Bangalore : बेंगलुरु। स्टेट लेवल किक बॉक्सिंग टूर्नामेंट के दौरान एक होनहार खिलाड़ी किक लगने के बाद गिरा और फिर अनंत काल के लिए गहरी नींद में सो गया। 9-10 जुलाई को हुए इस टूर्नामेंट में किक बॉक्सर निखिल सुरेश को चोटें आई थीं। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां गुरुवार को उनकी मौत हो गई। 23 वर्षीय मृतक निखिल के पिता और कोच ने टूर्नामेंट आयोजकों पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि टूर्नामेंट में एंबुलेंस और एक्सपर्ट मेडिकल फैसिलिटी नहीं थी, जो मार्शल आर्ट टूर्नामेंट के लिए बेहद जरूरी है। समय पर इलाज मिलता तो निखिल की जान बच सकती थी। घटना के बाद टूर्नामेंट के आयोजक फरार हैं। नेशनल किक बॉक्सिंग एसोसिएशन ने कहा कि टूर्नामेंट के आयोजकों का हमसे कोई संबंध नहीं है। निखिल के कराटे मास्टर पिता ने शिकायत दर्ज कराई है। निखिल ने मैसूर के विक्रम में किक बॉक्सिंग की ट्रेनिंग ली थी।
निखिल भारतीय कॉम्बैट स्पोर्ट्स का जाना पहचाना नाम था। हाल ही में उसने छठवीं बेंगलुरू ओपन एमएमए चौंपियनशिप में हिस्सा लिया था। उसने नीमच में आयोजित 5वें एमएमए इंडिया नेशनल में भी हिस्सा लिया था। निखिल के कोच नागराज ने सोशल मीडिया पर पोस्ट की है। उन्होंने लिखा कि मैं उस खबर को बताने जा रहा हूं, जिसका हमें डर था। मेरा बच्चा निखिल आज खत्म हो गया है। उसने अपने ग्लव्स टांग दिए हैं। उसकी सुंदर आत्मा बेहतर मेडिकल ट्रीटमेंट के बीच हर घंटे के संघर्ष के बाद हमें छोड़कर चली गई। वह हमारी यादों में जिंदा रहेगा। मैं अपनी इस छति को शब्दांे में बयां नहीं कर पा रहा हूं। आज मैंने अपना एक बेटा खो दिया है। हम ईश्वर से प्रार्थना करते हैं कि वह हमें यह दुख सहने की क्षमता दें। मैं अपनी ओर से गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं।