Chandra Grahan 2022: 8 नवंबर को लगेगा चंद्रग्रहण, जानें कैसा होगा असर

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Chandra Grahan 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 04:05 AM
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Chandra Grahan 2022 Date Time: दीपावली पर जहां सूर्य ग्रहण लगा था, वहीं इसके ठीक पंद्रह दिन बाद यानि 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। ज्योतिष और धर्म शास्त्रों के अनुसार पंद्रह दिन के भीतर दो ग्रहण लगना शुभ नहीं माना जाता है, किंतु इस साल ऐसा ही हो रहा है। सूर्य ग्रहण 24 अक्टूबर को था तो चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को लगेगा। इसी दिन कार्तिक पूर्णिमा और देव दीवाली भी है।

Chandra Grahan 2022

आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण तब लगता है जब पूर्णिमा की रात सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक ही रेखा में होते हैं। पृथ्वी के बीच में रहने से इसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है, जो कभी-कभी इसे एक आकर्षक लाल रंग देती है। वहीं कई बार यह चंद्रमा को ढक लेती है। आगामी 8 नवंबर को भी ऐसी ही घटना होगी। वर्ष 2022 में 15 मई को एक चंद्र ग्रहण लग चुका है, अब 8 नवंबर का चंद्र ग्रहण का दूसरा और वर्ष 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण होगा। संयोग से इस दिन देव दीपावली भी है। देव दीपावली कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है, इस दिन मंदिरों में विशेष सजावट की जाती है।

चंद्र ग्रहण का समय

चंद्र ग्रहण मंगलवार, 8 नवंबर 2022 को भारतीय समय के अनुसार शाम 5 बजकर 32 मिनट पर शुरू होगा और शाम 6 बजकर 18 मिनट पर खत्म होगा।

भारत में कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण

चंद्र ग्रहण भारत के अधिकांश इलाकों में नहीं दिखेगा। ऐसे में ग्रहण का सूतक काल भी प्रभावी नहीं होगा। यह उपच्‍छाया ग्रहण है और इसका सूतक काल मान्‍य नहीं होता है। यह चंद्र ग्रहण भारत में केवल पूर्वी हिस्सों में नजर आएगा। इनमें कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची, गुवाहाटी शामिल हैं। इसके अलावा विदेश की बात करें तो नेपाल के काठमांडू, टोक्यो, मनीला, बीजिंग, सिडनी, जकार्ता, मेलबर्न, सैन फ्रांसिस्को, वाशिंगटन, न्यूयॉर्क शहर, लॉस एंजिल्स, शिकागो और मेक्सिको सिटी में चंद्र ग्रहण नजर आएगा।

चंद्र ग्रहण का असर

ज्‍योतिष में चंद्रमा को मन और माता का कारक माना गया है। चंद्र ग्रहण के कारण सभी 12 राशि वालों की मानसिक स्थिति और जीवन पर शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ेगा। कुछ लोगों को चंद्र ग्रहण के दौरान तनाव, अनिर्णय की स्थिति, मानसिक कष्‍ट का सामना करना पड़ सकता है। वहीं देश-दुनिया पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है। इसमें मौसम पर असर होने जैसी घटनाएं शामिल हैं। अत्यधिक ठंड या प्राकृतिक आपदा आने की संभावना है। ग्रहण के बुरे असर से बचने के लिए ग्रहण के बाद स्‍नान-दान जरूर करना चाहिए।

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Chandra Grahan 2022: 8 नवंबर को लगेगा चंद्रग्रहण, जानें कैसा होगा असर

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Chandra Grahan 2022 Date Time: दीपावली पर जहां सूर्य ग्रहण लगा था, वहीं इसके ठीक पंद्रह दिन बाद यानि 8 नवंबर को चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। ज्योतिष और धर्म शास्त्रों के अनुसार पंद्रह दिन के भीतर दो ग्रहण लगना शुभ नहीं माना जाता है, किंतु इस साल ऐसा ही हो रहा है। सूर्य ग्रहण 24 अक्टूबर को था तो चंद्र ग्रहण 8 नवंबर को लगेगा। इसी दिन कार्तिक पूर्णिमा और देव दीवाली भी है।

Chandra Grahan 2022

आपको बता दें कि चंद्र ग्रहण तब लगता है जब पूर्णिमा की रात सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक ही रेखा में होते हैं। पृथ्वी के बीच में रहने से इसकी छाया चंद्रमा पर पड़ती है, जो कभी-कभी इसे एक आकर्षक लाल रंग देती है। वहीं कई बार यह चंद्रमा को ढक लेती है। आगामी 8 नवंबर को भी ऐसी ही घटना होगी। वर्ष 2022 में 15 मई को एक चंद्र ग्रहण लग चुका है, अब 8 नवंबर का चंद्र ग्रहण का दूसरा और वर्ष 2022 का अंतिम चंद्र ग्रहण होगा। संयोग से इस दिन देव दीपावली भी है। देव दीपावली कार्तिक मास की पूर्णिमा को मनाई जाती है, इस दिन मंदिरों में विशेष सजावट की जाती है।

चंद्र ग्रहण का समय

चंद्र ग्रहण मंगलवार, 8 नवंबर 2022 को भारतीय समय के अनुसार शाम 5 बजकर 32 मिनट पर शुरू होगा और शाम 6 बजकर 18 मिनट पर खत्म होगा।

