Thursday, 25 April 2024

Ulema’s delegation: उलेमाओं का शिष्टमंडल भारत में करेगा कट्टरपंथ पर चर्चा

Ulema’s delegation नयी दिल्ली। उलेमाओं का शिष्टमंडल भारत में कट्टरपंथ पर गंभीर चर्चा करेगा। वे इंडोनेशिया के राजनीतिक, कानूनी एवं…

Ulema’s delegation: उलेमाओं का शिष्टमंडल भारत में करेगा कट्टरपंथ पर चर्चा

Ulema’s delegation नयी दिल्ली। उलेमाओं का शिष्टमंडल भारत में कट्टरपंथ पर गंभीर चर्चा करेगा। वे इंडोनेशिया के राजनीतिक, कानूनी एवं सुरक्षा मामलों के समन्वय मंत्री मोहम्मद महफूद भारत की यात्रा पर आ रहे हैं। उनके साथ 24 सदस्यीय एक शिष्टमंडल भी आ रहा है जिसमें उलेमाओं के अलावा अन्य धार्मिक नेता भी शामिल होंगे।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के निमंत्रण पर इंडोनेशिया के राजनीतिक, कानूनी और सुरक्षा मामलों के समन्वय मंत्री डॉ मोहम्मद महफूद भारत के दौरे पर आ रहे हैं। डोभाल 17 मार्च को दूसरी भारत-इंडोनेशिया सुरक्षा वार्ता में हिस्सा लेने इंडोनेशिया गए थे जहां उन्होंने महफूद को भारत आने का न्यौता दिया था।

महफूद ने उस समय प्रस्ताव दिया था कि वे विभिन्न धर्मों के धार्मिक नेताओं को शिष्टमंडल में लाना चाहते हैं ताकि वे अपने भारतीय समकक्ष के साथ दोनों देशों में अंतर्धार्मिक सद्भाव एवं सामाजिक सौहार्द को बढ़ावा देने में उलेमाओं की भूमिका पर चर्चा कर सकें ।

यह शिष्टमंडल सोमवार की शाम को भारत पहुंचेगा और अगले दिन मंगलवार को दिल्ली में चर्चा करेगा । इस चर्चा में भारत की ओर से जमीयत ए उलेमा ए हिन्द, लखनऊ स्थित आसिफी मस्जिद, बोहरा समुदाय के प्रतिनिधि सहित अन्य धर्मगुरू शामिल होंगे।

सूत्रों ने बताया कि यह शिष्टमंडल विदेश मंत्री एस जयशंकर से भी मिलेगा । इनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की संभावना पर भी विचार किया जा रहा है। दोनों शिष्टमंडल के बीच चर्चा के संदर्भ में तीन सत्र होंगे। पहले सत्र में इस्लाम में निरंतरता और परिवर्तन पर चर्चा होगी। वहीं, दूसरे में अंतर-धार्मिक समाज के सामंजस्य पर तथा तीसरे और अंतिम सत्र में भारत और इंडोनेशिया में कट्टरता से मुकाबला करने के उपायों पर चर्चा होगी।

उन्होंने बताया कि डोभाल और महफूद के बीच चर्चा के दौरान द्विपक्षीय संबंधों के सभी आयामों की समीक्षा की जायेगी । इसमें खास तौर पर नौवहन सुरक्षा एवं नौवहन सहयोग पर चर्चा की जायेगी । इसके अलावा सुरक्षा सहयोग, आधारभूत ढांचा परियोजना, रक्षा सहयोग भी चर्चा के एजेंडे में होगा । कार्यक्रम के बाद एक बयान भी जारी किया जायेगा ।

सूत्रों ने बताया कि इंडोनेशिया दुनिया में सबसे अधिक मुस्लिम आबादी वाला देश है और भारत के साथ उसके रिश्ते काफी अच्छे हैं। ऐसे में भारत में यात्रा के दौरान वहां के शिष्टमंडल का कट्टरपंथ और चरमपंथ से मुकाबला करने के विषय पर चर्चा करना महत्वपूर्ण है ।

उन्होंने बताया कि अगले वर्ष इंडोनेशिया आसियान समूह की अध्यक्षता ग्रहण करेगा । इसके मद्देनजर इस समूह से जुड़े विषय एवं हिन्द प्रशांत क्षेत्र के बारे में भी डोभाल एवं महफूद चर्चा कर सकते हैं । इंडोनेशिया का शिष्टमंडल बुधवार को आगरा पहुंचेगा और ताजमहल एवं फतेहपुर सीकरी देखने जायेगा ।

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