदिक अब हमारे बीच नहीं रहे। आज सुबह उन्होंने अपने गुरुग्राम स्थित आवास में अन्तिम सांस ली। डॉ. वैदिक हिन्दी जगत के एक जाने माने हस्ताक्षर थे। उन्होंने अपना पूरा जीवन न केवल हिन्दी भाषा को समर्पित किया, बल्कि पूरा जीवन हिन्दी के लिए आंदोलन करते रहे।

Humble Tribute

मध्य प्रदेश के इंदौर में जन्मे डॉ. वैदिक प्रारम्भ से ही हिन्दी पत्रकारिता से जुड़े रहे। इंदौर से ही प्रकाशित दैनिक भास्कर के सम्पादक रहने के बाद उन्होंने दिल्ली से प्रकाशित नवभारत टाइम्स का भी सम्पादन किया। मशहूर न्यूज एजेंसी पीटीआई की हिन्दी सेवा ‘भाषा’ के साथ भी सम्पादक के तौर पर जुड़े रहे।

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पत्रकारिता और राजनीति में साथ-साथ चलते हुए डॉ. वैदिक ने हिन्दी भाषा के प्रति अपने समर्पण को बराबर का स्थान दिया। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई, नरसिम्हा राव तथा कई बड़े केन्द्रीय मंत्रियों के साथ अपने मधुर संबंधों का पुरजोर उपयोग हिन्दी भाषा के उत्थान के लिए किया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव (अब स्वर्गीय) के साथ मिलकर डॉ. वैदिक ने हिन्दी भाषा को आगे बढ़ाने के लिए कई आन्दोलन भी किए। हालांकि डॉ. वैदिक की शिक्षा का एक बड़ा भाग लन्दन में अंग्रेजी भाषा से जुड़ा रहा। एमए अंग्रेजी में उत्तीर्ण करने के बावजूद डॉ. वैदिक का मन और प्यार हिन्दी भाषा से ही जुड़ा रहा।

Humble Tribute

डॉ. वेद प्रताप वैदिक के हिन्दी के प्रति इस मोह में उनकी पत्नी डॉ. वेदवती वैदिक एक प्रेरणा बनकर जुड़ी रहीं। स्वर्गीय डॉ. वेदवती दिल्ली विश्वविद्यालय में हिन्दी विभाग से जुड़ी रहीं और तीन दशक से भी अधिक समय तक हिन्दी की शिक्षा देती रहीं।

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डॉ. वैदिक लेखन के साथ ही बोलने की दक्षता में भी अद्भभुत स्थान रखते थे। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई तो अक्सर यह भी कहते थे कि डॉ. वेद प्रताप की कलम की जिह्वा पर देवी सरस्वती का वास था। छोटे कद के इस बड़े व्यक्तित्व का सम्पूर्ण जीवन एक अद्भभुत और अनूठी कथा है। ईश्वर इस दिवंगत पुण्य आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें।

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