Mukesh Ambani : देश की सबसे बड़ी कंपनियों में शुमार रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) अब अपने एफएमसीजी कारोबार को पूरी तरह से नया रूप देने जा रही है। मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली यह कंपनी एक नई सहायक कंपनी New रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड (New RCPL) की स्थापना कर रही है, जिसमें सभी FMCG ब्रांड्स को शामिल किया जाएगा। यह नई इकाई उसी तरह RIL की डायरेक्ट सब्सिडियरी होगी जैसे जियो प्लेटफॉर्म्स है। इस कदम का मकसद है FMCG कारोबार को और अधिक फोकस के साथ आगे बढ़ाना और ऐसे निवेशकों को आकर्षित करना जो कंज्यूमर ब्रांड्स के क्षेत्र में दिलचस्पी रखते हैं।
क्या बदल रहा है?
इस समय रिलायंस के एफएमसीजी ब्रांड्स कैम्पा, इंडिपेंडेंस, रावलगांव, SIL, सोस्यो और वेलवेट्टे मुख्य रूप से RRVL (रिलायंस रिटेल वेंचर्स), RRL (रिलायंस रिटेल लिमिटेड) और RCPL (रिलायंस कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड) के तहत आते हैं। अब इन्हें समेटकर एक नई कंपनी बनाई जा रही है New RCPL, जो RIL की डायरेक्ट सहायक कंपनी होगी।
NCLT की मुहर
25 जून को NCLT मुंबई बेंच ने RIL के इस पुनर्गठन प्रस्ताव को सैद्धांतिक मंजूरी दी है। आदेश में कहा गया है कि एफएमसीजी कारोबार की प्रकृति खुद में इतनी व्यापक और विशेषज्ञता-आधारित है कि इसे रिटेल से अलग रखना अधिक उचित होगा। यह कदम कंपनी की रणनीतिक स्वायत्तता और निवेशकों की स्पष्टता के लिए अहम माना जा रहा है।
चार चरणों में होगा पूरा पुनर्गठन
RRL के FMCG ब्रांड्स को स्लंप-सेल के जरिए RRVL को ट्रांसफर किया जाएगा।
RCPL को RRVL में विलय किया जाएगा।
फिर समेकित FMCG बिजनेस को Tira Beauty Ltd. (एक शेल कंपनी) में ट्रांसफर किया जाएगा।
अंत में Tira Beauty का नाम बदलकर New RCPL कर दिया जाएगा।
60 करोड़ उपभोक्ताओं पर फोकस
RCPL के डायरेक्टर और FMCG प्रमुख टी कृष्णकुमार के अनुसार, कंपनी की रणनीति 60 करोड़ भारतीयों को टारगेट करने और किराना दुकानदारों से सीधे जुड़कर मार्केट में गहराई से उतरने की है। कंपनी का लक्ष्य मार्च 2027 तक राष्ट्रीय स्तर पर ब्रांड को मजबूत बनाना है। RCPL के उत्पाद कोका-कोला, मोंडेलेज और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसे दिग्गज ब्रांड्स की तुलना में 20-40% सस्ते हैं, और इसमें ट्रेड मार्जिन भी अधिक मिलता है। यानी दुकानदारों के लिए मुनाफा भी ज्यादा।
11,500 करोड़ का कारोबार और IPO की तैयारी
FY25 में कंपनी का एफएमसीजी कारोबार 11,500 करोड़ रुपये का रहा, जिसमें 60% से ज्यादा बिक्री जनरल ट्रेड (किराना स्टोर) से हुई। सूत्रों के मुताबिक, RRVL की वैल्यूएशन 100 अरब डॉलर से भी ज्यादा है। अंबानी पहले ही रिटेल और टेलीकॉम बिजनेस के IPO लाने की घोषणा कर चुके हैं। ऐसे में यह कदम आईपीओ के लिए जमीन तैयार करने की दिशा में अहम माना जा रहा है। आज RCPL के प्रोडक्ट्स 3200 से ज्यादा डिस्ट्रीब्यूटरों और 10 लाख से ज्यादा रिटेल आउटलेट्स के जरिए बाजार में मौजूद हैं। कैम्पा जैसे ब्रांड्स ने कुछ इलाकों में डबल डिजिट मार्केट शेयर भी हासिल कर लिया है। Mukesh Ambani
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