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इंसान ही बनने वाले हैं ‘रोबोट’ : AI

Artificial Intelligence

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Artificial Intelligence : जब हम सब छोटे थे तो अपनी अपनी कक्षा में एक लेख पढ़ा करते थे। लेख का शीर्षक होता था ‘विज्ञान वरदान अथवा अभिशाप’। हम बड़े हुए तो पढ़ने ​लगे कि ‘इंटरनेट वरदान अथवा अभिशाप’। अब बात उससे भी आगे बढ़ गई है। इन दिनों दुनियाभर में एक नई तकनीक का बोलबाला है। इस तकनीक का नाम है आर्टिफिशियल इं​टेलिजेंस। इसे आसान शब्दों में AI के नाम से जानते हैं।

Artificial Intelligence :

आज हम आपको बताते हैं कि वास्तव में यह AI है क्या ? और यह कैसे काम करती है। वैज्ञानिक दावा कर रहे हैं कि आगे चलकर एआई वह ‘सबकुछ’ काम कर सकती है जो एक बुद्धिमान इंसान करता है। यानि धीरे धीरे हालात यह बन जाएंगे कि इंसान इस नई तकनीक का गुलाम होकर खुद एक ‘रोबोट’ बन जाएगा। इंसान कंप्युटर पर बटन दबाकर बस AI को आदेश देगा और AI ‘सबकुछ’ कर देगी। यानि इंसान तकनीक का गुलाम बन जाएगा।

विस्तार से जानिए क्या है AI ?

एआई का पूरा नाम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस होता है। यह एक कंप्यूटर सिस्टम सॉफ्टवेयर होता है जिसमें अपनी स्वयं की सोचने समझने और करने की क्षमता होती है। जिस प्रकार से इंसान किसी चीज को सोच समझकर अपने शब्दों में व्यक्त कर सकता है उसी प्रकार से AI भी अपनी बुद्धिमत्ता से स्वयं ही किसी कार्य को कर सकता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जनक जॉन मैकार्थी हैं। जॉन मैकार्थी (4 सितंबर, 1927 – 24 अक्टूबर, 2011) एक अमेरिकी कंप्यूटर वैज्ञानिक और संज्ञानात्मक वैज्ञानिक थे।

Artificial Intelligence : – दुनिया का भविष्य

आगे आने वाले समय में एआई बहुत ही तेजी से उपयोग में आने वाला है एक उदाहरण आप यह समझ सकते हैं कि आपके स्मार्टफोन में गूगल मैप, गूगल असिस्टेंट, गूगल वॉइस कमांड जैसे एआई फीचर पहले से ही आपके स्मार्टफोन में दिए गए हैं जिन्हें आप अपने रोजमर्रा के जीवन में उपयोग में लाते हैं। बड़े शहरों में लगे ट्रैफिक सिग्नल एआई द्वारा ही उपयोग में लिए जाते हैं जिनसे सड़क दुर्घटनाओं को कहीं हद तक कम करने में काफी मदद मिलती है आगे आने वाले समय में इसका उपयोग ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में काफी तेजी से बढ़ने वाला है जिसमें स्वचालित वाहन अर्थात बिना किसी ड्राइवर के गाड़ियों को सड़क पर एआई के द्वारा चलाने की योजना बनाई जा रही हैं। रेलगाड़ियां, मेट्रो रेल तथा लोकल रेल इन सभी को AI द्वारा ड्राइवर फ्री बनाने की योजना भी चल रही है इसी के साथ साथ हवाई जहाज, चिकित्सा, दूरसंचार, शिक्षा और कई अन्य क्षेत्रों में भी AI द्वारा संचालन की योजना बनाई जा रही है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के फायदे