भारत में कहां दिखेगा चंद्र ग्रहण

चंद्र ग्रहण भारत के अधिकांश इलाकों में नहीं दिखेगा। ऐसे में ग्रहण का सूतक काल भी प्रभावी नहीं होगा। यह उपच्‍छाया ग्रहण है और इसका सूतक काल मान्‍य नहीं होता है। यह चंद्र ग्रहण भारत में केवल पूर्वी हिस्सों में नजर आएगा। इनमें कोलकाता, सिलीगुड़ी, पटना, रांची, गुवाहाटी शामिल हैं। इसके अलावा विदेश की बात करें तो नेपाल के काठमांडू, टोक्यो, मनीला, बीजिंग, सिडनी, जकार्ता, मेलबर्न, सैन फ्रांसिस्को, वाशिंगटन, न्यूयॉर्क शहर, लॉस एंजिल्स, शिकागो और मेक्सिको सिटी में चंद्र ग्रहण नजर आएगा।

चंद्र ग्रहण का असर

ज्‍योतिष में चंद्रमा को मन और माता का कारक माना गया है। चंद्र ग्रहण के कारण सभी 12 राशि वालों की मानसिक स्थिति और जीवन पर शुभ-अशुभ प्रभाव पड़ेगा। कुछ लोगों को चंद्र ग्रहण के दौरान तनाव, अनिर्णय की स्थिति, मानसिक कष्‍ट का सामना करना पड़ सकता है। वहीं देश-दुनिया पर भी इसका असर देखने को मिल सकता है। इसमें मौसम पर असर होने जैसी घटनाएं शामिल हैं। अत्यधिक ठंड या प्राकृतिक आपदा आने की संभावना है। ग्रहण के बुरे असर से बचने के लिए ग्रहण के बाद स्‍नान-दान जरूर करना चाहिए।

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Dev Uthan Ekadashi 2022 कल है देव उठान एकादशी, यहां जाने शुभ मुहूर्त

Vishnu ji
Ekadashi 2022
locationभारत
userचेतना मंच
calendar03 Nov 2022 04:05 PM
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Dev Uthan Ekadashi 2022: हिंदू धर्म शास्त्रों में कार्तिक मास के महीने को बेहद महत्व दिया गया है। कार्तिक का महीना भगवान विष्णु को समर्पित है। (Dev Uthan Ekadashi ) इस माह में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की विधि-विधान से पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। कार्तिक शुक्ल की एकादशी को देव उठान या देव उठनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु 4 माह की योग निद्रा के बाद जागते हैं और इसी के साथ आज के दिन से सभी शुभ और मांगलिक कार्यों की शुरुआत हो जाती है।

Dev Uthan Ekadashi 2022

कार्तिक माह का समापन कार्तिक पूर्णिमा के दिन होता है। इस माह में ब्रह्म मुहूर्त में स्नान को बहुत फलदायी माना गया है। कार्तिक माह की एकादशी को देव उठान, देव उठनी, देव उत्थान एकादशी और देव प्रबोधिनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन भगवान विष्णु जागकर अपना कार्यभार संभालते हैं। देव उठान एकादशी का इसलिए विशेष महत्व है।

देव उठान एकादशी शुभ मुहूर्त 2022

देव उठान एकादशी कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। इस दिन एकादशी तिथि का आरंभ 03 नवंबर 2022 शाम 7 बजकर 30 मिनट से होकर 04 नवंबर 2022 शाम 06 बजकर 08 मिनट तक होगा।

तुलसी विवाह का शुभ मुहूर्त

हिंदू पंचांग के अनुसार देव उठान एकादशी के अगले दिन तुलसी विवाह किया जाता है। बता दें कि तुलसी विवाह के लिए शुभ मुहूर्त शनिवार 05 नवंबर 2022 को होगा। तुलसी विवाह द्वादशी तिथि के दिन किया जाता है। द्वादशी तिथि का आरंभ 05 नवंबर को शाम 06 बजकर 08 मिनट से होगा और समापन 06 नवंबर शाम 05 बजककर 06 मिनट तक रहेगा।

इस दिन नहीं करने चाहिए ये काम

– हिंदू धर्म में एकादशी तिथि भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन चावल खाना वर्जित माना गया है। मान्यता है कि इस दिन भूलकर भी चावलों का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन चावल खाने से अगले जन्म में रेंगने वाले कीड़े बनते हैं।

– एकादशी के दिन गलती से भी मांस-मदिरा का सेवन न करें। इससे भगवान विष्णु के साथ-साथ मां लक्ष्मी भी रुष्ट हो जाती हैं।

– महिलाएं और बुजुर्गों के सम्मान से ही श्री हरि प्रसन्न होते हैं। कोशिश करें भगवान को प्रसन्न करने के लिए महिलाओं और बुजुर्गों का सम्मान करें।

– एकादशी के दिन खुद पर संयम बनाए रखें। भूलकर भी किसी दूसरे व्यक्ति पर क्रोध न करें। इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें।

– देव उठनी एकादशी के दिन व्यक्ति को ब्रह्मचार्य व्रत का पालन करना चाहिए। जमीन पर चटाई बिछाकर सोना चाहिए। मन में गलत विचारों को बिल्कुल न आने दें।