Raksha Bandhan 2024: हिंदू धर्म में रक्षाबंधन के त्योहार को बड़ा महत्वपूर्ण माना जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हर साल यह त्योहार मनाया जाता है। रक्षाबंधन के दिन बहनें अपने भाई को राखी बांधती हैं और ईश्वर से उनकी लंबी उम्र के लिए प्रार्थना करती हैं। ऐसे में भाई अपनी बहन को गिफ्ट देते हैं। यह रिवाज पुराने वक्त से चलता आ रहा है। इस दिन भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की उपासना की जाती है। इसके बाद रक्षाबंधन का पर्व को मनाया जाता है। आइए जानते हैं रक्षाबंधन से जुड़ी कुछ जरूरी बातें।
भद्रा कब से कब तक रहेगी? Raksha Bandhan 2024
पंचांग के मुताबिक, 19 अगस्त को भद्रा की शुरुआत सुबह 06 बजकर 04 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन दोपहर 01 बजकर 32 मिनट पर होगा।
कब है रक्षाबंधन 2024
पंचांग के अनुसार, सावन महीने के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तारीख 19 अगस्त को देर रात 3 बजकर 43 मिनट तक है। इसके बाद पूर्णिमा तिथि शुरू हो जाती है। वहीं अगर अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार देखें तो सावन पूर्णिमा तिथि 19 अगस्त को देर रात 03 बजकर 43 मिनट पर शुरू होगी। वहीं, इस तिथि का समापन 19 अगस्त को रात 11 बजकर 55 मिनट पर होगा। इसी वजह से रक्षाबंधन का पर्व 19 अगस्त को मनाया जा रहा है।
राखी बांधने का शुभ मुहूर्त
राखी का शुभ मुहूर्त समय दोपहर 1 बजकर 32 मिनट से लेकर 04 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। इसके बाद प्रदोष काल में शाम 06 बजकर 56 मिनट से लेकर 09 बजकर 08 मिनट तक है। इन दोनों समय में बहनें अपने भाइयों को राखी बांध सकती हैं।
रक्षाबंधन पूजा विधि
रक्षाबंधन के दिन पूजा करने का तरीका है, इसके लिए सबसे पहले सुबह उठाकर नहाए, फिर चौकी पर पीला कपड़ा बिछाकर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की प्रतिमा को विराजमान करें। इसके बाद प्रभु का अभिषेक करें। मां लक्ष्मी को श्रृंगार की चीजें अर्पित करें। दीपक जलाकर आरती करें। अब प्रभु और देवी-देवता को रोली या हल्दी का तिलक लगाएं और राखी बांधे। इसके बाद केले, फल और मिठाई का भोग लगाएं। अंत में अपने भाई का तिलक करें और दाहिने हाथ की कलाई पर राखी बांधें। भाई को मिठाई खिलाएं। साथ ही प्रभु से उनके जीवन में सुख-शांति की प्राप्ति के लिए कामना करें। अंत में भाई अपनी बहन के पैर स्पर्श करें। Raksha Bandhan 2024
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