Sunday, 22 December 2024

ND Tiwari : संबंध के 46 साल बाद बेटे ने मां को दिलाया था पत्नी का अधिकार

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री, तत्कालीन राज्यपाल और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार नारायण दत्त तिवारी यानि…

ND Tiwari : संबंध के 46 साल बाद बेटे ने मां को दिलाया था पत्नी का अधिकार

नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री, तत्कालीन राज्यपाल और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार नारायण दत्त तिवारी यानि एनडी तिवारी को आखिर 88 साल की उम्र में विवाह कर अपने जैविक पुत्र की मां के साथ विवाह कर उसे उसका अधिकार देना पड़ा था।

ND Tiwari

एनडी तिवारी के प्यार की कहानी की शुरुआत साल 1968 में हुई थी। उनके पुत्र रोहित शर्मा ने एनडी तिवारी को अपना जैविक पिता बताया था और अपनी मां को उसका अधिकार दिलाने के लिए छह साल की लंबी कानूनी लड़ाई लड़ी। हालांकि रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा को पहली मुलाकात के 46 साल बाद उन्हें आधिकारिक और सामाजिक रूप से एनडी तिवारी की पत्नी होने का अधिकार मिला। दिलचस्प है कि जिस समय एनडी तिवारी ने रोहित की मां उज्ज्वला शर्मा से शादी की, उस समय उनकी उम्र 88 वर्ष थी।

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एनडी तिवारी और उज्ज्वला शर्मा की पहली मुलाकात साल 1968 में हुई थी। तब उज्ज्वला शर्मा अपने पिता के घर दिल्ली के 3, कृष्ण मेनन मार्ग पर रहती थीं। उस समय वह उम्र के तीसरे दशक में थीं। उस वक्त एनडी तिवारी युवा कांग्रेस के अध्यक्ष थे और उज्ज्वला के पिता प्रो. शेर सिंह अविभाजित पंजाब में प्रताप सिंह कैरों के मुख्यमंत्रित्व काल में उप-मंत्री रहे थे। उस मुलाकात के बाद दोनों के बीच प्यार हो गया। दोनों से एक बेटे का जन्म हुआ, जिसका नाम रोहित शर्मा था।

ND Tiwari

एनडी तिवारी उज्ज्वला और रोहित को प्यार तो करते थे, लेकिन समाजिक तौर पर उन्हें अपना नहीं रहे थे। समय बीतने के साथ रोहित बड़ा हो गया। अब उसने अपनी मां को उसका हक दिलाने की ठानी। आखिर, साल 2008 में पहली बार रोहित शेखर एनडी तिवारी से पिता का हक पाने के लिए कोर्ट चले गए। उन्होंने दावा किया था कि वे एनडी तिवारी और उज्ज्वला शर्मा के पुत्र हैं।

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एनडी तिवारी ने दिल्ली हाईकोर्ट में केस को खारिज करने की गुहार लगाई, लेकिन इसे अस्वीकार कर दिया गया। कोर्ट ने 23 दिसंबर 2010 को एनडी तिवारी को खून का सैंपल देने का आदेश दिया। इस फैसले के विरोध में वे सुप्रीम कोर्ट चले गए, लेकिन वहां भी फैसला रोहित शेखर के पक्ष में आया। आखिर, 29 मई 2011 को तिवारी को डीएनए जांच के लिए अपना खून देना पड़ा। इसी रिपोर्ट में साबित हुआ कि एनडी तिवारी ही रोहित शेखर के जैविक पिता हैं।

6 साल चले मुकदमें में पराजय के बाद 3 मार्च 2014 को एनडी तिवारी ने रोहित शेखर को अपना बेटा मान लिया। उस समय एनडी तिवारी ने कहा कि मैंने स्वीकार कर लिया है कि रोहित शेखर मेरा बेटा है। इसके बाद 14 मई, 2014 को एनडी तिवारी ने लखनऊ में रोहित की मां उज्ज्वला के साथ बाकायदा शादी कर ली। विवाह के समय उनकी उम्र 88 साल थी।

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