Thursday, 28 November 2024

Jharkhand Political Crisis : अब झारखंड में ऑपरेशन लोटस : हर पल बदल रहे हैं सियासी समीकरण

Ranchi : रांची। झारखंड में चलाए जा रहे ऑपरेशन लोटस (Operation Lotus) के तहत राजनीतिक हालात (Political Situation) तेजी से…

Jharkhand Political Crisis : अब झारखंड में ऑपरेशन लोटस : हर पल बदल रहे हैं सियासी समीकरण

Ranchi : रांची। झारखंड में चलाए जा रहे ऑपरेशन लोटस (Operation Lotus) के तहत राजनीतिक हालात (Political Situation) तेजी से बदल रहे हैं। सीएम हेमंत सोरेन (CM Hemant Soren) अपने सभी विधायकों (legislators) को दो बसों में भरकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के लिए रवाना हो गए हैं। इनमें कांग्रेस (Congress) और झामुमो (JMM) के विधायक शामिल हैं। एक बस में खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी बैठे हुए हैं। सुबह से ही यह अटकलें लगाई जा रही थी कि हेमंत सोरेन अपने विधायकों को लेकर कहीं बाहर जा सकते हैं।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की इस गतिविधियों से यह साफ होता जा रहा कि झारखंड में विधायकों की तोड़फोड़ भी होने की आशंका बनी हुई है। भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने एक रोज पहले दावा किया था कि हेमंत सोरेन के पास सिर्फ 36 विधायक ही हैं। कयामत तक वह शेष विधायकों का प्रबंध नहीं कर पाएंगे। यह दावा उन्होंने झामुमो के इस दावे पर किया था कि उसके पास 50 विधायकों का समर्थन पत्र है।

दरअसल, मुख्यमंत्री आवास में प्रवेश करते समय कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय की गाड़ी की डिक्गी खुल गई। उसमें अटैची और पानी के ढेर सारी बोतलें देखी गईं। मीडिया के पूछने पर विधायक दीपिका पांडेय नाराज हो गईं। इसके बाद यह सूचना आने लगी कि कांग्रेस और झामुमो के विधायकों को पूरी तैयारी के साथ मुख्यमंत्री आवास बुलाया गया है। चुनाव आयोग का फैसला आने के बाद इन विधायकों को जरूरत पड़ने पर छत्तीसगढ़ ले जाया जा सकता है। लेकिन, अब सूचना है कि फैसला आने से पहले ही हेमंत सोरेन विधायकों को लेकर छत्तीसगढ़ रवाना हो गए हैं।

मालूम हो कि शुक्रवार को भाजपा सांसद डा निशिकांत दुबे ने ट्विट कर कहा था कि झामुमो और कांग्रेस के विधायक छत्तीसगढ़ पहुंचाए जा रहे हैं। लेकिन, देर शाम तक ऐसी कोई कवायद हेमंत सोरेन की ओर से नहीं देखी गई। रात को मुख्यमंत्री आवास पर सभी विधायक भोजन के लिए पहुंचे। उनकी बैठक भी होती रही। आज सुबह कांग्रेस विधायक दल के नेता आलमगीर आलम ने भी दावा किया कि कोई विधायक कहीं नहीं जा रहा है। सभी विधायकों को रांची में रहने के लिए कहा गया है। बाहर ले जाने संबंधित अफवाह के कारण सभी दोनों पार्टी के नेता परेशान हैं।

इस बीच यह खबर आई कि मुख्यमंत्री आवास में दो बसें मंगाई गई हैं। इन्हीं बसों से इन विधायकों को लेकर छत्तीसगढ़ जाने की तैयारी की गई है। हालांकि इस बारे में मुख्यमंत्री आवास का कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति कुछ नहीं बोल रहा था। विधायकों ने भी खामोशी की चादर ओढ़ ली थी। मुख्यमंत्री आवास में एक साथ दो बसें देखकर यह अंदाजा लगाया जाने लगा कि अब कुछ खेला होने वाला है।

उधर, आज शनिवार रात कांग्रेस ने बैठक बुलाई गई है। इसमें झारखंड कांग्रेस प्रभारी अविनाश पांडेय भी मौजूद रहेंगे। कांग्रेस प्रभारी शाम 7.50 बजे दिल्ली से रांची पहुंच रहे हैं। कांग्रेस अपने विधायकों को सहेजने की कवायद में लगी है। तीन विधायकों की कहानी सामने आने के बाद कांग्रेस ज्यादा अलर्ट मोड में है।

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