Jammu and Kashmir : देश के सबसे लंबे सुरंग के एक हिस्से का उद्घाटन इसी वर्ष : गडकरी

Jammu and Kashmir
कश्मीर घाटी को कन्याकुमारी से जोड़ने के एक सपने का हिस्सा है सुरंग
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 13 सदस्यीय सलाहकार समिति के साथ सुरंग के निर्माण स्थल का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह ऐतिहासिक सुरंग परियोजना कश्मीर घाटी को कन्याकुमारी से जोड़ने के एक सपने का हिस्सा है। उन्होंने करीब 11,500 फीट की ऊंचाई पर निर्माण कार्यों का जायजा लेने के बाद कहा कि यह भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण सुरंग है। इस सुरंग की लंबाई एशिया में सबसे अधिक रहने की संभावना है।UP News : भारत पूरी दुनिया को पर्यावरण संरक्षण की नई राह दिखा रहा : योगी
13 किलोमीटर है मुख्य सुरंग की लंबाई
श्रीनगर-करगिल-लेह राजमार्ग पर यह सुरंग जोजिला दर्रे से होकर गुजरेगी। यह सुरंग परियोजना सामरिक नजरिये से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण राजमार्ग बंद हो जाता है, जिससे लद्दाख क्षेत्र का कश्मीर घाटी से संपर्क टूट जाता है। जोजिला सुरंग कश्मीर के गांदरबल जिले में बालटाल को लद्दाख में करगिल जिले के द्रास कस्बे में मिनिमार्ग से जोड़ेगी। सोनमर्ग से बालटाल तक 18 किलोमीटर लंबा संपर्क मार्ग है, जबकि मुख्य सुरंग की लंबाई 13 किलोमीटर है।Jammu and Kashmir
सुरंग के 38 फीसदी हिस्से का उद्घाटन इसी साल
गडकरी ने जोजिला सुरंग का जिक्र करते हुए कहा कि इस परियोजना की अनुमानित लागत 12,000 करोड़ रुपये थी, लेकिन विशेषज्ञों एवं अंतरराष्ट्रीय सलाहकारों के साथ चर्चा के बाद इसकी लागत में 5,000 करोड़ रुपये तक की कटौती करने में सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि यह हमारे देश के लिए पहला मौका है, जब हम किसी परियोजना की अनुमानित लागत में 5,000 करोड़ रुपये की बचत करने जा रहे हैं। यहां पर काम करना बहुत मुश्किल है। लोग शून्य से 26 डिग्री सेल्सियस नीचे में काम कर रहे हैं। गडकरी ने कहा कि इस सुरंग का 38 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। आम लोगों को राहत देने के लिए इस परियोजना के एक हिस्से का उद्घाटन इसी साल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि परियोजना पूरी होने पर पूरे इलाके में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।Fake Encounter : गुजरात सरकार को याचिकाकर्ताओं के अधिकार पर संदेह
गडकरी ने जेड मोड़ सुरंग को भी देखा
बाद में गडकरी ने जेड मोड़ सुरंग के निर्माण कार्य का भी जायजा लिया। उन्होंने इस सुरंग के इस साल अक्टूबर में शुरू होने की उम्मीद जताई। यह सुरंग गगनगीर को सोनमर्ग से जोड़ने का काम करेगी, जिससे मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में हर मौसम के अनुकूल संपर्क सुविधा मिल सकेगी। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।अगली खबर पढ़ें
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कश्मीर घाटी को कन्याकुमारी से जोड़ने के एक सपने का हिस्सा है सुरंग
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 13 सदस्यीय सलाहकार समिति के साथ सुरंग के निर्माण स्थल का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि यह ऐतिहासिक सुरंग परियोजना कश्मीर घाटी को कन्याकुमारी से जोड़ने के एक सपने का हिस्सा है। उन्होंने करीब 11,500 फीट की ऊंचाई पर निर्माण कार्यों का जायजा लेने के बाद कहा कि यह भारत के इतिहास में एक ऐतिहासिक एवं महत्वपूर्ण सुरंग है। इस सुरंग की लंबाई एशिया में सबसे अधिक रहने की संभावना है।UP News : भारत पूरी दुनिया को पर्यावरण संरक्षण की नई राह दिखा रहा : योगी
13 किलोमीटर है मुख्य सुरंग की लंबाई
श्रीनगर-करगिल-लेह राजमार्ग पर यह सुरंग जोजिला दर्रे से होकर गुजरेगी। यह सुरंग परियोजना सामरिक नजरिये से काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है, क्योंकि सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण राजमार्ग बंद हो जाता है, जिससे लद्दाख क्षेत्र का कश्मीर घाटी से संपर्क टूट जाता है। जोजिला सुरंग कश्मीर के गांदरबल जिले में बालटाल को लद्दाख में करगिल जिले के द्रास कस्बे में मिनिमार्ग से जोड़ेगी। सोनमर्ग से बालटाल तक 18 किलोमीटर लंबा संपर्क मार्ग है, जबकि मुख्य सुरंग की लंबाई 13 किलोमीटर है।Jammu and Kashmir
सुरंग के 38 फीसदी हिस्से का उद्घाटन इसी साल
गडकरी ने जोजिला सुरंग का जिक्र करते हुए कहा कि इस परियोजना की अनुमानित लागत 12,000 करोड़ रुपये थी, लेकिन विशेषज्ञों एवं अंतरराष्ट्रीय सलाहकारों के साथ चर्चा के बाद इसकी लागत में 5,000 करोड़ रुपये तक की कटौती करने में सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि यह हमारे देश के लिए पहला मौका है, जब हम किसी परियोजना की अनुमानित लागत में 5,000 करोड़ रुपये की बचत करने जा रहे हैं। यहां पर काम करना बहुत मुश्किल है। लोग शून्य से 26 डिग्री सेल्सियस नीचे में काम कर रहे हैं। गडकरी ने कहा कि इस सुरंग का 38 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। आम लोगों को राहत देने के लिए इस परियोजना के एक हिस्से का उद्घाटन इसी साल कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि परियोजना पूरी होने पर पूरे इलाके में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।Fake Encounter : गुजरात सरकार को याचिकाकर्ताओं के अधिकार पर संदेह
गडकरी ने जेड मोड़ सुरंग को भी देखा
बाद में गडकरी ने जेड मोड़ सुरंग के निर्माण कार्य का भी जायजा लिया। उन्होंने इस सुरंग के इस साल अक्टूबर में शुरू होने की उम्मीद जताई। यह सुरंग गगनगीर को सोनमर्ग से जोड़ने का काम करेगी, जिससे मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में हर मौसम के अनुकूल संपर्क सुविधा मिल सकेगी। देश विदेशकी खबरों से अपडेट रहने लिएचेतना मंचके साथ जुड़े रहें। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।संबंधित खबरें
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