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लुंगी से हाथी को नहीं ढका जा सकता : खान सर

Khan Sir

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Khan Sir : भारत के बच्चों को बेहद सस्ती फीस में कोचिंग देने वाले पटना के खान सर एक बार फिर चर्चा में हैं। इस बार खान सर के चर्चा में आने का कारण उनका एक नया मुहावरा है। खान सर ने जो नया मुहावरा घड़ा है। वह यह है कि “लुंगी से हाथी को नहीं ढका जा सकता”। खान सर के मुख से निकलते ही यह मुहावरा लोकप्रिय होता जा रहा है।

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क्या होता है मुहावरा

पहले आप यह जान लीजिए कि मुआवरा क्या होता है। हिन्दी साहित्य में मुहावरों का खूब प्रयोग किया जाता है। मोटे तौर पर मुहावरा उसे कहा जाता है जिस वॉक्य अथवा वॉक्यांश से कोई लक्षण अथवा व्यंजना उत्पन्न होती है। आम तौर पर मुआवरे की भाषा व्यंग्यात्मक होती है। मुहावरा अरबी भाषा का शब्द है। मुहावरा शब्द का हिन्दी अर्थ भी बड़ा अनोखा है। मुहावरा का हिन्दी में अर्थ होता है “अभ्यास होना” अथवा “आदी होना” इस बात से स्पष्ट होता है कि मुहावरा शब्द भी अपने आप में मुहावरा है। छोटी कक्षा के बच्चों को मुहावरा की यही परिभाषा पढ़ाई जाती है कि “जो वाक्य सामान्य अर्थ को छोडक़र असामान्य अर्थ प्रकट करता है उसे मुहावरा कहते हैं”। मुहावरा का प्रयोग करने से भाषा आकर्षक, प्रभावपूर्ण तथा रोचक बन जाती है। आप एक उदाहरण से इसे भली भांति समझ सकते हैं। उदाहरण है कि “गधे को बाप बनाना” यह मुहावरा है। इस मुहावरा का अर्थ “अपना काम निकालने के लिए मूर्ख की भी खुशामद करनी पड़ती है”।

खान सर का मुहावरा

बिहार की राजधानी पटना में बेहद सस्ती कोचिंग से यूपीएसई की तैयारी कराने वाले खान सर का नया मुहावरा “लुंगी से हाथी को नहीं ढका जा सकता” सब जगह चर्चा का विषय बन गया है। अधिकतर साहित्यकार व अध्यापक खान सर की इस टिप्पणी को हिन्दी भाषा का नया मुहावरा बता रहे हैंं। खान सर के इस वॉक्य को कुछ साहित्यकार व अध्यापक लोकोक्ति बता रहे हैं। नोएडा शहर के सेक्टर-39 में रहने वाले हिन्दी के प्रो- अरूण मिश्रा ने खान सर की टिप्पणी “लुंगी से हाथी को नहीं ढका जा सकता” को हिन्दी का नया व शानदार मुहावरा बताया है। उन्होंने इस मुहावरे का अर्थ स्पष्ट करते हुए बताया कि “किसी मजबूत अथवा बलशाली को छोटी-मोटी वस्तु से डराया, छुपाया अथवा समाप्त नहीं किया जा सकता”।

कब बोला खान सर ने यह वॉक्य

आपको बता दें कि चर्चित कोचिंग टीचर खान सर ने प्रसिद्ध टीवी शो कौन बनेगा करोड़पति (KBC) के एक एपिसोड में यह वॉक्य बोला कि “लुंगी से हाथी को नहीं ढका जा सकता ” है। असल में केबीसी में फिल्म स्टार अमिताभ बच्चन ने खान सर से उनके संघर्ष की गाथा पूछी थी। अपने संघर्ष की कहानी सुनाते हुए खान सर ने बताया कि जब उन्होंने UPSC कोचिंग की फीस ढाई लाख से घटाकर मात्र साढ़े सात हजार रूपये कर दी तो शिक्षा माफिया उनसे चिढ़ गए और उनके कोचिंग सेंटर पर बम से हमला कर दिया। खान सर ने इसी दौरान बोला कि हमला करने वालों को यह नहीं पता कि “लुंगी से हाथी को नहीं ढका जा सकता”। Khan Sir

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