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Power Crisis- गहराता जा रहा है बिजली का संकट, बढ़ती मांग के साथ घट रही उपलब्धता

Power Crisis

बढ़ रही बिजली की समस्या

Power Crisis- देश के कई राज्यों में बिजली का संकट गहराता जा रहा है। बढ़ती गर्मी के साथ बढ़ रही बिजली की खपत इस समस्या का मुख्य कारण बन रही है। जहां एक तरफ गर्मी बढ़ने की वजह से बिजली की मांग में बढ़ोतरी हुई है वहीं दूसरी तरफ इसकी उपलब्धता में कमी देखने को मिल रही है।

देश के कई बड़े राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, झारखंड, उत्तराखंड महाराष्ट्र इत्यादि राज्यों में लोगो को बिजली कटौती जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। तपती हुई गर्मी में बिजली कटौती होने से जन जीवन को काफी मुश्किलें झेलनी पड़ रही है।

अगर बात करें देश के बड़े राज्य उत्तर प्रदेश की तो यहां की आबादी होने की वजह से बिजली की खपत भी अधिक है, परंतु यहां पर कोयले के स्टॉक में भारी कमी देखने को मिल रही है। पूरी सप्लाई का सिर्फ 26 फ़ीसदी कोयला ही स्टॉक में बचा हुआ है। इससे यह कहा जा सकता है कि आगे आने वाले समय में लोगों को बिजली कटौती (Power Crisis) की और भी अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।

उत्तर प्रदेश में और भी अधिक गहराएगा बिजली संकट-

उत्तर प्रदेश राज्य में आने वाले दिनों में बिजली की और भी अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अप्रैल महीने में ही मई-जून जैसी तपती गर्मी पड़ने की वजह से बिजली की मांग 38 साल के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। बढ़ती हुई मांग की वजह से अब प्रदेश में मानक रूप से जितना कोयला होना चाहिए उसका सिर्फ 26% ही बचा हुआ है।

उत्तर प्रदेश के अनपरा थर्मल प्लांट की बिजली उत्पादन क्षमता 2630 मेगावॉट है। सामान्य रूप से यहां पर 17 दिन का कोयला स्टॉक यानी 5 लाख 96 हजार 700 टन कोयले का स्टॉक होना चाहिए, परंतु अभी यहां 3 लाख 28 हजार 100 टन कोयला ही स्टॉक में उपलब्ध है।

इसके अलावा हरदुआगंज ओबरा व परिक्षा थर्मल पावर प्लांट में 26 दिन के कोयले का स्टॉक उपलब्ध होना चाहिए, लेकिन ऐसा नहीं है। ऑल इंडिया पावर इंजीनियर्स फेडरेशन के चेयरमैन शैलेंद्र दुबे ने सेंट्रल इलेक्ट्रिसिटी अथॉरिटी की रिपोर्ट के आधार पर जानकारी दी है कि पूरे देश के 150 थर्मल पावर प्लांट में से 81 थर्मल पावर प्लांट में घरेलू कोयले का इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर प्राइवेट सेक्टर की बात करें तो 54 में से 28 थर्मल पावर प्लांट की हालत गंभीर है।

इस समय उत्तर प्रदेश हरियाणा समेत झारखंड उत्तराखंड महाराष्ट्र तमिलनाडु तेलंगाना, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, झारखंड और छत्तीसगढ़ इत्यादि राज्यों में बिजली की कमी की समस्या उत्पन्न हो रही है। कोयले की कमी की समस्या रेलवे में रैक की कमी की वजह से भी उत्पन्न हो रही है। बताया जा रहा है कि रेलवे के पास इस समय सिर्फ 412 रैक उपलब्ध है, जिसकी वजह से कोयले की ढुलाई का कार्य नहीं हो पा रहा है इस वजह से देश भर में कोयले की कमी की समस्या सामने आ रही है।

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ऊर्जा मंत्री कर रहे बिजली संकट से निपटने की तैयारी-

यूपी के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने बिजली संकट (Power Crisis) से निपटने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके साथ ही पूरे देश को बिजली संकट से बचाने के लिए ऊर्जा मंत्रालय ने कोयले के आयात को बढ़ाने की मांग की है।

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