नईदिल्ली,राष्ट्रीय ब्यूरो। देश में सड़क दुर्घटनाओं के चलते होने वाली मौतों में सर्वाधिक संख्या दो पहिया वाहन चालकों की होती…
Sonia Khanna | October 27, 2021 11:33 PM
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नईदिल्ली,राष्ट्रीय ब्यूरो। देश में सड़क दुर्घटनाओं के चलते होने वाली मौतों में सर्वाधिक संख्या दो पहिया वाहन चालकों की होती है। जिसमें ज्यादातर लोग ओवर स्पीडिंग के चलते होने वाले हादसे का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में केंद्र सरकार अब दोपहिया वाहनों की बेतहाशा रफ्तार पर लगाम लगाने के लिए कानून बनाने की तैयारी कर रही है।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने इसी को लेकर एक मसौदा जारी किया है। जिस पर लोगों की राय मांगी गई है। माना जा रहा है कि अगले साल बजट सत्र में इससे संबंधित कानून संसद से पारित कराया जा सकता है। फिलहाल जो मसौदा तैयार किया गया है,उसमें दुघर्टना रोकने के अन्य उपायों के साथ बच्चों को पीछे बैठाने के बाद दो पहिया वाहन की अधिकतम रफ्तार 40 किलोमीटर प्रतिघंटा से ज्यादा नहीं होगी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में हर साल सड़क दुर्घटना में तकरीबन 1.5 लाख लोग मारे जाते हैं और 4.5 लाख लोग घायल हो जाते हैँ। इसमें 37.1 फीसदी हिस्सा केवल दोपहिया वाहनों का होता है। इसमें भी तकरीबन 60 फीसदी लोग बेतहासा रफ्तार के साथ वाहन चलाने के चलते दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैँ। आंकड़े बताते हैं कि 2016 में दोपहिया वाहन दुर्घटना में कुल 44,366 लोग मारे गए थे,जबकि 2019 आते-आते यह आंकड़ा बढ़कर 56,136 हो गया। विश्वबैंक की रिपोर्ट भी कहती है कि भारत में वाहनों की संख्या दुनिया के कुल वाहनों के तकरीबन 1 फीसदी के बराबर हैं,जबकि हादसे 11 फीसदी तक होते हैं।