इस लाइलाज बीमारी से हुआ उस्ताद जाकिर हुसैन का निधन, जान ले लक्षण और बचाव के तरीके

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calendar29 Nov 2025 07:52 AM
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Zakir Hussain Death: मशहूर तबला वादक उस्ताद जाकिर हुसैन का 73 वर्ष की अवस्था में निधन हो गया है। ये 3 हफ्ते से अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को के एक अस्पताल में भर्ती थे। जहां सोमवार, 16 दिसंबर को उन्होंने आखिरी सबसे ली। शुरुआत में खबर सामने आई थी कि जाकिर हुसैन को दिल का दौरा पड़ा था, लेकिन अब ऑफिशियल लोग में उन्हें एक गंभीर बीमारी होने की खबर सामने आई है। ऐसा बताया जा रहा है कि जाकिर हुसैन को एक ऐसी बीमारी थी जिसका कोई इलाज ही नहीं था।

गंभीर बीमारी से हुई उस्ताद जाकिर हुसैन की मौत:

प्राप्त जानकारी के अनुसार उस्ताद जाकिर हुसैन को इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस नाम की एक गंभीर बीमारी थी। और इसी गंभीर बीमारी के चलते उनका निधन हुआ है। जानकारी के लिए आपको बता दे यह एक ऐसी बीमारी है जिसका इलाज ही संभव नहीं है।

क्या है इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस बीमारी:

इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस पेपर से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। इस बीमारी में फेफड़ों के टिश्यूज में फाइब्रोसिस यानी घाव के धब्बे सा पड़ने लगता है। जिसके परिणाम स्वरूप फेफड़ों की एलविओलर वॉल मोटी होने लगती है। इससे सांस लेने में दिक्कत होने लगती है, और धीरे-धीरे फेफड़ों में ऑक्सीजन पहुंचाने की क्षमता कम हो जाती है। यह एक लाइलाज बीमारी है, जो पूरी तरह से ठीक नहीं होती है। मेडिसिन की मदद से इसे बस कंट्रोल किया जा सकता है।

इडियोपैथिक पल्मोनरी फाइब्रोसिस के लक्षण:

यह बीमारी अधिकतर 50 साल से अधिक उम्र के लोगों को पड़ती है । शुरुआती तौर पर इसमें सूखी खांसी शुरू होती है जो बाद में बढ़ने लगती है। इस बीमारी के होने पर एक्सरसाइज करने में, सीढ़ियां चढ़ने में या कोई भी मेहनत वाला काम करने में सांस फूलने लगता है। शरीर में थकान बनी रहती है और नाखून मोटे होने लगते हैं। यह बीमारी इम्यून सिस्टम के कमजोर होने से, वायरल इंफेक्शन होने से या स्मोकिंग की वजह से हो सकती है, इसके साथ ही यह बीमारी जेनेटिक भी होती है। 50 के बाद और 60 से 70 साल की उम्र में इस बीमारी का खतरा सबसे ज्यादा होता है।

कैसे करें इससे बचाव:

इस बीमारी से बचने का एक ही तरीका है कि हेल्दी रूटीन को फॉलो किया जाए। खाने में बैलेंस डाइट ले। स्मोकिंग से दूर रहे, और साथ ही समय-समय पर निमोनिया और फ्लू की वैक्सीन लेते रहे। तबले की थाप से दिल जीतने वाले Zakir Hussain ने दुनिया को कहा अलविदा, दौड़ी शौक की लहर
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भारत सरकार ने किया PAN 2.0 पहल का ऐलान, जानें पूरी प्रक्रिया

PAN 2.0
PAN Card Fraud
locationभारत
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calendar30 Nov 2025 02:45 AM
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PAN 2.0 : भारत सरकार ने हाल ही में PAN 2.0 पहल की घोषणा की है जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में कैबिनेट द्वारा मंजूरी दी गई। इस पहल के तहत पैन कार्ड में कई अपग्रेडेशन किए जाएंगे जिनमें पैन कार्ड में क्यूआर कोड जोड़ना शामिल है। यह बदलाव सरकार के डिजिटल इंडिया विजन के तहत किया जा रहा है, जो सरकारी एजेंसियों द्वारा प्रबंधित डिजिटल सिस्टम में पैन को सामान्य व्यापार पहचानकर्ता के रूप में स्थापित करेगा।

फिर से पैन कार्ड के लिए आवेदन करना होगा?

