New Delhi नई दिल्ली। देश के लोगों का इंतजार अब खत्म होने ही वाला है। अब से कुछ ही देर में देश के 15वें राष्ट्रपति का नाम बेपर्दा हो जाएगा। राष्ट्रपति चुनाव में पहले राउंड में सांसदों के वोटों की गिनती पूरी हो गई है। इसमें द्रौपदी मुर्मू को 540 और यशवंत सिन्हा को 208 सांसदों का वोट मिला है। 15 वोट रद्द हो गए हैं। इस ट्रेंड से द्रोपदी मुर्मू की जीत लगभग तय मानी जा रही है।
द्रौपदी मुर्मू का वोट वैल्यू 3 लाख 78 हजार है, जबकि, यशवंत सिन्हा का वोट वैल्यू एक लाख 45 हजार 600 है। संसद के कमरा नंबर 63 में सांसदों के वोटों की गिनती पूरी होने के बाद अब राज्यों के वोटों की काउंटिंग शुरू हो गई है। इसके बाद जीते हुए प्रत्याशी का ऐलान हो जाएगा। इधर, काउंटिंग के बीच द्रौपदी मुर्मू के गांव में जश्न शुरू हो गया है।
द्रोपदी मुर्मू की जीत को लेकर आश्वस्त भाजपा नतीजे आने के बाद दिल्ली में विजय जुलूस निकालेगी। ऐसा पहली बार होगा, जब राष्ट्रपति की जीत के बाद जुलूस निकाला जाएगा। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा राजपथ तक इस जुलूस की अगुआई करेंगे। वहीं, भाषण देंगे। पहली बार आदिवासी महिला के राष्ट्रपति चुने जाने का श्रेय पीएम मोदी को देंगे। हालांकि, जुलूस में मुर्मू शामिल नहीं होंगी।
मुर्मू की जीत की घोषणा होते ही देशभर में जश्न शुरू हो जाएगा। द्रौपदी की जीत से बीजेपी आदिवासी समुदाय सहित पूरे देश और खासतौर पर महिलाएं में खास संदेश देना चाहती है, जिससे मुख्य धारा से कटे इस समुदाय में राजनीतिक मैसेज जाए कि प्रधानमंत्री मोदी और बीजेपी ही ऐसी पार्टी है जो सत्ता के लिए नहीं बल्कि देश के वंचित तबकों और वर्गों के लिए काम करते हैं। यही वजह है कि पार्टी कार्यकर्ताओं को जीत के बाद पोस्टर में द्रौपदी मुर्मू के साथ किसी और नेता की तस्वीर न लगाने के सख्त निर्देश दिए हैं। माना जा रहा है कि पार्टी राष्ट्रपति चुनाव से ही 2024 में होने वाले आम चुनाव की तैयारी में जुट गई है।
भाजपा ने 21 जून को मुर्मू को उम्मीदवार बनाया था, तब एनडीए के खाते में 5 लाख 63 हजार 825, यानी 52 फीसदी वोट थे। 24 विपक्षी दलों के साथ होने पर सिन्हा के साथ 4 लाख 80 हजार 748 यानी 44 फीसदी वोट माने जा रहे थे। बीते 27 दिन में कई गैर एनडीए दलों समर्थन में आने से मुर्मू को निर्णायक बढ़त मिल गई। सभी 10 लाख 86 हजार 431 वोट पड़ते हैं तो मुर्मू को 6.67 लाख (61 प्रतिशत) से अधिक वोट मिलेंगे। सिन्हा के वोट घटकर 4.19 लाख रह गए। जीत के लिए 5 लाख 40 हजार 065 वोट चाहिए।
21 जुलाई को वोटों की गिनती के बाद देश के नए राष्ट्रपति की घोषणा कर दी जाएगी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई की मध्य रात्रि को खत्म हो रहा है। 25 जुलाई को नए राष्ट्रपति का शपथ ग्रहण होगा।