Monkeypox In Delhi : दिल्ली में मिला मंकीपॉक्स का पहला मामला, अस्पताल में भर्ती

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Monkeypox In Delhi
locationभारत
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calendar01 Dec 2025 08:16 PM
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Monkeypox In Delhi : कोरोना के बाद अब मंकीपॉक्स (Monkeypox In Delhi) बीमारी भी भारत में प्रवेश कर चुकी है। राजधानी दिल्ली में भी मंकीपॉक्स का मामला सामने आ गया है। मरीज को मौलाना आजाद मेडिल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी पुष्टि की है।

Monkeypox In Delhi

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र की क्षेत्रीय निदेशक, डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने रविवार को बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने रविवार को दक्षिण-पूर्वी एशिया क्षेत्र के देशों से मंकीपॉक्स के लिए निगरानी और सार्वजनिक स्वास्थ्य उपायों को मजबूत करने का आह्वान किया है, इस बीमारी को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया गया है। उन्होंने कहा कि मंकीपॉक्स तेजी से उन देशों में फैल रहा है जिन्होंने इसे पहले नहीं देखा है। पुरुषों के साथ यौन संबंध रखने वाले पुरुषों में मामले केंद्रित हैं। हमारे उपाय संवेदनशील या भेदभाव से रहित होने चाहिए।

दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया। इसकी पुष्टि स्वास्थ्य मंत्रालय ने की है। मरीज को मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है। 31 वर्षीय व्यक्ति को बुखार और त्वचा पर घाव होने के बाद अस्पताल में भर्ती किया गया। मरीज की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है।

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को लेकर गाइडलाइंस जारी की हैं। डब्ल्यूएचओ के मुताबिक, मंकीपॉक्स एक वायरल जूनोटिक संक्रमण है। यह बीमारी संक्रमित जानवरों के जरिए इंसानों में फैलती है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, मंकीपॉक्स का अभी तक कोई प्रमाणित उपचार नहीं है। केवल लक्षणों को देखकर सहायक उपचारों से ही इस पर काबू पाया जा सकता है।

मंकीपॉक्स में आमतौर मरीज में बुखार, दाने और गांठ दिखती हैं। इसके लक्षण दो से चार हफ्तों में दिखाई पड़ते हैं। हालांकि, ये खुद ही ठीक भी हो जाते हैं। हाल के वक्त में इस बीमारी से मृत्यु दर का अनुपात लगभग 3-6 फीसदी रहा है।

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Corona Update: बढ़ रहे हैं कोरोना के केस, 24 घंटे में मिले 21,411 नए मामले, 67 की मौत

Corona
Corona Cases Update in India
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 05:31 PM
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New Delhi: नई दिल्ली। कोरोना को काबू में करने की सरकार और स्वास्थ्य विभाग की तमाम कोशिशें कामयाब होते नहीं दिख रही हैं। हालांकि मामले बहुत तेजी से नहीं बढ़ रहे हैं। बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के 21,411 नए मामले मिले हैं। शनिवार को संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 4,38,68,476 हो गई है। जबकि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 1,50,100 हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के अनुसार संक्रमण से 67 और मरीजों जान चली गई। इसके साथ ही महामारी से मरने वालों की संख्या 5,25,997 हो गई है। उपचाराधीन मरीजों की संख्या संक्रमण के कुल मामलों का 0.34 प्रतिशत है। कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर 98.46 प्रतिशत दर्ज की गई है। स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटों में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 618 की वृद्धि हुई है। वहीं, संक्रमण की दैनिक और साप्ताहिक दर 4.46 प्रतिशत दर्ज की गई है। देश में कोरोना वायरस संक्रमण से उबरने वाले लोगों की संख्या बढ़कर 4,31,92,379 हो गई है, जबकि मृत्यु दर 1.20 प्रतिशत दर्ज की गई है। वहीं, देशव्यापी कोविड-19 रोधी टीकाकरण अभियान के तहत अभी तक 201.68 करोड़ से अधिक खुराक दी जा चुकी हैं। गौरतलब है कि देश में सात अगस्त 2020 को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त 2020 को 30 लाख और पांच सितंबर 2020 को 40 लाख से अधिक हो गई थी। संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर 2020 को 50 लाख, 28 सितंबर 2020 को 60 लाख, 11 अक्टूबर 2020 को 70 लाख, 29 अक्टूबर 2020 को 80 लाख और 20 नवंबर 2020 को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर 2020 को ये मामले एक करोड़ से अधिक हो गए थे। पिछले साल चार मई को संक्रमितों की संख्या दो करोड़ और 23 जून 2021 को तीन करोड़ के पार पहुंच गई थी। इस साल 25 जनवरी को मामले चार करोड़ के पार हो गए थे।
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Swine Flu: कानपुर में स्वाइन फ्लू के मरीज मिलने से हड़कंप