आपको फिर से पैन कार्ड के लिए आवेदन नहीं करना पड़ेगा। पैन 2.0 पहल के तहत मौजूदा पैन कार्ड धारकों को अनिवार्य रूप से आवेदन नहीं करना है। हालांकि, यदि आप चाहें तो अपने पैन कार्ड को अपग्रेड करवा सकते हैं जिसमें क्यूआर कोड शामिल होगा। इस अपग्रेडेशन की प्रक्रिया फ्री होगी और यह सभी टैक्सपेयर्स के लिए उपलब्ध होगी।

PAN 2.0 का उद्देश्य

बेहतर सेवाएं

पैन 2.0 का उद्देश्य टैक्सपेयर्स के अनुभव को बेहतर बनाना है, जिससे सेवाएं तेज और अधिक प्रभावी होंगी।

इंस्टैंट प्रोसेसिंग

इस पहल के तहत टैक्सपेयर रजिस्ट्रेशन और अन्य सेवाएं जल्दी और आसान तरीके से उपलब्ध होंगी।

कागज रहित प्रणाली

यह पहल कागज रहित प्रणाली को बढ़ावा देगी और लागत प्रभावी बुनियादी ढांचा तैयार करेगी।

सिंगल सोर्स डेटा

पैन 2.0 सिस्टम में जानकारी के लिए एक सिंगल स्रोत के रूप में काम करेगा जिससे डेटा की सटीकता बढ़ेगी। बता दें कि, PAN 2.0 का मुख्य उद्देश्य टैक्सपेयर्स के लिए अधिक सुविधाजनक और प्रभावी डिजिटल सेवाएं प्रदान करना है। इस पहल के तहत आपको पैन कार्ड के लिए दोबारा आवेदन करने की आवश्यकता नहीं होगी, लेकिन अगर आप चाहें तो अपना पैन कार्ड अपग्रेड करा सकते हैं।

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शंभू बॉर्डर से आगे बढ़ा किसानों का जत्था, फिर होगा किसान V/S जवान

KISAN AANDOLAN min
Haryana News
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calendar14 Dec 2024 06:52 PM
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Haryana News : शंभू बॉर्डर (हरियाणा-पंजाब बॉर्डर) पर आज एक बार फिर संग्राम छिड़ सकता है। किसान शंभू बॉर्डर से दिल्ली जाने पर अड़े हुए हैं। 101 किसानों का जत्था दिल्ली कूच करने जा रहा है। इस बीच हरियाणा सरकार ने अंबाला के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा बंद करने के आदेश दिए हैं। आज 14 दिसंबर से 17 दिसंबर (रात 12 बजे) तक इंटरनेट बंद रहेगा।

अंबाला में इंटरनेट और SMS सेवाओं बंद

शंभू बॉर्डर से दिल्ली के लिए किसानों के विरोध मार्च के फिर से शुरू होने से कुछ घंटे पहले, हरियाणा सरकार ने शनिवार को ‘सार्वजनिक शांति’ बनाए रखने के लिए अंबाला जिले के 12 गांवों में मोबाइल इंटरनेट और SMS सेवाओं को बंद कर दिया है। अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) सुमिता मिश्रा द्वारा जारी आदेश के अनुसार, यह निलंबन 17 दिसंबर तक लागू रहेगा। आदेश में कहा गया कि, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक, सीआईडी, हरियाणा और डिप्टी कमिश्नर, अंबाला द्वारा यह मेरे संज्ञान में लाया गया है कि कुछ किसान संगठनों द्वारा दिए गए दिल्ली कूच के अपील के मद्देनजर, अंबाला जिले के क्षेत्र में तनाव, आंदोलन, सार्वजनिक और निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और सार्वजनिक शांति और सौहार्द बिगाडने की आशंका है।

101 किसानों का जत्था दिल्ली की ओर होगा रवाना

किसानों ने शंभू बॉर्डर पर ही प्रेस कांफ्रेंस कर बताया है कि 101 किसानों का जत्था दोपहर 12 बजे दिल्ली की तरफ रवाना होगा। इसी बीच पहलवान बजरंग पूनिया का बयान भी सामने आया है। शंभू बॉर्डर रवाना होने से पहले बजरंग पूनिया ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर बोलते हुए कहा कि देश में अगर वन नेशन, वन इलेक्शन की बात हो सकती है, तो वन नेशन, वन एमएसपी भी लागू होना चाहिए। कांग्रेस नेता और पहलवान बजरंग पूनिया किसानों के समर्थन में खुलकर सामने आए हैं। वह युवाओं और किसानों के काफिले के साथ सोनीपत से शंभू बॉर्डर के लिए रवाना हुए, जहां किसान लंबे समय से अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं।

मैं पहले भी किसानों के साथ था, अब भी हूं-बजरंग पुनिया

शंभू बॉर्डर रवाना होने से पहले बजरंग पूनिया ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर बोलते हुए कहा कि देश में अगर वन नेशन, वन इलेक्शन की बात हो सकती है, तो वन नेशन, वन एमएसपी भी लागू होना चाहिए। बजरंग पूनिया ने कहा कि मैं पहले भी किसानों के साथ था, अब भी हूं और आगे भी किसानों के साथ खड़ा रहूंगा। उन्होंने सभी किसान संगठनों से एकजुट होकर आंदोलन को मजबूत करने की अपील की। पूनिया ने कहा कि किसान नेताओं से बातचीत कर सभी संगठनों को एक मंच पर लाने का प्रयास करेंगे। बजरंग पूनिया ने किसान नेता जगजीत सिंह डालेवाल की तारीफ करते हुए कहा कि उनका कोई स्वार्थ नहीं है। वह देश के किसानों की लड़ाई लड़ रहे हैं। Haryana News

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