यूं तो एआई के कई फायदे हैं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को इस प्रकार से डिजाइन किया जाता है जिसमें अपनी खुद की सोचने समझने और लिखने की क्षमता होती है। जिससे किसी भी प्रश्न का उत्तर बिल्कुल ही सटीक रूप में प्राप्त होता है। जिस कार्य को करने में इंसान घंटों लगा देता है उस कार्य को एक AI मिनटों में कर सकता है। चिकित्सा क्षेत्र में AI का उपयोग रोबोटिक सर्जरी सिस्टम द्वारा किया जाता है जोकि एक इंसान से काफी हद तक बेहतर और सटीक परिणाम देने में सक्षम है। इंसान द्वारा किसी भी प्रकार की त्रुटि हो सकती है लेकिन AI द्वारा इसे बहुत हद तक कम किया जा सकता है जिससे स्वास्थ्य क्षेत्र में काफी लाभ मिल सकता है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस द्वारा इंसान रोबोट की सहायता से अपने दिनचर्या के कई प्रकार के कार्यों को रोबोट के द्वारा करवा सकता है जिससे मनुष्य को ज्यादा मेहनत करने की आवश्यकता नहीं पड़ती है और शून्य जोखिम पर काम बहुत ही आसानी से संपूर्ण हो जाता है। कोई भी मनुष्य दिनभर 24 घंटे काम नहीं कर सकता उसके काम करने की एक क्षमता होती है लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ ऐसा नहीं है यह बिना किसी छुट्टी के निरंतर अंतहीन कार्य करने में अक्षम है यह इंसानों के मुकाबले बहुत अधिक तेजी से सोचने की क्षमता रखते हैं और सटीक परिणाम के साथ एक साथ कई कार्यों को कर सकते हैं। उदाहरण के रूप में आप CHAT GPT को ले सकते हैं।

कई दूरसंचार कंपनियां अब ग्राहक सेवा के रूप में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का उपयोग कर रहे हैं जिससे 24X7 ग्राहक को सेवा मिलती रहती है किसी भी प्रश्न का उत्तर सही समय पर आसानी से मिल जाता है।

कुछ खतरनाक कार्य जिसे करने में इंसान को खतरा हो सकता है उसे एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंट रोबोट के द्वारा आसानी से करवाया जा सकता है जैसे देश की सीमा पर एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस रोबोट को तैनात करके हम अपने जवानों की प्राणों की की रक्षा कर सकते हैं, किसी विस्फोटक बम को निष्क्रिय करवाने में, आपदा के समय इसकी सहायता से जान माल की रक्षा करने में, अंतरिक्ष या मंगल ग्रह पर भेज कर और खनिज पदार्थों अथवा समुद्र से पेट्रोलियम पदार्थों की खोज में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सहायता ली जा सकती है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के नुकसान

वैज्ञानिक तकनीक जहां आज हमारे कार्यों को आसान बना रही है वही साथ ही साथ यह हमें आलसी और शारीरिक रूप से कमजोर बना रही है जिससे इंसान मेहनती और कर्मठ होने की बजाएं आलसी होता जा रहा है।

बेरोजगारी – आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस आने के बाद इंसान का श्रम बेकार हो रहा है बेरोजगारी बढ़ रही है और इंसान अपनी ही बनाई मशीनों के गुलाम होते जा रहे हैं इस मशीन के युग में इंसान खुद मशीन बनते जा रहा है और मशीन इंसान बनती जा रही है। AI की सहायता से घंटों का काम मिनटों में, मिनट का काम सेकंड में हो जाता है।

अत्यधिक लागत- AI जैसी मशीनों का निर्माण करना जो मानव मस्तिष्क की तरह सोच और समझ सके इसका निर्माण करने में अत्यधिक लागत लगती है। इसमें बहुत समय और संसाधनों का उपयोग किया जाता है जिसमें अधिक पूंजी की आवश्यकता पड़ती है। इसका सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर काफी अच्छी गुणवत्ता वाले होते हैं जोकि काफी महंगे आते हैं।

मानसिक कमजोरी – AI एप्लीकेशन अधिकांश ऐसे कार्यों को करने में सक्षम है जिसमें अधिक से अधिक बुद्धि का और विवेक का प्रयोग किया जाता है। चुकी ऐसे तार्किक और विवेक आत्मक विचारों पर हम मशीनों द्वारा कार्य करवा रहे हैं तो हम अधिक समय तक अपने मस्तिष्क का अधिक उपयोग नहीं कर पा रहे हैं जिससे धीरे-धीरे कठिन कार्यों को सोचकर समझकर करने की क्षमता कम होती जाती है। जिससे इंसान धीरे धीरे मानसिक रूप से कमजोर होता जाता है यह हमारे आगे आने वाली पीढ़ी के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है।

