सार
Parliament Special Session : भारत की राजधानी दिल्ली में हमारे नए संसद भवन का उद्घाटन हो चुका है। 19 सितंबर को इसी नए संसद भवन में संसद के विशेष सत्र की पहली विधिवत बैठक की जाएगी। इस नए संसद भवन का निर्माण भारत के सबसे लोकप्रिय विभाग केंद्रीय लोक निर्माण विभाग यानी CPWD ने किया है। आजादी के बाद खुद हमारे अपने विभाग CPWD द्वारा बनाया गया हमारा नया संसद भवन अगले 150 वर्षों तक हमारे देश भारत की शान का प्रतीक बना रहेगा।
विस्तार
Parliament Special Session : भारत का नया संसद भवन सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है। कुल 971 करोड़ रुपए की लागत से बना हुआ नया संसद भवन भारत की प्रगति एवं उन्नति का प्रतीक है। हमारे देश के सबसे विश्वसनीय विभाग CPWD ने इस भवन का निर्माण रिकॉर्ड समय में पूरा करके एक नया इतिहास रच दिया है। अब 19 सितंबर से नए संसद भवन में विधिवत कामकाज शुरू हो जाएगा। यह भवन अगले 150 वर्षों तक भारत की शान व CPWD की विशेषता को जाहिर करता रहेगा।
Parliament Special Session News in Hindi
क्या है CPWD?
Parliament Special Session : जिस विभाग CPWD ने भारत को अपना खुद का बनाया हुआ संसद भवन दिया है, आज हम आपको उस विभाग के विषय में बता रहे हैं। जैसा कि हम बता ही चुके हैं कि CPWD का पूरा नाम केंद्रीय लोक निर्माण विभाग अथवा सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट है। दरअसल यह एक सरकारी विभाग है, जो केंद्र सरकार के अंतर्गत आने वाले शहरी विकास मंत्रालय के अधीन काम करता है।
इस विभाग का काम केंद्र सरकार के अधिकतर विभागों, सार्वजनिक उपक्रमों, जल प्रणालियों, पुलों, सड़कों एवं दूसरी तमाम सरकारी इमारतों का निर्माण व रखरखाव करने का है। यदि हम आसान शब्दों में कहें, तो CPWD देश के सार्वजनिक क्षेत्र में निर्माण करने वाला सबसे बड़ा विभाग है।
CPWD में अधिकारियों के अनेक पद हैं। सभी अधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। यह विभाग अलग-अलग Regions और Sub-Regions में बंटा हुआ है। Regions का नेतृत्व विभाग के महानिदेशक और अतिरिक्त निदेशक करते हैं। प्रत्येक प्रदेश में CPWD का नेतृत्व चीफ इंजीनियर स्तर का अधिकारी करता है। कुछ अर्सा पूर्व ही CPWD में चीफ प्रोजेक्ट मैनेजर (CPM) के नाम से एक नया पद भी सृजित किया गया है। CPM का पद चीफ इंजीनियर के बराबर ही होता है।
CPWD का पूरा इतिहास
Parliament Special Session : आपको बता दें कि वर्ष 1854 के जुलाई महीने में केंद्रीय लोक निर्माण विभाग यानी CPWD का गठन हुआ था। इस विभाग का गठन तत्कालीन अंग्रेज अफसर लॉर्ड डलहौजी ने किया था। इस प्रकार पिछले 169 वर्षों से CPWD लगातार भारत माता की सेवा कर रहा है।
इस विभाग को वास्तु कला एवं इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विशेष दक्षता प्राप्त है। CPWD की अध्यक्षता का जिम्मा डायरेक्टर जेनरल (DG) के पास रहता है। CPWD के DG ही भारत सरकार के प्रधान तकनीकी सलाहकार भी होते हैं।
CPWD द्वारा किए गए बड़े कार्य
Parliament Special Session : CPWD का सबसे बड़ा और ताजा काम तो हम आपको बता ही चुके हैं। इसी विभाग ने भारत के नए संसद भवन का निर्माण किया है। इसके साथ ही देश में बनाने वाले IIT, NIT, IIM में से अधिकतर का निर्माण CPWD ने ही किया है। देश की राजधानी दिल्ली में आप जितने भी बड़े-बड़े फ्लाईओवर, सड़कें व पुल देखते हैं, उन सभी का निर्माण CPWD के अधीन काम करने वाले दिल्ली PWD ने किया है।
इतना ही नहीं, CPWD ने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर देश से बाहर जाकर भी अनेक महत्वपूर्ण निर्माण कार्य किए हैं। इन कार्यों में भूटान में सड़कें बनाना, अफगानिस्तान में संसद भवन बनाना तथा भारत व बांग्लादेश की सीमा हो, भारत व चीन की सीमा हो अथवा पाकिस्तान की सीमा हो, वहां जाकर भी CPWD ने सड़कों का निर्माण किया है।
इस प्रकार आप समझ सकते हैं कि CPWD भारत का कितना गौरवशाली विभाग है और इसके द्वारा देश में कितना बड़ा आधारभूत ढांचा तैयार किया गया है। वर्ष 1982 में देश में एशियाई खेल रहे हों या फिर 2010 में कॉमनवेल्थ खेल रहे हों, उन सबके लिए भी स्टेडियम तथा दूसरा आधारभूत ढांचा CPWD ने ही बनाकर तैयार किया था।
देश के जाने-माने इंजीनियर बाबू राम गहलोत बताते हैं कि सही मायने में CPWD भारत के निर्माण की आधारभूत व्यवस्था है। इस विभाग के बिना देश के विकास की कल्पना करना भी संभव नहीं है।
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