Uttarkashi Tunnel Collapse News: मजदूरों को सुरंग में फंसे हुए कई दिन हो गए हैं और सुरंग को क्लीयर करने के लिए कई बार प्रयास में ड्रिल मशीनें भी खराब हो गई हैं। अब मजदूरों को निकालने के लिए सुरंग में ऑगर मशीन से दोबारा ड्रिलिंग शुरू किया गया है। जिसके आने के बाद अब तक करीब 34 मीटर तक ड्रिलिंग की जा चुकी है। पूर्व में 900 एमएम व्यास के पाइप 22 मीटर तक डाले गए थे। इनके अंदर 12 मीटर तक पाइप डाले जा चुके हैं। सब कुछ ठीक रहा तो मंगलवार को शाम तक पाइपों के आर-पार होने की उम्मीद की जा रही है। जिससे श्रमिकों को जल्द से जल्द निकाला जा सके। दूसरी ओर बड़कोट छोर से भी सुंरग में ड्रिलिंग का काम शुरू कर दिया गया है। इसके लिए टीएचडीसी की आठ से 10 लोगों की टीम पहुंच गई है। यहां से दो से ढाई मीटर व्यास की सुरंग तैयार की जाएगी। इसकी तैयारी की गई है।
श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास जारी
टनल में चल रहे रेस्क्यू ऑपरेशन के द्वारा मजदूरों को भोजन आदि पहुंचाने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अंतर्गत छह इंच व्यास की पाइप मलबे के आर-पार किए जाने से श्रमिकों तक भोजन के साथ ही अन्य आवश्यक सामग्री पहुंचाई जा रही है। सभी श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है।
मजदूरों से वॉकी-टॉकी से बात करने की कोशिश
मंगलवार सुबह एंडोस्कोपिक फ्लेक्सी कैमरा सुरंग में फंसे मजदूरों तक पहुंचाया गया। टनल में बचावकर्मी वॉकी-टॉकी के माध्यम से फंसे हुए श्रमिकों से संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं। लगातार संपर्क की कोशिशें जारी हैं। बहुत जल्द मजदूरों तक पहुंचने की उम्मीद की जा रही है।
Uttarkashi Tunnel Collapse News in hindi
ड्रोन से सुरंग स्थिति का किया गया आकलन
इस सुरंग के अंदर फंसे 41 श्रमिकों को बाहर निकालने के लिए बचाव अभियान जोरशोर से चल रहा है। वहां का ड्रोन से दृश्य कैद किया गया है।
इसी क्रम में एक बार फिर ऑगर मशीन को शुरू किया गया है। इसके माध्यम से अब पांचवें पाइप को आगे बढ़ाया जा रहा है। मशीन चलाते हुए भीतर अभी भी कम्पन्न महसूस हो रही है। इसलिए पूरी सावधानी बरती जा रही है।
मजदूरों को खाने के लिए भेजे गए संतरे
सुरंग धंसने के कारण पिछले कई दिनों से इसमें फंसे सभी 41 मजदूरों को मंगलवार को छह इंच के पाइप से फल भेजे गए हैं। इस जानकारी के बाद अंदर फंसे मजदूरों के परिजनों का कहना है कि उन्हें खुशी है कि अंदर फंसे सभी लोग सुरक्षित हैं और उन्हें मंगलवार को फल भेजे गए थे। कुछ श्रमिकों के परिजनों ने श्रमिकों से बात भी की है और बातचीत के बाद वे इस बात से आश्वस्त दिखे कि उनके परिवारीजन अभी भी जीवित और सुरक्षित हैं। पीएम मोदी ने भी उत्तराखंड के सीएम से श्रमिकों को सुरक्षित निकालने के लिए किए जा रहे बचावकार्य के बारे में ताजा अपडेट लिया है।
श्रमिकों के बचाव कार्य में जुटे हैं ये संगठन जुटे
भारतीय सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, बीआरओ, एनएचआईडीसीएल, उत्तराखंड पुलिस, एसजेवीएनएल, आरवीएनएल, लार्सन एंड टूब्रो, टीएचडीसी, आपदा प्रबंधन विभाग, जिला प्रशासन, ओएनजीसी, आईटीबीपी, राज्य लोनिवि, डीआरडीओ, परिवहन मंत्रालय, होमगार्ड्स आदि।
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