राजनीतिक दलों ने पांच साल में चुनावों पर लुटाए 65 सौ करोड़ रुपए!
नईदिल्ली। सरकारें भले ही चुनावी खर्च पर अंकुश लगाने की बाते बार-बार करती रही हों। लेकिन तथ्य चौकाने वाले हैं।…
Sonia Khanna | October 12, 2021 3:37 AM
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नईदिल्ली। सरकारें भले ही चुनावी खर्च पर अंकुश लगाने की बाते बार-बार करती रही हों। लेकिन तथ्य चौकाने वाले हैं। जो राजनीतिक पार्टी जितनी बड़ी है,उसका खर्च भी उतना ही ज्यादा ज्यादा है। चुनाव आयोग के आंकड़े बताते हैँ कि पिछले पांच सालों में देश की 18 राजनीतिक पार्टियों(7 राष्ट्रीय व 11 क्षेत्रीय) द्वारा 6500 करोड़ रुपए खर्च किया गया।
चुनाव आयोग में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा 2015 से 2020 तक चुनावी खर्च जो लेखा-जोखा पेश किया गया है। उससे पता चलता है कि पिछले 5 साल में सबसे ज्यादा चुनावी खर्च करने वाली पार्टी भाजपा है। जबकि दूसरे स्थान पर कांग्रेस है। दोनों दलों ने मिलाकर अकेले कुल खर्च राशि का 77 फीसदी हिस्सा चुनावों में खर्च किया हे। आंकड़े बताते हैं कि भाजपा ने कुल धनराशि का 56 फीसदी हिस्सा यानि 3600 करोड़ रुपए खर्च किया है। वहीं कांग्रेस ने 21.41 फीसदी यानि 1400 करोड़ से ज्यादा का चुनाव खर्च किया। इनके अलावा समाजवादी पार्टी ने 3.95 फीसदी, द्रमुक ने 3.06 फीसदी,वाईएसआर कांग्रेस ने 2.17 फीसदी,बहुजन समाज पार्टी ने 2.04 फीसदी और तृणमूल कांग्रेस ने 1.18 फीसदी राशि खर्च की है। बतादें कि इस खर्च में जिन 7 राष्ट्रीय पार्टियों का आंकड़ा सामने आया है,उनमें भाजपा,कांग्रेस,बसपा,राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, सीपीआई,सीपीएम और तृणमल कांग्रेस शामिल हैं। इसके अलावा क्षेत्रीय दल के रूप में आम आदमी पार्टी,एआईएमआईएम, जदयू,जनता दल सेक्युलर,अकाली दल,द्रमुक,अन्नाद्रमुक,शिवसेना,लोक जनशक्ति पार्टी, वाईएसआर कांग्रेस,टीआरएस, समाजवादी पार्टी व राष्ट्रीय जनता दल का नाम शुमार हैं।