सारांश

ऊपर दिए गए सभी तथ्यों के आधार पर विचार करने के बाद हम यह कह सकते हैं कि आने वाले समय में मनुष्य AI पर कहीं हद तक आश्रित हो जाएगा, जितने भी मेहनत वाले कार्य हैं अपने विवेक और बुद्धि से होने वाले कार्य हैं इन सभी कार्यों के लिए वह एआई पर निर्भर हो जाएगा। दिन प्रतिदिन इंसान मशीनों की वजह से आलसी होता जा रहा है। अत: हम कह सकते हैं कि एक दिन AI की उपलब्धता से जनमानस बन जाएगा रोबोट ?

AI का प्रभाव बढ़ते बढ़ते अब सोशल मीडिया के सबसे पावरफुल प्लेटफार्म इंस्टाग्राम तक पहुंच गया है। इंटाग्राम पर एक्टिव रहने वालों की खास श्रेणी इंस्टाग्राम इनफ्लुएसर भी अब एआई से तैयार होने लगे हैं। इंस्टाग्राम की प्रथम इंस्टाग्राम इंस्टाग्राम इनफ्लुएसर ‘कायरा’ के नाम से दुनियाभर में अपनी धूम मचा रही है।

क्या होता है इंस्टाग्राम इनफ्लुएंसर

इंस्टाग्राम इनफ्लुएंसर ऐसे व्यक्ति को कहा जाता है जो सोशल मीडिया पर अपने वीडियोस इमेजेस और कई प्रकार के मोटिवेशनल वीडियोस के जरिए लोकप्रिय होते हैं। वो सोशल मीडिया पर काफी प्रभावशाली होती हैं।

Artificial Intelligence :

भारत की पहली ‘AI इन्फ्लुएंसर’ कायरा- आजकल भारत में वर्चुअल इनफ्लुएंसर की पापुलेरिटी काफी तेजी से बढ़ रही है। इन सबके बीच में हमारे देश में भी एक AI इंस्टाग्राम इनफ्लुएंसर काफी तेजी से सुर्ख़ियों में आ रही है जिसने कुछ ही समय में लगभग 253k फॉलोअर्स बना लिए हैं। इस लोकप्रिय इनफ्लुएंसर का नाम है कायरा इसके इमेजेस और वीडियोस लोगों को काफी पसंद आ रहे हैं। इसको टॉप सोशल मीडिया नाम की कंपनी द्वारा बनाया गया है और इसी कंपनी द्वारा इसे संचालित भी किया जाता है। इनका सोशल मीडिया इंस्टाग्राम अकाउंट kyraoing के नाम से है। इन्होंने खुद 534 लोगों को फॉलो कर रखा है जिनमें लगभग इनके ही जैसे एआई इंस्टाग्राम इनफ्लुएंसर है। इसने अपना पहला इंस्टाग्राम पोस्ट 28 जनवरी को पोस्ट किया था।

इनके विषय में लिखा गया है कि यह मुंबई की रहने वाली है, प्रोफेशन से यह एक मॉडल है और इनका अपना एक खुद का यूट्यूब चैनल है जिस पर यह अपनी ही शॉर्ट्स वीडियोस को पोस्ट करती हैं। लॉन्च के समय से लेकर अभी तक वह अपने दर्शकों में काफी लोकप्रिय हो चुके हैं आप उनकी लोकप्रियता का अंदाजा उनके फॉलोअर्स को देखकर लगा सकते हैं भविष्य में यह हमें कई रूपों में भी दिखाई दे सकते हैं जैसे म्यूजिक वीडियोस, एक्टिंग वीडियोस, सॉन्ग वीडियोस इत्यादि। Artificial Intelligence

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