Ram Navami Violence: देशभर में 30 मार्च को रामनवमी पर तनावपूर्ण हालात देखने को मिले. महाराष्ट्र, गुजरात, यूपी, बिहार, पश्चिम बंगाल, हरियाणा और तेलंगाना में करीब 12 जगह हिंसा फैलाई गई. हालांकि में इनमें सबसे ज्यादा बुरे हालात संभाजीनगर, वडोदरा, हावड़ा, सोनीपत, सासाराम और बिहार रशरीफ में देखने को मिले. कई इलाकों में इंटरनेट बैन कर दिया गया है तो कहीं धारा-144 लागू कर दी गई है. पुलिस सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान कर उनकी धरपकड़ कर रही है. आइए जानते हैं कहां कैसे भड़की हिंसा और अभी वहां क्या हैं हालात.
Ram Navami Violence: सासाराम: कई इलाकों में धारा-144 लागू
उपद्रवियों ने सासाराम में भी जमकर उत्पात मचाया । सासाराम के सब डिवीजनल मजिस्ट्रेट (एसडीएम) मनोज कुमार ने बताया कि शोभायात्रा के दौरान शाह जलाल पीर, सोना पट्टी, कादिर गंज और नवरत्न पीर जैसे इलाकों में आक्रोशित भीड़ ने कई दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया था. उन्होंने जमकर पत्थरबाजी की थी, जिसमें दो पुलिस कर्मियों समेत कई लोग घायल हुए हैं. इसके बाद कई इलाकों में धारा-144 लागू कर दी है. सासाराम की गोला बाजार, कादिरगंज, मुबारकगंज, चौखंडी और नवरत्न बाजार पूरी तरह से बंद हैं. पुलिस-प्रशासन का कहना है कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन दोनों पक्षों में तनाव की स्थिति अभी भी बनी हुई है. पूरे इलाके में भारी सुरक्षाबल तैनात है. पुलिस इलाके में मार्च कर रही है. लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 2 अप्रैल को सासाराम में एक कार्यक्रम में शामिल होने आएंगे.
Ram Navami Violence: बिहार शरीफ: 20 से ज्यादा लोग गिरफ्तार किए गए
नालंदा के बिहार शरीफ में भी हिंसा भड़क गई थी. यहां शोभायात्रा निकालने के दौरान दो समुदायों हिंसक झड़प के बाद पत्थरबाजी हुई थी. इस दौरान कई राउंड फायरिंग भी हुई, जिसमें कई जख्मी भी हो गए. कई घरों और दुकानों में भी तोड़-फोड़ की सूचना है. बिहारशरीफ में धारा-144 भी लागू की गई है. यहां भी भारी पुलिस बल तैनात है. एसपी अशोक मिश्रा ने बताया कि पुलिस इलाके में पेट्रोलिंग कर रही है और अलर्ट पर है. हिंसा फैलाने के आरोप में 20 से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया है. हिंसा में 8 लोग घायल हो गए हैं जबकि तीन को गोली लगी है. उन्होंने कहा कि लोग अफवाहों पर विश्वास न करे
संभाजीनगर: धर्मगुरुओं ने शांत कराया माहौल
महाराष्ट्र के संभाजीनगर के किराडपुरा में 30 मार्च को जबरदस्त हिंसा हुई थी. यहां राम मंदिर के बाहर रात करीब 12:30 बजे दो युवकों में बहस हो गई थी. दोनों में विवाद इतना बढ़ा गया कि वहां दो समुदायों के लोग जुटने लगे. इसके बाद देखते ही देखते दोनों तरफ से पत्थरबाजी शुरू हो गई. कई गाड़ियां फूंक दी गई हैं. पुलिस को वाहन भी जला दिए गए. बमबाजी भी हुई. भारी पुलिसबल ने लोगों को कंट्रोल करने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए. आग पर काबू पाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी मौके पर भेजी गईं.
बाद में माहौल शांत कराने के लिए धर्मगुरुओं को बुलाया गया. फिलहाल अब इलाके में शांति है.
हावड़ा के काजीपाडा में स्थिति शांतिपूर्ण, निषेधाज्ञा अब भी लागू
Ram Navami Violence: पश्चिम बंगाल के हावड़ा जिले के काजीपाडा इलाके में राम नवमी पर शोभायात्रा निकाले जाने के दौरान दो समूहों के बीच हुई झड़प के बाद शनिवार को स्थिति शांतिपूर्ण और नियंत्रण में है। बहरहाल, इलाके में अभी भी निषेधाज्ञा लागू है। एक अधिकारी ने बताया कि भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच सुबह से वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई और दुकानें तथा बाजार भी खुल गए हैं । उन्होंने बताया कि इलाके में और उसके आसपास दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा-144 के तहत निषेधाज्ञा अब भी लागू है और इंटरनेट सेवा निलंबित है। इस इलाके में और उसके आसपास झड़पों के दौरान कई दुकानें तथा मकानों में तोड़फोड़ की गई थी। अधिकारी ने बताया कि राज्य अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने झड़पों की जांच पूरी कर ली है।
बृहस्पतिवार को राम नवमी के दिन शाम को दो समूहों के बीच उस समय झड़प शुरू हो गई थी, जब शोभायात्रा हावड़ा में काजीपाडा से गुजर रही थी। हिंसा के दौरान कई दुकानों में लूटपाट की गई थी, जबकि कुछ पुलिस वाहनों समेत कई कारों को आग के हवाले कर दिया गया था। इलाके में शुक्रवार दोपहर को स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया था, जिसके बाद वहां निषेधाज्ञा लागू कर दी गई थी और इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई थीं।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आरोप लगाया कि हावड़ा में हुई हिंसा में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और बजरंग दल जैसे अन्य दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ता हथियारों के साथ शामिल थे। हालांकि, भाजपा ने ममता के आरोपों से इनकार किया है और मामले की राष्ट्रीय अन्वेषण एजेंसी (एनआईए) से जांच कराने की मांग की है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हावड़ा में हिंसा को लेकर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी वी आनंद बोस से फोन पर बात की थी और स्थिति का जायजा लिया था। शाह ने इस संबंध में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार से भी बात की थी।