Seema Patra- भारतीय जनता पार्टी की महिला नेता रह चुकी सीमा पात्रा को पार्टी ने ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान का प्रदेश संयोजक बनाया था। बेटियों के विकास की बात करने वाली इस महिला नेता ने खुद ऐसा घिनौना काम किया है, जिस पर यकीन करना भी मुश्किल हो रहा है। भाजपा महिला मोर्चा की नेता व सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी की पत्नी सीमा पात्रा पर अपनी नौकरानी को 8 साल तक बंधक बनाकर प्रताड़ित करने और मारपीट करने का आरोप लगाया गया है। जैसे ही यह मामला सामने आया भाजपा पार्टी ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया।
इस मामले में आज रांची पुलिस ने सीमा पात्रा को गिरफ्तार करके उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
नौकरानी ने वीडियो रिकॉर्ड कर सुनाई आपबीती –
दरअसल एक वीडियो सामने आया है जिसमें सीमा पात्रा (Seema Patra) के घर में काम करने वाली नौकरानी सुनीता ने अपने ऊपर हुए जुर्म की आपबीती सुनाई है। इस वीडियो में सुनीता ने बताया है कि उसे 8 साल तक अपने घर में भूखे प्यासे बंधक बनाए रखा। कभी गर्म तवे से जलाया, तो कभी रॉड से पीटा। सुनीता ने यह भी आरोप लगाया कि उसे फर्श से पेशाब चाटने के लिए भी मजबूर किया गया। कई दिनों तक उसे कुछ खाने पीने को नहीं दिया गया।
सीमा पात्रा के बेटे ने बचाई नौकरानी की जान –
सुनीता ने अपने वीडियो में यह खुलासा किया है कि पात्रा के बेटे आयुष्मान ने उसकी जान बचाई। आयुष्मान ने अपने एक दोस्त जो कि एक सरकारी अधिकारी है, को इस घटना की जानकारी दी और उससे मदद मांगी। पुलिस में दर्ज हुई एफआईआर के मुताबिक विवेक को सीमा पात्रा के बेटे आयुष्मान ने नौकरानी को अपने घर पर प्रताड़ित किए जाने की बात बताई थी और नौकरानी की तस्वीरें भी दिखाई थी।
राज्यपाल ने जताई नाराजगी-
झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने सीमा पात्रा मामले पर संज्ञान लेते हुए अपनी नाराजगी व्यक्त की है ।उन्होंने पुलिस की शिथिलता पर अपनी गंभीर चिंता जताते हुए राज्य के पुलिस महानिदेशक से पूछा है कि अब तक पुलिस ने दोषी के खिलाफ कोई कार्यवाही क्यों नहीं की है। वहीं दूसरी तरफ राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम ने भी सुनीता खाखा से मुलाकात की। उससे पूछताछ की। आयोग की 2 सदस्यीय टीम इस मामले में अपनी रिपोर्ट जल्दी सबमिट करेगी। टीम में शिवानी डे और शालिनी कुमारी शामिल है।
कौन है सीमा पात्रा-
सीमा पात्रा (Seema Patra), रिटायर्ड आईएएस अधिकारी महेश्वर पात्रा की पत्नी है। महेश्वर पात्रा राज्य में आपदा प्रबंधन विभाग में सचिव रह चुके हैं, और विकास आयुक्त के पद से रिटायर हुए हैं। वही सीमा बीजेपी की महिला विंग की नेशनल वर्किंग कमेटी की सदस्य थीं। उन्होंने साल 1991 में राजनीति की दुनिया में कदम रखा। 2 साल तक कांग्रेस पार्टी की सदस्य रहीं। इसके बाद इन्होंने बीजेपी पार्टी जॉइन की।
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