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locationभारत
userचेतना मंच
calendar21 Jul 2022 10:18 PM
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Kanpur: कानपुर। शहर में स्वाइन फ्लू के दो मरीजों मिलने से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। सीएमओ ने सभी अस्पतालों को तैयार रहने के निर्देश दिए हैं। इनमे से एक फतेहपुर और दूसरा शहर के हंसपुरम इलाके का रहना वाला बताया जा रहा है। दरअसल, शहर के अलग अलग इलाकों में पिछले पांच दिनों में लगभग 106 सूअरों की मौत हो गई। स्वास्थ्य विभाग अभी तक ये नहीं पता लगा पाया है कि जिन सूअरों की मौत हुई है, उनमें अफ्रीकी फ्लू है या कोई अन्य बीमारी। शहर के वेटनरी डॉक्टरों ने जो सैंपल लिए थे, उन्हें पुणे और भोपाल भेजा गया है। स्वास्थ्य विभाग को रिपोर्ट का इंतजार है। सीएमओ डॉ आलोक रंजन ने भी स्वाइन फ्लू के मरीजों पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग स्वाइन फ्लू जैसी बीमारी से लड़ने के लिए तैयार है। इसके लिए पर्याप्त दवाइयां भी अस्पतालों में उपलब्ध हैं। विभाग ने शहर के सभी अस्पतालों को तैयार रहने के लिए कहा है। इस बीमारी के लिए आइसोलेशन और एडमिट वार्ड बनाने के निर्देश भी दिए गए हैं। फतेहपुर कलेक्ट्रेट में तैनात लिपिक को स्वाइन फ्लू हो गया। उसे शहर के रीजेन्सी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बुधवार को उसकी रिपोर्ट स्वाइन फ्लू पॉजिटिव आई थी। रिपोर्ट आने के बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कम्प मच गया। सीएमओ ने प्रशासन को रिपोर्ट भेज कर लिपिक के परिवार को आइसोलेट कर सैम्पलिंग कराने का सुझाव दिया है। फतेहपुर की कलेक्ट्रेट कॉलोनी के डी-15 निवासी रामबाबू कलेक्ट्रेट कार्यालय में तैनात हैं। करीब 10 दिन से वह बुखार, जुकाम, खांसी, पीठ दर्द की समस्या से जूझ रहे थे। इसके अलावा कानपुर शहर के हंसपुरम के रहने वाले दूसरे मरीज का भी इलाज निजी अस्पताल में चल रहा है, उसकी अभी रिपोर्ट आना बाकी है, लेकिन डॉक्टरों की मानें तो मरीज में पूरे लक्षण स्वाइन फ्लू के हैं। कानपुर के सीएमओ डॉ अलोक रंजन ने बताया कि, स्वाइन फ्लू की पॉजिटिव रिपोर्ट रीजेन्सी से मिली है। इसकी सूचना शासन के साथ फतेहपुर प्रशासन को भी दे दी गई है। मरीज की हालत इस समय सामान्य है और रीजेन्सी के डॉक्टरों ने मरीज को आइसोलेट कर पूरी सतर्कता के साथ इलाज शुरू कर दिया है। मरीज के सम्पर्क में आए डॉक्टरों, पैरा मेडिकल स्टाफ, परिजनों के साथ साथ कलेक्ट्रेट के सभी कर्मियों को आइसोलेट कर सैम्पल लेकर टेस्ट करने के लिए भेजा गया। शहर के रामआसरे नगर में सबसे ज्यादा करीब 52 सूअरों की मौत हुई है। सूअरों की हुई मौत के बाद के कई अधिकारी यह भी आशंका जाता रहे थे कि इससे शहर में स्वाइन फ्लू का खतरा बढ़ सकता है। लेकिन, न तो स्वास्थ्य विभाग ने इसकी सुध ली और न ही नगर निगम ने।