Tuesday, 23 April 2024

Political : बोतल में जाने को तैयार नहीं ‘आक्सफोर्ड का जिन्न’

नई दिल्ली। लंदन के आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राहुल के पिटारे से निकला ​’जिन्न’ फिर से बोतल में बंद होने का…

Political : बोतल में जाने को तैयार नहीं ‘आक्सफोर्ड का जिन्न’

नई दिल्ली। लंदन के आक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से राहुल के पिटारे से निकला ​’जिन्न’ फिर से बोतल में बंद होने का नाम नहीं ले रहा है। उस ​जिन्न से भाजपा असहज हो गई है। यही कारण है कि पूरी भाजपा राहुल पर हमलावर है। आज तो पार्टी के एक प्रवक्ता ने तो राहुल गांधी को मौजूदा भारतीय राजनीति का ‘मीर जाफर’ करार दिया। उन्होंने कहा कि राहुल को अपने बयानों के लिए माफी मांगनी ही होगी।

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शहजादा नवाब बनना चाहता है

भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मीर जाफर ने जो किया था नवाब बनने के लिए, और जो राहुल गांधी ने लंदन में किया है, वह बिल्कुल वही है। उन्होंने कहा कि शहजादा नवाब बनना चाहता है। आज के मीर जाफर को माफी मांगनी ही पड़ेगी। राहुल गांधी पर विदेशी धरती से भारत का अपमान करने का आरोप लगाते हुए पात्रा ने दावा किया कि देश के खिलाफ बोलना कांग्रेस नेता के लिए बहुत साधारण बात है। उन्होंने कहा कि ऐसा नहीं है कि राहुल गांधी बिना माफी मांगे निकल जाएंगे। माफी तो उन्हें मांगनी ही पड़ेगी, हम मंगवा कर रहेंगे। राफेल मामले में भी राहुल गांधी को माफी मांगनी पड़ी थी। आज उन्हें संसद में भी माफी मांगनी पड़ेगी।

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अडाणी पर जेपीसी क्यों नहीं

संसद के बजट सत्र का दूसरा चरण 13 मार्च से शुरू हुआ है। तब से ही भाजपा राहुल गांधी द्वारा भारत के लोकतंत्र के बारे में लंदन में दिए गए बयान को लेकर माफी मांगने की मांग पर अड़ी हुई है। जबकि कांग्रेस सहित कई विपक्षी दल अडाणी समूह से जुड़े मामले की संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से जांच कराने पर जोर दे रहे हैं। विपक्ष और सत्ता पक्ष के हंगामे के कारण पिछले सप्ताह लोकसभा में प्रश्नकाल और शून्यकाल की कार्यवाही बाधित रही, अन्य कामकाज भी नहीं हो सका। सोमवार को भी दोनों सदनों में इन मुद्दों पर हंगामा हुआ और कोई कामकाज नहीं हो सका।

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राहुल के व्याख्यान से केंद्र मुश्किल में

ज्ञात हो कि हाल ही में लंदन में एक कार्यक्रम में राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि भारतीय लोकतंत्र के ढांचे पर बर्बर हमला हो रहा है। उन्होंने अफसोस जताते हुए कहा था कि अमेरिका और यूरोप समेत दुनिया के लोकतांत्रिक हिस्से इस पर ध्यान देने में नाकाम रहे हैं। राहुल ने व्याख्यान में यह आरोप भी लगाया था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भारत के लोकतांत्रिक ढांचे को नष्ट कर रहे हैं। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष की इन टिप्पणियों से देश में एक नया राजनीतिक विवाद पैदा हो गया है।

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जारी है वार-पलटवार का दौर

भाजपा जहां उन पर विदेशी धरती पर भारत को बदनाम करने और विदेशी हस्तक्षेप की मांग करने का आरोप लगा रही है, वहीं कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा विदेशों में भारत की आंतरिक राजनीति का मुद्दा उठाने के कथित उदाहरण देते हुए सत्तारूढ़ पार्टी पर पलटवार कर रही है।

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