Monkeypox In Delhi : दिल्ली में मिला मंकीपॉक्स का पहला मामला, अस्पताल में भर्ती

Monkeypox In Delhi : कोरोना के बाद अब मंकीपॉक्स (Monkeypox In Delhi) बीमारी भी भारत में प्रवेश कर चुकी है। राजधानी दिल्ली में भी मंकीपॉक्स का मामला सामने आ गया है। मरीज को मौलाना आजाद मेडिल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है।
Monkeypox In Delhi
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक, डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने रविवार को बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने रविवार को दक्षिण-पूर्वी एशिया क्षेत्र के देशों से मंकीपॉक्स के लिए निगरानी और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को मजबूत करने का आह्वान किया है, इस बीमारी को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स तेजी से उन देशों में फैल रहा है जिन्होंने इसे पहले नहीं देखा है। पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में मामले केंद्रित हैं। हमारे उपाय संवेदनशील या भेदभाव से रहित होने चाहिए।
दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया। इसकी पुष्टि स्वास्थ्य मंत्रालय ने की है। मरीज को मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। 31 वर्षीय व्यक्ति को बुखार और त्वचा पर घाव होने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया। मरीज की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को लेकर गाइडलाइंस जारी की हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक संक्रमण है। यह बीमारी संक्रमित जानवरों के जरिए इंसानों में फैलती है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, मंकीपॉक्स का अभी तक कोई प्रमाणित उपचार नहीं है। केवल लक्षणों को देखकर सहायक उपचारों से ही इस पर काबू पाया जा सकता है।
मंकीपॉक्स में आमतौर मरीज में बुखार, दाने और गांठ दिखती हैं। इसके लक्षण दो से चार हफ्तों में दिखाई पड़ते हैं। हालांकि, ये खुद ही ठीक भी हो जाते हैं। हाल के वक्त में इस बीमारी से मृत्यु दर का अनुपात लगभग 3-6 फीसदी रहा है।
Monkeypox In Delhi : कोरोना के बाद अब मंकीपॉक्स (Monkeypox In Delhi) बीमारी भी भारत में प्रवेश कर चुकी है। राजधानी दिल्ली में भी मंकीपॉक्स का मामला सामने आ गया है। मरीज को मौलाना आजाद मेडिल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है।
Monkeypox In Delhi
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक, डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने रविवार को बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने रविवार को दक्षिण-पूर्वी एशिया क्षेत्र के देशों से मंकीपॉक्स के लिए निगरानी और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को मजबूत करने का आह्वान किया है, इस बीमारी को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स तेजी से उन देशों में फैल रहा है जिन्होंने इसे पहले नहीं देखा है। पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में मामले केंद्रित हैं। हमारे उपाय संवेदनशील या भेदभाव से रहित होने चाहिए।
दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया। इसकी पुष्टि स्वास्थ्य मंत्रालय ने की है। मरीज को मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। 31 वर्षीय व्यक्ति को बुखार और त्वचा पर घाव होने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया। मरीज की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को लेकर गाइडलाइंस जारी की हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक संक्रमण है। यह बीमारी संक्रमित जानवरों के जरिए इंसानों में फैलती है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, मंकीपॉक्स का अभी तक कोई प्रमाणित उपचार नहीं है। केवल लक्षणों को देखकर सहायक उपचारों से ही इस पर काबू पाया जा सकता है।
मंकीपॉक्स में आमतौर मरीज में बुखार, दाने और गांठ दिखती हैं। इसके लक्षण दो से चार हफ्तों में दिखाई पड़ते हैं। हालांकि, ये खुद ही ठीक भी हो जाते हैं। हाल के वक्त में इस बीमारी से मृत्यु दर का अनुपात लगभग 3-6 फीसदी रहा है।







