New Delhi: देश की राजधानी दिल्ली में जून के महीने को गौरव माह के रूप में मनाने का प्रचलन है। दरअसल इस माह को समलैंगिक अभयलिंगी और ट्रांसजेंडर (LGBTQIA) के उददेश्य के साथ संस्कृति और अधिकारों के उत्थान जैसे विशिष्ट अवसरों को मनाने व समर्थन पर समर्पित माना गया है।
एलजीबीटीक्यूआईए के उददेश्यों पर द ललित सूरी हॉस्पिटैलिटी ग्रुप हमेशा खड़ा रहा है। जिसमें वर्कशॉप कुछ समारोह व अन्य माध्यमों को शामिल किया गया है। राजधानी दिल्ली में जून यानि जेष्ठ माह को गौरव से परिपूर्ण माह का दर्जा दिया जाता है।
द ललित समुदाय ने इसी अवसर पर ‘स्पेशल ओलंपिक भारत’ के साथ हाथ मिलाया है। वहीं मैत्रेयी कॉलेज, जीसस एंड मैरी कालिज, बापूधाम, चाणक्यपुरी नई दिल्ली में फुटबॉल कार्यक्रम को आयोजित करने का फैसला लिया गया था। यह फुटबॉल टूर्नामेंट 18 जून कसे सम्पन्न हुआ है।
इस फुटबॉल प्रतियोगिता में सर्वसमाज से प्रतिभागियों को हिस्सेदारी करने का मौका दिया गया है।
प्रतियोगिता में शारीरिक और बौद्धिक रूप से दिव्यांग खिलाड़ी के साथ ललित की ईआरजी टीम भी शामिल रही। दरअसल फुटबॉल को पुरूषवर्ग का खेल माना जाता है। इस प्रतियोगिता में सर्वसमाज व सर्व समावेशी फुटबॉल टीमों ने बिना संकोच बेझिझक प्रदर्शन किया।
स्पेशल ओंलपिक भारत की चेयरपर्सन डा. मल्लिका नडडा के मुताबिक भारत दुनिया की अत्याधुनिक शक्ति बन गया है। भारत सहजता से विश्वगुरू के पथ पर अग्रसर है। साथ ही प्रगति और सशक्तिकरण के प्रत्येक अवसर को मानव समाज द्वारा पहचाना जाना अति महत्वपूर्ण है। बदलाव की रूपरेखा जन-जन के क्रांति कार्यों व सहयोग से स्पष्ट होती है। डा. मल्लिका ने आगे कहा कि इस प्रतियोगिता में युवा समाज को शामिल होना जरूरी है।.
इसके अलावा भारतीय होटल्स लिमिटेड की अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक डा. ज्योत्सना सुरी ने परिभाषित करते हुए कहा कि द ललित हमेशा से हाशिए पर रहने वाले लोगों को सामने लाने और एक समतावादी समाज के नवनिर्माण के पथ पर गतिमान है।
उन्होंने आगे कहा कि द ललित के संचालकगण शिक्षा व आजीविका के अवसर उपलब्ध कराने के निमित वर्कशॉप और परामर्श सत्र जैसे आयोजनों को वरीयता प्रदान करते रहे हैं।
इस प्रतियोगिता में स्पे. ओलंपिक्स और द ललित दोस्ताना अंदाज में नजर आए। जानकारी के अनुसार प्रतियोगिता में दिव्यांग को वरीयता प्रदान की गयी। जिसमें भारत का पहला व्हील चेयर ब्रांड डी.जे. मुम्बई, कोलकाता, दिल्ली में दृष्टि बाधित और ऑटिज्म स्पेक्ट्रम वाले पियानोवादक और एसिड अटैक से प्रभावित अनेक शख्सियत शामिल हैं। इस प्रतियोगिता का उददेश्य सकारात्मक ऊर्जा का उत्सर्जन करना है।